दिल्ली में बजली हाफ और पानी माफ़ का सरकारी जुमला एक बार फिर कटघरे में है। सूरज के आँख दिखाते ही पानी की प्रचुरता का दावा करने वाली सरकार पानी पानी होती दिखी। प्यास से बिलबिलाते लोग चिलचिलाती धुप में मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे, जिसे लपक कर राजनितिक पार्टियां भी विधानसभा चुनाव का चूल्हा गर्म करने लगीं। अब इसे सरकार की लापरवाही कहें या बेबसी की वजीरपुर इलाके में बीते वर्ष जहाँ पानी को लेकर हुए झगडे में एक शख्स की जान चली गई थी, वहां साल भर बाद भी हालात नहीं बदले हैं। टैंकरों इंतजार, फिर लाइन में लग कर पानी लेने का वॉर आज भी जारी है ।