Saturday, April 20, 2024
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दुकान में बंदूक की नोक पर डेढ़ लाख की लूट, ग्राहक को भी नहीं छोड़ा

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

नई दिल्ली। राजधानी के नार्थ वेस्ट जिले में आए दिन ह्त्या, लूट, स्नेचिंग के बढ़ते मामले पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका है, तो इससे लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ताज़ा मामला अशोक विहार थाना क्षेत्र के वज़ीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया का है। यहां 23 फरवरी को एक परचून की दुकान में चार लूटेरे घुस आए और दुकानदार, उनके कर्मचारियों और मौजूद दो ग्राहकों से नगदी लूट कर फरार हो गए। लूट की यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पुलिस ने मामला दर्ज़ कर लूटेरों की तलाश शुरू कर दी है।


नार्थ जिला में हत्याएं, लूट, स्नेचिंग की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही है। घटना के दिन देर शाम फिर एक वारदात ने पुलिस के होश उड़ा दिए। अशोक विहार थाना क्षेत्र के वज़ीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में कम्प्यूटर मार्केट है। शाम के वक्त इसी कंप्यूटर मार्केट की बिल्डिंग के बेसमेंट में परचून की एक दुकान में चार हथियारबंद लूटेर घुस आए। उन्होंने दुकान के मालिक और उसके नौकर को रिवाल्वर की नौक पर बंधक बना लिया। दुकान के गल्ले में रखे करीब डेढ़ लाख की नगदी लूट ले गए। उस वक्त दूकान पर दो ग्राहक भी थे। लूटेरों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा और उनके पास भी जो पैसे थे लूट लिए।

इस लूट के संबंध में दुकानदार नरेश बंसल ने घटना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि बेशक यह वारदात कैमरे में कैद नहीं हो पायी, लेकिन इस मार्केट में जगह जगह लगे कई सीसीटीवी कैमरों में यह वारदात कैद हो चुकी है। इसमें चार लूटेरे शामिल थे और सभी के चेहरे मास्क से ढंके थे। सभी के हाथ में रिवाल्वर थी। उनकी उम्र भी करीब 30 से 35 साल के आस-पास ही थी। उन्होंने नगदी के अलावा दुकान के किसी भी सामान को हाथ नहीं लगाया।


जिस तरह खुले आम इस घटना को अंजाम दिया गया उसने जिला पुलिस में फिर हड़कंप मचा दिया है। अशोक विहार थाना पुलिस ने मामला दर्ज़ कर लिया है और सीसीटीवी कैमरों में आयी तस्वीरों के आधार पर लूटेरों की पहचान कर उनकी तलाश कर रही है। बहरहाल, सीसीटीवी की साफ़ साफ़ तस्वीरें होने की बाद क्या पुलिस इन तक पहुंच पाएगी यह देखना तो अभी बाकी है, लेकिन नार्थ वेस्ट जिला पुलिस में डीसीपी साहिबा की लाख सख्ती के बावजूद भी इस तरह की घटनाएं पुलिस के लिए चुनौती और जनता के बीच चर्चा का विषय बनी हुयी है।

उपचुनाव प्रचार मैदान में कूदे केजरीवाल, रोड शो में किया बवाना में सीवर बनाने का वादा

पुनीत गुप्ता, संवाददाता

नई दिल्ली। एमसीडी का उपचुनाव अगर भाजपा के लिए निगमों पर अपनी सत्ता की पकड़ मजबूत बनाए रखने की जद्दोजहद का प्रश्न बना हुआ है, तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए लिए भी नाक का सवाल बन गया है। संभवत: यही वजह है कि उपचुनाव प्रचार के मैदान में केजरीवाल भी कूद पड़े हैं। उन्होंने 24 फरवरी को रोड शो में हिस्सा लेकर आप के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे।  इस क्रम में बीजेपी पर निशाना साधाते हुए 100 करोड़ की लागत से सीवर लाइन बिछाने का वादा भी किया।


रोड शो के दौरान केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों से बीजेपी नगर निगमों पर काबिज है। उन्होंने निगमों का क्या हाल कर रखा है,यह सभी लोग जानते हैं। इसलिए उपचुनावों में आप उम्मीदवारों को जिताएं, ताकि काम हो सके।


दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के पांच वार्डों के लिए उपचुनाव के बचे तीन दिन पहले आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने  शालीमार बाग (नॉर्थ एमसीडी क्षेत्र) में एक रोड शो में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने द्वारा किए गए काम की फेहरिश्त बताते हुए आप के उम्मीदवारों को जिताने को कहा। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले छह वर्षों में दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए कई क्षेत्रों में काम किया है, जैसे स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी की उपलब्धता आदि। लेकिन भाजपा ने एमसीडी को ही संकट में डाल दिया है।


पिछले चुनाव में पांचों वार्डों में से, चार – रोहिणी सी, त्रिलोकपुरी, कल्याणपुरी और चौहान बांगर में आप ने जीत हासिल की थी। रेणु जाजू की मृत्यु के बाद से शालीमार बाग वार्ड खाली हो गया है। रेणु बीजेपी के टिकट पर जीती थीं। उपचुनावों के लिए आप के पांच उम्मीदवार हैं- कल्याणपुरी से बंटी गौतम, त्रिलोकपुरी से विजय कुमार (दोनों पूर्वी दिल्ली नगर निगम के तहत), चौहान बांगर से मोहम्मद इशराक खान, रोहन सी से रामचंद्र और शालीमार बाग से सुनीता मिश्रा (नॉर्थ एमसीडी)। एमसीडी उपचुनावों के नतीजे 3 मार्च को घोषित किए जाने हैं।


रोड शो के दौरान ही मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में सीवर लाइनें बिछाने के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि इसकी स्थानीय लोगों की लंबे समय से मांग थी। आप ने अपने पूर्व बवाना विधायक रामचंदर को आगामी उपचुनावों के लिए अपने रोहिणी वार्ड के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। शालीमार बाग और बवाना में रोड शो करते हुए  केजरीवाल ने आप की जीत के लिए अपील की, कहा कि पार्टी सत्ता में रहने पर नागरिक निकायों का “चेहरा” बदल देगी।


बवाना में उन्होंने क्षेत्र में सीवर लाइनें बिछाने के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर करने का वादा किया, जो उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की लंबे समय से मांग थी। शालीमार बाग में, केजरीवाल आप के वार्ड उम्मीदवार सुनीता मिश्रा के साथ थे। नॉर्थ एमसीडी के अंतर्गत आने वाले रोहिणी और शालीमार बाग वार्डों के अलावा पूर्वी नागरिक निकाय के त्रिलोकपुरी, कल्याणपुरी और चौहान बांगर वार्डों में मतदान हो रहे हैं। शालीमार बाग में, केजरीवाल ने कहा कि  नागरिकों के नेतृत्व वाली आप की दिल्ली सरकार ने  बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में कई अहम काम किए हैं।

बवाना में रोड शो कर उन्होंने जनता से ‘आप’ प्रत्याशी रामचंद्र को भारी मतों से जीताने की अपील की। शाहबाद डेरी मे रोड शो के दौरान केजरीवाल ने कहा कि हमने स्कूल, अस्पताल, पानी और बिजली ठीक किया और अब एमसीडी को ठीक करना है. बीजेपी ने एमसीडी का बेड़ा गर्क कर रखा है. उन्होंने कहा कि बवाना में गंदगी से लोग जूझ रहे हैं. आप की सरकार यहां 100 करोड़ रुपए की लागत से सीवर लाइन डलवाएगी. सीएम ने कहा कि पूरे देश और दुनिया में दिल्ली ही एकमात्र राज्य है, जहां आप के राज में जनता के बिजली का बिल जीरो आता है।केजरीवाल ने बवाना क्षेत्र में कहा- ये पूरी दुनिया में एक चमत्कार है कि दिल्ली में 24 घंटे बिजली आ रही है और फ्री में बिजली आ रही है. पूरे देश में किसी भी राज्य में बिजली का बिल जीरो नहीं आता है.



अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी का ज़िक्र करते हुए कहा कि “आप सभी लोग रोज देखते हैं कि बीजेपी वाले मेरे साथ कितना लड़ते हैं? हमें एक भी काम नहीं करने देते हैं. आप सभी लोगों से निवेदन है कि आम आदमी पार्टी को वोट देना. पिछली बार जितने वादे किए थे, हमने वे सारे वादे पूरे किए. आज भी मैं वादा करके जा रहा हूं कि आपके यहां सीवर की लाइन डलवा दूंगा.”
अपने बवाना रोड शो के दौरान, केजरीवाल ने कहा कि  ने इलाके में सड़कों की मरम्मत के अपने वादे को “पूरा” किया है। मुझे याद है कि तीन साल पहले चुनाव से पहले मैं यहां आया था। यह बरस रहा था और पूरी सड़क गड्ढों से भर गई थी। मैंने आपसे वादा किया था कि अगर आप जीत जाती है, तो हम इस सड़क को बदल देंगे। हमने अपना वादा पूरा किया है। मैंने आपसे वादा किया था कि मैं स्कूलों और अस्पतालों में सुधार करूंगा, और मेरी सरकार ने किया।


यह मेरा वादा है कि मैं इस क्षेत्र में सीवर परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये की मंजूरी दूंगा। यदि आप किसी अन्य पार्टी को वोट देते हैं, तो वे इस क्षेत्र को विकसित नहीं होने देंगे और मुझे काम करने देंगे। वे मेरे साथ लड़ेंगे, जैसा भाजपा करती है। मैंने पिछले चुनावों में किए अपने सभी वादों को पूरा किया है। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपने दिल्ली के विकास के लिए आप को जीत दिलाएं।

शालीमार बाग में सभी की नजर जातीय समीकरण पर कोई पूर्वांचल, तो कोई पारंपरिक वोटर के भरोसे

राजेंद्र स्वामी, संवाददाता

नई दिल्ली। दिल्ली में हो रहे नगर निगम उपचुनाव अगले साल होने जा रहे निगम चुनावों का आईना माना जा रहा है। शालीमार बाग़ सीट पर भी तीनों प्रमुख पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह सीट बीजेपी पार्षद रेनू जाजू की मौत के बाद खाली हुयी है। बीजेपी ने यहाँ उनकी पुत्रवधु को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ता की पत्नी ममता आर्या को और आम आदमी पार्टी ने अपने कार्यकर्ता की पत्नी  सुनीता मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर सभी उम्मीदवारों को एक ओर जहां जातीय समीकरण पर नजर टिकी है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक मतदाता भी अहम हैं।


दिल्ली में नगर निगम की जिन पांच सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें शालीमार बाग पर कुल 45 हज़ार मतदाता हैं। यह सीट बीजेपी के खाते में थी, किंतु यहां की निगम पार्षद रेनू जाजू की मृत्यु के बाद इस सीट के लिए तीनों पार्टियों ने अपने-अपने उम्मदीवार उतरने के समय जातीय समीकरणों को भी ध्यान में रखा है। बीजेपी ने इस सीट पर पहले पार्षद रही रेनू जाजू की पुत्र वधु सुरभि जाजू को प्रत्याशी बनाया है। सुरभि वैश्य समाज से आती हैं। शालीमार बाग की सियासत में वैश्य और पंजाबी समाज का दबदबा रहा है। इस सीट पर 16 ब्लॉक हैं, जिनमें बीजेपी यही परम्परागत वोट बैंक है। उनकी संख्या करीब 10 से 12 हज़ार है। हालांकि विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने लगातार दो बार चुनाव जीतकर इस मिथ्या को तोड़ा है।


बहरहाल, बीजेपी की सुरभि जाजू अपने इस सीट को वापस हासिल करने की चुनौती है। निगम की कंगाली के चलते विकास कार्य ठप है। ऐसे में सुरभि के सामने दिल्ली सरकार और स्थानीय विधायक को कोसने के अलावा और कोइ विकल्प नजर नहीं आता।


