Saturday, November 9, 2024
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Delhi/Indian Politcs : क्या विपक्ष की लामबंदी पर असर डालेगा दिल्ली में एलजी वीके सक्सेना को भेजा गया अजय माकन का शिकायती पत्र ?

अजय माकन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण में 171 करोड़ रुपए लगाने का लगाया है आरोप 

चरण सिंह राजपूत 

दिल्ली में एलजी वीके सक्सेना को भेजा गया कांग्रेस के नेता अजय माकन का शिकायती पत्र क्या लोकसभा चुनाव के लिए की जा रही विपक्ष की लामबंदी पर असर डालेगा ? मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण पर अजय माकन ने इस पत्र के माध्यम से 171 करोड़ रुपए लगाने का आरोप लगाया है। पत्रकार वार्ता कर अजय माकन ने आरोप लगाया है कि इस मामले में नगर निगम को भी नहीं बताया गया है।

नगर निगम की स्कूलों और अस्पतालों के मामले दी गई छूट का फायदा सीएम के आवास के नवीनीकरण में अवैध रूप से उठाया गया है। इस मामले एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली के मुख्य सचिव से सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट भी मांग ली है। आम आदमी पार्टी ने फ़िलहाल अजय माकन के खिलाफ तो कुछ नहीं बोला है पर एलजी वीके सक्सेना को गुजरात की एक अदालत का अभियुक्त न. 4 करार दिया है। आम आदमी पार्टी का यह भी कहना है कि वीके सक्सेना ने अदालत में एक आवेदन लगाया है कि अब वह आम आदमी नहीं रहे हैं उनको अदालत कार्यवाही से मुक्त किया जाये। हालांकि अदालत के आवेदन को निरस्त करने की खबर आई है। 

ऐसे में यह कहा जा सकता है कि केजरीवाल की फिजूलखर्ची को लेकर जहां बीजेपी आक्रामक है वहीं अब कांग्रेस भी उसके साथ आ गई है। मतलब यदि बीजेपी और कांग्रेस दोनों मिलकर अरविन्द केजरीवाल को टारगेट करेंगे तो केजरीवाल सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। ऐसे में आम आदमी चाहेगी कि कांग्रेस पर चुप रहने के लिए दबाव बनाए। कांग्रेस हाईकमान भी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अजय माकन और दिल्ली कांग्रेस को लोकसभा चुनाव तक चुप रहने के लिए कह सकती है। अरविन्द केजरीवाल का प्रयास होगा कि भले ही कांग्रेस बीजेपी को घेरने में उसका साथ न दे पर उसको घेरने में बीजेपी के साथ भी न रहे। 

दरअसल मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की लामबंदी में बड़े बड़े नेता लगे हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मिले हैं बल्कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य्मंत्री अखिलेश यादव, प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिले हैं। पूर्व राज्यपाल  सत्यपाल मलिक भी बीजेपी के सामने विपक्ष के एक प्रत्याशी लड़ाने की बात कर रहे हैं पर जिस तरह से दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण के नाम पर की गई फिजूलखर्ची को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखा है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि इससे आप फिर से कांग्रेस से बिदक सकती है। वैसे भी विपक्ष की लामबंदी को लेकर बिहार की राजधानी बिहार में 17-18 मई को एक बड़ी बैठक होने जा रही है। यह बैठक ममता बनर्जी के प्रस्ताव पर नीतीश कुमार कर रहे हैं। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आने की संभावना है। ऐसे में अरविन्द केजरीवाल दिल्ली में कांग्रेस को चुप कराने का प्रयास कर सकते हैं। 

दरअसल दिल्ली में असली लड़ाई बीजेपी और आप की रह गई है। दिल्ली पर लम्बे समय तक राज करने वाली कांग्रेस अब फिर से दिल्ली पर में पैर पसारने में लग गई है। अब देखना यह होगा कि आम आदमी पार्टी को बीजेपी से ही जूझना पड़ेगा या फिर कांग्रेस से भी दो दो हाथ करने होंगे। 

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