Thursday, April 25, 2024
spot_img
Homeअन्यकोरोना के कारण ठप हुआ व्यापार, लोगों को अच्छे दिन का इंतज़ार

कोरोना के कारण ठप हुआ व्यापार, लोगों को अच्छे दिन का इंतज़ार

प्रियंका आनंद

दिल्ली में लोगों को महंगाई का मार झेलनी पड़ रही है जिसका असर ना सिर्फ लोगों के काम पर बल्कि लोगों की जिंदगी पर भी पड़ना शुरू हो गया है। ऐसा ही नज़ारा दिल्ली के करोल बाग मार्केट में देखने को मिला है जहां लोगों को व्यापार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब लोगों से पूछा गया तो उन्होंने हमें बताया कि जब से मोदी सरकार ने बुनियादी चीजों के दाम बढ़ाए है तब से हमारा जीवन काफी परेशानियों के साथ गुज़र रहा है। अब तो पेट्रोल और डीजल के दाम भी काफी बढ़ा दिए गए है जिससे यातायात को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। यातायात ही एक ऐसा माध्यम है जिस पर सभी व्यापारियों का व्यापार निर्भर करता है और उसके बढ़ने से हम व्यापारियों को भी अपने माल पर भारी मात्रा में नुकसान झेलना पड़ रहा है।

साथ ही जब महिलाओं से दूध के दाम बढ़ने पर पूछा गया सो उनका कहना था कि दूध पर 2 रुपये बढ़ने से भी हमारे घर की आर्थिक स्थिति पर न केवल प्रभाव पड़ा है बल्कि हमारे घर के महीने का हिसाब भी काफी बिगड़ गया है जिसके चलते अब तो कभी कभी दूध लाने के लिए भी सोचना पड़ता है कि दूध ज्यादा जरूरी है या फिर सरसों का तेल जिससे पूरे परिवार के लिए खाना बनाया जा सके। तेल, पेट्रोल, डीजल, दूध तक के दाम बढ़ने से लोगों का जीवन पूरी तरह से परेशानी में आ गया है। एक महिला ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि जब कोरोने के केस दिल्ली में कम हो गए हैं और बाकी कामें की इज़ाज़त मिल सकती है तो हमें पटरी पर अपना सामान बेचने की इजाजत क्यों नहीं है?  क्यों आज भी हम लोगों को अपना सामान बेचने के लिए बहुत दिनों तक इंतज़ार करना पड़ता है।

तो दूसरा ओर एक छात्र ने हमे बताया कि लॉकडाउन पर अपनी जॉब छोड़ने के बाद दूसरी ओर काम नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण अब ना चाहते हुए पटरी पर सामान बेच कर अपने और अपने परिवार का गुजारा करना पड़ रहा है। महंगाई के कारण पूरे परिवार का पालन पोषण करना किसी पहाड़ से कम नहीं है। मकान का किराया, दुकान का किराया और परिवार के खर्चे इन सभी को पूरा करना काफी परेशानी का काम बन गया है।

हम सरकार से यही गुजारिश करना चाहते हैं कि इस सुरसा रुपी महंगाई को जल्द से जल्द काबू में लाया जाए ताकि हमारी तरह अन्य गरीबों को और तकलीफ ना हो और ना ही अपने कामें को छोडना पड़े।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments