दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार तड़के एक फैक्ट्री में भीषण आग लगने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। आग इतनी तेज थी कि कई धमाकों के बाद पूरी इमारत ढह गई। यह घटना बवाना के सेक्टर-2, DSIDC क्षेत्र के J-10 पते पर सुबह करीब 4:48 बजे हुई। सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 17 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा। फायर ब्रिगेड की टीमें आग पर काबू पाने में जुटी हुई हैं।
आग की भयावहता और धमाके
जानकारी के अनुसार, आग ने देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसमान में धुएं का गुबार छा गया। इस दौरान कई जोरदार धमाके हुए, जिसके कारण फैक्ट्री की इमारत पूरी तरह ढह गई। डिवीजनल फायर ऑफिसर अशोक कुमार जायसवाल ने बताया कि फैक्ट्री में ज्वलनशील पदार्थ मौजूद थे, जिसके कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। हालांकि, गनीमत रही कि इस हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
फायर ब्रिगेड का राहत कार्य
दिल्ली फायर सर्विस को सुबह 4:48 बजे आग की सूचना मिली, जिसके बाद तत्काल 17 दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। फायर ब्रिगेड की टीमें कड़ी मशक्कत के साथ आग बुझाने में जुटी हैं। डिवीजनल फायर ऑफिसर ने बताया कि आग पर लगभग काबू पा लिया गया है, लेकिन पूरी तरह नियंत्रण के लिए अभी और समय लग सकता है। आसपास के इलाकों को एहतियातन खाली करा लिया गया है ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।
बवाना में बार-बार आग की घटनाएं
बवाना औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी 2024 में 12 मई, 13 जनवरी, और 17 दिसंबर को बवाना की फैक्ट्रियों में भीषण आग लग चुकी है। इन घटनाओं में प्लास्टिक और अन्य ज्वलनशील सामग्री के कारण आग तेजी से फैली थी। इस बार की घटना ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग और फैक्ट्री मालिक प्रशासन से कड़े सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
आग लगने का कारण और नुकसान
फिलहाल आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक जांच में ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग के तेजी से फैलने की बात सामने आई है। फैक्ट्री में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया है। पुलिस और दमकल विभाग संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रहे हैं ताकि आग के कारणों और नुकसान का सही आकलन किया जा सके।
सुरक्षा उपायों की जरूरत
यह घटना औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि फैक्ट्रियों में अग्निशमन यंत्रों, उचित बिजली प्रबंधन, और आपातकालीन निकास की व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए। बवाना जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में बार-बार होने वाली आग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
बवाना में लगी इस भीषण आग ने एक बार फिर दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई के कारण स्थिति को और बिगड़ने से रोका गया, लेकिन इस घटना ने प्रशासन और फैक्ट्री मालिकों को सुरक्षा उपायों पर गंभीरता से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। स्थानीय लोग और उद्यमी प्रशासन से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।