शालीमार बाग़ की इस निगम सीट में दो गांव और चार झुग्गी क्लस्टर भी आतें हैं। उनपर कांग्रेस की नजर है। इस सीट से ममता आर्य कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। ममता जाट है और शालीमार बाग़ के सहीपुर गांव की है। यहाँ जाट समुदाय के भी करीब 2500 वोट हैं। यही वजह है कि कांग्रेस ने गांव के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाकर उम्मीद लगाई है। कांग्रेस इस आशा में है कि शायद क्षेत्रवाद और जाट समुदाय का वोट एक तरफा मिल जाये। इस सीट पर पूर्वांचल वोट सबसे ज्यादा करीब 16 हज़ार है। बाकी सैनी समाज के अतिरिक्त प्रजापति समाज के करीब 8 हज़ार मतदाता हैं। यहाँ अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाति के मतदाता केवल 10 प्रतिशत के आसपास यानि करीब 10 हज़ार हैं। कांग्रेस की कोशिश है कि वह अपने इस परम्परागत वोट बैंक को फिर से हासिल करने में सफल हो जाए। कांग्रेस प्रत्याशी ममता आर्या अपने चुनाव प्रचार में “आप ” की दिल्ली सरकार और बीजेपी की निगम सरकार की पोल खोलने में लगी हैं। साथ ही वह अपनी सरकार के कार्यकाल को भी याद दिलती है कि कैसे उन्होंने क्षेत्र का विकास किया है।
 


आम आदमी पार्टी ने यहाँ से अपने कार्यकर्ता की पत्नी सुनीता मिश्रा को प्रत्याशी बनाकर पूर्वांचल कार्ड खेला है। यहां की विधायक वंदना कुमारी भी पूर्वांचल से है। लिहाज़ा आम आदमी पार्टी यह निगम में व्याप्त भ्र्ष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा मान रही है। साथ ही भरोसा दिला रही है कि यदि दिल्ली और निगम में एक ही पार्टी की सरकार होगी, जो ज्यादा जिम्मेदारी और जबाबदेही के साथ काम करेगी। उसका आरोप है कि बीजेपी निगम को नहीं चला पा रही है।


कुल मिलाकर मुकाबला बड़ा रोचक है। तीनों पार्टियों ने अपने कई नेताओं को लगाकर पूरी ताकत झोंक दी है। उन्हें मालूम है कि इन पांच सीटों के चुनाव परिणाम केवल इन सीटों की हार जीत ही तय नहीं करेंगे, बल्कि 2022 में होने वाले दिल्ली नगर निगम के चुनावों की दिशा और दशा भी तय करेंगे। यह संकेत देंगे की दिल्ली के दिल में क्या है। 

दिल्ली में शुरु हुआ गर्मी का मौसम, लोग हुए परेशान

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

दिल्ली।। देश की राजधानी से ठंड अब बोरिया-बिस्‍तर समेटकर जा चुकी है। औऱ साथ ही अब गर्मी आ चुकी है। बुधवार को सफदरजंग में अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जबकि न्‍यूनतम तापमान 12 डिग्री रहा जो सामान्‍य से एक डिग्री ज्‍यादा है। मंगलवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया था। जब पूर्वी दिल्‍ली के स्‍पोर्ट्स कॉम्‍प्‍लेक्‍स वेदर स्‍टेशन में पारा 33.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। पीतमपुरा सेंटर पर मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री दर्ज हुआ था। सफदरजंग में मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री ही दर्ज किया गया था। पिछले साल के मुकाबले यह सामान्‍य से सात डिग्री ज्‍यादा था।


मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का अगले 7 दिनों का पूर्वानुमान बताता है कि 25 फरवरी से 27 फरवरी के बीच अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। इसके बाद भी गर्मी मौसम में खास बदलाव नहीं होगा। तापमान में महज डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है।


आखिरी बार फरवरी के महीने में सफदरजंग स्‍टेशन पर इससे अधिक तापमान 2018 (23 फरवरी) में दर्ज किया गया था। 2017 में 21 फरवरी को 32.4 डिग्री तापमान दर्ज हुआ था। पिछले दो साल में फरवरी के महीने में दिल्‍ली में अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पार भी नहीं गया था।

