Saturday, April 20, 2024
spot_img
HomeअपराधDelhi News : आजीविका मिशन की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले...

Delhi News : आजीविका मिशन की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले काल सेंटर का पर्दाफाश

 
आजीविका मिशन की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले काल सेंटर का पर्दाफाश, पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने आजीविका मिशन की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के इच्छुक युवाओं से संपर्क करते थे फिर उनसे आवेदन शुल्क के नाम पर 1625 रुपये जमा करा लेते थे। लेकिन युवाओं की कहीं नौकरी नहीं लगती थी।

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 
नई दिल्ली ।
केंद्र सरकार के आजीविका मिशन के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का नई दिल्ली जिला पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मामले में चार महिला समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में जौहरीपुर का रहने वाला गजेंद्र उर्फ राज मेहरा और उत्तर प्रदेश के हापुड़ के सरावा गांव का रहने वाला राहुल सैनी है। अन्य चार महिलाएं काल सेंटर में नौकरी करती थी।
 

धर्म के लिए निशाना बनाया गया था फैजान को निशाना
 

पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने आजीविका मिशन की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी के इच्छुक युवाओं से संपर्क करते थे, फिर उनसे आवेदन शुल्क के नाम पर 1625 रुपये जमा करा लेते थे। लेकिन युवाओं की कहीं नौकरी नहीं लगती थी। आरोपित अब तक 300 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड और दो लैपटॉप बरामद किए है। डीसीपी प्रणव तयाल के अनुसार, केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय से शिकायत मिली थी।

 
बताया गया कि किसी ने ठगी करने के लिए फर्जी वेबसाइट www.aajeevikamission.org बनाई है। वेबसाइट के माध्यम से नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को पंजीकरण शुल्क के रूप में 1,625 रुपये लिए जा रहे हैं। इस पर 17 मार्च को नई दिल्ली जिले के साइबर सेल थाने में एफआइआर दर्ज कर एसीपी रतन लाल के देखरेख में एसएचओ विजय पाल के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।

जांच के दौरान पुलिस ने फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण शुल्क जमा करने के लिए उपयोग किए गए बैंक खाते के विवरण एकत्र किया। इसके बाद मंगलवार को लक्ष्मी नगर इलाके में छापेमारी कर गिरोह का सरगना गजेंद्र कुमार और चार महिला टेलीकालर्स को गिरफ्तार किया है। गजेंद्र की निशानदेही पर वेबसाइट बनाने वाले राहुल सैनी को गिरफ्तार किया गया।

छह माह में 25 लाख रुपये कमाए

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गजेंद्र पहले बीमा पॉलिसी बेचने के लिए कॉल सेंटर चलाता था, जल्दी पैसा कमाने के लिए वह राहुल के साथ मिलकर ठगी करने की योजना बनाई। आरोपी ने जॉब पोर्टल से युवाओं का डाटा प्राप्त किया। इसके बाद उन्हें काल किया। गजेंद्र 10वीं पास है। ठगी के एक मामले वह राजस्थान में गिरफ्तार हो चुका है। वहीं राहुल वेब डिजाइनर हैं। वह लोगों को बीमा पॉलिसी आदि के बहाने ठगी भी करता था। आरोपियों के बैंक खातों की जांच में पता चला कि गत छह में 25 लाख रुपये जमा हुए है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments