अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी
वक्फ कानून को लेकर विरोध और समर्थन के बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट पर दिए बयान से नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. इसके बाद बीजेपी सांसद के बयान की हर तरफ आलोचना की जा रही है. इस बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से भी निशिकांत दुबे पर निशाना साधा है.
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “हमारी सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि कल निशिकांत दुबे के खिलाफ कंटेम्ट का मामला चलाया जाए और उनको जेल भेजा जाए. बहुत घटिया बयान दिया है. मुझे उम्मीद है कि कल ही सुप्रीम कोर्ट बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए अवमानना की कार्यवाही शुरू करेगा और उन्हें जेल भेजेगा.

उन्होंने आगे कहा, “जब भी कोई न्यायाधीश बीजेपी के पक्ष में फैसला देता है तो उसे राज्यसभा भेज दिया जाता है और अब जब एक न्यायाधीश ने निर्देश दिया कि कानून का पालन किया जाना चाहिए और राज्यपालों को विधेयकों पर अनिश्चितकाल तक नहीं बैठना चाहिए तो बीजेपी ने न्यायाधीशों को बदनाम करने और सुप्रीम कोर्ट पर हमला करने के लिए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया है.”
बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार (19 अप्रैल) को वक्फ (संशोधन) कानून पर सुप्रीम कोर्ट में जारी सुनवाई को लेकर ऐसा बयान दे डाला जिससे विवाद हो गया. उन्होंने स्पष्ट रूप से संसद द्वारा पारित कानून में हस्तक्षेप पर सवाल उठाते हुए न्यायपालिका पर हमला बोला. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने न्यायपालिका की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, “अगर अदालत कानून बनाने का काम करती है तो संसद का अस्तित्व निरर्थक हो जाता है.”
इसके साथ ही निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “कानून यदि सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगा तो संसद को बंद कर देना चाहिए. “उनके इस पोस्ट को कानून के विभिन्न पहलुओं को परखने और कमोबेश उसे निलंबित करने में न्यायपालिका की भूमिका की अप्रत्यक्ष आलोचना के रूप में देखा जा रहा है.