Saturday, April 20, 2024
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women’s day month : महिलाओं के खुद को सशक्त करने से होगा महिला सशक्तिकरण : इंदिरा मिश्रा 

 -एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस संस्था द्वारा  महिला दिवस पर सेमिनार व महिला सम्मान समारोह का  आयोजन 

-लेबर वेलफेयर काउंसिल के पूर्व चेयरमैन सुनील भराला, सांसद सुनीता दुग्गल ने भी मुख्य रूप रूप से कार्यक्रम को सम्बोधित किया। 

-डॉ. आभा प्रधान को विकलांगता तो कृष्णांगी गोमती को धर्म के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए सम्मानित किया गया

-महिला दिवस पर पूरे महीने कार्यक्रम करती है “एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस संस्था”

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो

नई दिल्ली। एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस संस्था शिक्षा के क्षेत्र में तो काम कर ही रही है। साथ ही महिला उत्थान के लिए विशेष कार्य कर रही है। संस्था ने देश की राजधानी दिल्ली में महिला दिवस पर एक सेमिनार और महिला सम्मान समारोह का आयोजन किया। संस्था के इस कार्यक्रम में जहां महिलाओं पर हो रही हिंसा और उसके समाधान पर चर्चा की गई वहीं देशभर से विभिन्न क्षेत्रों से आयीं महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। 

इस अवसर पर संस्था की संस्थापिका डॉ. इंदिरा मिश्रा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब महिलाएं खुद को सशक्त करें। इसके लिए महिलाओं को खुद आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि कोई किसी को आगे नहीं बढ़ता है। खुद ही विषम परिस्थितियों को चीरते हुए आगे बढ़ना पड़ता है। विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम करने वाली महिलाओं को उन्होंने बधाई दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान की सराहना करते हुए कहा कि पीएम के इस अभियान की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। आज दुनियाभर में महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ भारत की संस्कृति और संस्कारों का भी डंका बज रहा है। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं का आगे बढ़ना ही है कि दुनिया में आज चर्चा भारतीय नारी की दुर्दशा की नहीं बल्कि उसके दमखम की होने लगी है। 

कार्यक्रम में यह बात प्रमुखता से उठी कि देश में आज भी महिलाओं के साथ हिंसा हो रही है और यह एक बड़ी चिंता और चर्चा का विषय है। कार्यक्रम में महिलाओं पर हो रही हिंसा पर मंथन करते हुए इसके समाधान के बारे में बड़े प्रयास पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा आखिर इसका समाधान क्या है ? 

एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस संस्था द्वारा आयोजित सेमिनार में कई सांसद,  मंत्री, एडवोकेट, प्रोफेसर और डॉक्टर समेत सामाजिक क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं और पुरुषों ने भी भाग लिया। 

मुख्य वक्ताओं में इंदिरा मिश्रा और मोनिका अरोड़ा प्रमुखता से थीं।  लेबर वेलफेयर काउंसिल के पूर्व चेयरमैन सुनील भराला, सांसद सुनीता दुग्गल ने भी मुख्य रूप रूप से कार्यक्रम को सम्बोधित किया। 
इस मौके पर अलग अलग राज्यों से आये कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में यह बात स्वीकार की गई कि आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा रही हैं। जिन महिलाओं को विषम परिस्थितियों आगे बढ़ते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है, उन महिलाओं को मंच से सम्मानित किया गया। डॉ. आभा प्रधान को विकलांगता के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने पर सम्मानित किया गया तो कृष्णांगी गोमती , को अध्यात्म के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए सम्मानित किया गया। 
 दरअसल “एजुकेशन फॉर्म फॉर वुमन एंड सोशल जस्टिस ” अलग-अलग विषयों पर अपनी अलग अलग शाखाओं के माध्यम से वर्ष भर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम करती रहती हैं।यह अपने दिलचस्प है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह संस्था महीने भर कार्यक्रम करती है।  

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