उ.द. निगम कर्मचारियों को वेतन नहीं, पार्टियों की राजनीति खत्म नहीं
राजेंद्र स्वामी, दिल्ली
कर्मचारियों को क्यों करना पड़ा प्रदर्शन ?
दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी इस कोरोना काल में भी जब समय से वेतन नहीं मिला तो इनकी सब्र का बांध टूट गया । कल नार्थ एमसीडी केशव पुरम जोन में कई जगह प्रदर्शन किया तो आज सिविक सेंटर के कर्मचारी भी अंशकालिक हड़ताल पर चले गए। इन कर्मचारियों का कहना है की उन्हें कोरोना काल में भी पूरा काम करने के बावजूद भी पिछले तीन चार महीनों से वेतन नहीं मिला। राजनीती से ये लोग भी तंग आ गए है और बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों से नाराज है।
कब तक राजनीति ?
नगर निगम के इन कर्मचारियों के तेवर और तकलीफ़ को देख आम आदमी पार्टी ने इनके पक्ष में दर्शना प्रदर्शन का ऐलान किया तो बीजेपी ने भी सोमवार को सीसिव सेंटर से दिल्ली सचिवालय तक पैदल मार्च का ऐलान किया । आम आदमी पार्टी बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार मान रही है तो बीजेपी का आरोप है की दिल्ली सरकार जानबूझकर उनके हक़ के फंड को रोके बैठी है।
कांग्रेस का तगड़ा पलटवार !
दिल्ली में तीनों नगर निगम यूँ तो विभाजन के समय से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे है । लेकिन मौजूद समय निगम के सामने इतना भारी है कि उसके पास विकास कार्यों की बात तो छोड़िये कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं है । इस संकट पर कांग्रेस ने दोनों को जिम्मेदार मना है और कहा यदि नगर निगम ये नहीं चला सकते तो तीनों नगर निगम को भांग कर देना चाहिए ।
कब मिलेगी सैलरी ?
बहरहाल नॉर्थ एमसीडी मेयर जय प्रकाश भरोसा दिला रहे है की वे एक दो महीनों का वेतन जल्द ही देंगे । यह उनकी जिम्मेदार है ।
बहरहाल जिस तरह की बयान बाजी पक्ष और विपक्ष के बीच हो रही है उसे देख लगता लगा नहीं की यह मुद्दा जल्द सुलझ पायेगा । लिहाज़ा जरूरत इस बात की है की नगर निगम अपनी आय के साधन भी बढ़ाये और सभी पार्टियां मिलकर इस पर विचार करें ।
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