दिल्ली-एनसीआर में कल रात मौसम ने अचानक करवट ली, जब तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश ने राजधानी को एक नदी में तब्दील कर दिया। भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही रेड अलर्ट जारी किया था, और रात भर चली बारिश ने शहर में कई जगहों पर जलभराव और यातायात की भारी समस्याएं पैदा कीं।
वायस ओवर: दिल्ली के कई इलाकों जैसे दिल्ली कैंट, धौला कुआं, और आईटीओ में सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। तेज हवाएं, जिनकी गति 82 किलोमीटर प्रति घंटे तक दर्ज की गई , ने पेड़ और बिजली के खंभे उखाड़ दिए, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
वायस ओवर: इस तूफान का असर दिल्ली हवाई अड्डे पर भी पड़ा, जहां 49 उड़ानें, जिनमें 17 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल थीं, डायवर्ट की गईं। इंडिगो और एयर इंडिया ने यात्रियों को सलाह दी कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति पहले जांच लें। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइंस की खराब प्रबंधन की शिकायतें भी दर्ज कीं।

वायस ओवर: आम आदमी पार्टी ने इस जलभराव के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। आप नेता आतिशी ने ट्वीट कर कहा, “2025 में भी दिल्ली का यही हाल है। जब भी बारिश होती है, बिजली चली जाती है। यह है बीजेपी की चार इंजन वाली सरकार।” वहीं, दिल्ली कैंट अंडरपास में एक कार और बस पानी में डूबने की घटना ने लोगों का ध्यान खींचा।
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भरद्वाज ने भी ट्वीट पर मुंडका की एक वीडियो शेयर करते हुए पहली बारिश में PWD मंत्री परवेश वर्मा जी के पैतृक गाँव मुंडका मेन रोड का हाल दिखाया, और प्रवेश वर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि
मंत्री जी ने बताया था 335 सस्पेंशन लेटर तैयार हैं , जल भराव हुआ तो PWD के अफसर सस्पेंड किए जाएँगे ।
वायस ओवर: इस बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं शहर की जल निकासी व्यवस्था की खामियों को भी उजागर किया। प्रशासन ने पानी निकासी के लिए टीमें तैनात की हैं, लेकिन कई इलाकों में हालात अभी भी सामान्य नहीं हुए हैं।
एंकर: दिल्ली में यह बारिश राहत के साथ-साथ चुनौतियां भी लेकर आई। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों तक सावधानी बरतने की सलाह दी है। निवासियों से अनुरोध है कि वे घर के अंदर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।