अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राजधानी की सड़कों पर खौफ फैलाने वाले हाशिम बाबा गैंग को बड़ा झटका दिया है. दरअसल, नॉर्थ रेंज वन क्राइम ब्रांच की टीम को गुप्त ऑपरेशन के दौरान दो कुख्यात हथियार सप्लायर को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. हथियार सप्लायर्स की पहचान मोहम्मद रिहान और सलमान अहमद के रूप में हुई है.
दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार हथियार सप्लायर्स के पास से तीन सेमी-ऑटोमेटिक पिस्तौल और छह जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. पुलिस ने तस्करों के पास से एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है, जिसे अपराध में इस्तेमाल किया जा रहा था.
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार 22 अप्रैल को एचसी पवन कुमार को पुख्ता जानकारी मिली कि जाफराबाद का रहने वाला मोहम्मद रिहान अवैध हथियारों की डिलीवरी देने रोहिणी सेक्टर-24 में प्रेमाधार आयुर्वेदिक अस्पताल के पास आने वाला है. इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में रिहान को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया गया. वहां पहुंचते ही पुलिस ने रिहान को रंगे हाथों दबोच लिया.

पुलिस को उसके पास से दो सेमी-ऑटोमेटिक पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस मिले. पूछताछ में रिहान ने बताया कि वह हथियारों की सप्लाई जाफराबाद निवासी सलमान अहमद से कराता था.
रिहान की निशानदेही पर अपराध शाखा ने सलमान अहमद को भी धर दबोचा. उसके पास से एक सेमी-ऑटोमेटिक पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. दोनों सप्लायर हाशिम बाबा गैंग समेत दिल्ली-एनसीआर के कई अपराधी गिरोहों को हथियार बेचते थे.
मोहम्मद रिहान यूपी के संभल का रहने वाला है. उसने 12वीं तक की पढ़ाई की है. 12वीं तक पढ़ाई के बाद उसने कुछ समय तक निजी अस्पताल में नौकरी करता था. सलमान के संपर्क में आकर वह अपराध के दलदल में उतर गया. सलमान अहमद दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला है. वह 8वीं पास है. सलमान पहले हस्तशिल्प का काम करता था, लेकिन कारोबार में भारी नुकसान के बाद अवैध हथियारों की दुनिया में उतर आया. उसके चचेरे भाई नदीम ने उसे इस धंधे में उतारा था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह गिरफ्तारी दिल्ली में अवैध हथियारों के सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है. हाशिम बाबा गैंग की गतिविधियों पर भी सीधा असर पड़ेगा.