एमसीडी उपचुनाव: बड़े-बडे नेता लगा रहे पूरा दमखम

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली। एमसीडी का उपचुनाव कहने को भले ही लोकल चुनाव है, लेकिन इसमें जीत आप, भाजपा और कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बन गया है। यही कारण है कि उन्होंने अपने उम्मीदवारों की जीत पक्की करने के लिए बड़े—बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया है। उपचुनाव में रोहिणी वार्ड 32 N में भी चुनाव प्रचार के दौरान 23 फरवरी को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यह सीट भाजपा के लिए कभी आसान नहीं रही। इसे देखते हुए   उसने यहां अपने बड़े-बड़े स्टार प्रचारक मैदान में उतार दिए हैं। यहाँ बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के आने से मुकाबला चतुष्कोणिय हो गया है।


बवाना विधान सभा के वार्ड 32N रोहिणी सी सीट पर हो रहे नगर निगम उपचुनाव में मुकाबला मुख्यतया चार प्रत्याशियों के बीच है। मौजूदा विधायक जयभगवान् उपकार बीएसपी के पार्षद थे। उसके बाद  पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक  रामचंद्र की टिकट काट कर जयभगवान को थमा दी थी, और वे विधायक बन गए। उनकी जगह खाली हुयी सीट पर अब आम आदमी पार्टी ने यहां से अपने पूर्व विधायक रामचंद्र को प्रत्याशी बनाया है। ये दोनों ही बीएसपी से आप में शामिल हुए थे। अब बीएसपी भी नए उम्मीदवार के साथ जीत की उम्मीद लेकर मैदान में है।


कांग्रेस ने यहां से अपनी पूर्व पार्षद मेमवती बरवाला को प्रत्याशी बनाया है। इस वार्ड के साथ—साथ मेमवती का काफी प्रभाव है। यानी मुकाबला यहां चरो दलों के बीच है। सभी अपने-अपने मुद्दों और अपनी अपनी खासियत के साथ जीत का दावा कर रहे हैं।  


अपनी जीत को लेकर आश्वस्त आप के उम्मीदवार रामचंद्र का कहना है कि में तो सीधा सादा हूँ। गाय हूँ, हमेशा आपके बीच रहूंगा। जब विधायक था तो काफी काम किये और अब फिर करूंगा।
इसी तरह से कांग्रेस की प्रत्याशी मेमवती बरवाला को भी काफी उम्मीद है कि उसकी ही जीत होगी। उनके मतदाता भले ही लोकल हों लेकिन निशाना भाजपा की केंद्र सरकार पर है। उनका कहना है कि सिलेंडर के बढ़े। दाम देखकर मुझे रोना आता है। कांग्रेस ने जो काम शुरू किए थे उसे आगे बढ़ाएंगे।  


बीजेपी ने यहाँ राकेश गोयल को अपना उम्मीदवार बनाया है। गोयल पिछले निगम चुनाव में बहुत कम वोटों के अंतराल से हार गए थे। लिहाज़ा उन्हें पार्टी ने दोबारा मौक़ा  मिला है।  पार्टी ने बड़े नेताओं और स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है। उनमें  हंस राज हंस और मनोज तिवारी हैं। चुनावी सभाओं में चर्चा जहाँ इलाके की बदहाली और विकास पर होनी चाहिए थी, वहां भाजपा के निशाने पर केजरीवाल सरकार और उसके स्थानीय विधायक  हैं उसके बाद वे प्रत्याशी पर निशाना साधते हैं। अपनी चुनावी सभाओं में  भाजपा ने स्थानीय विधायक जयभगवान उपकार और रामचंद्र के बीच मतभेदों को जनसभाओं में ज्यादा उछाल रही हैं। साथ ही भाजपा आम आदमी पार्टी पर आरोप लगा रही है कि आप ने जिसे नक्कारा बताकर टिकट काटा अब  उसी  पर दाव लगा रही है।  

भाजपा प्रत्याशी राकेश गोयल का कहना है कि एमपी फंड से सीवर लाइन दलवाऊंगा। आप से उम्मीद किसी काम का नहीं। इसलिए पार्टी ने उनकी टिकट काटी थी और अब फिर टिकट मिल गई है। इसी तरह से भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता  का कहना है कि आप विधायक और प्रत्याशी दोनों की आपस में बनती नहीं। आम आदमी पार्टी ने जिसे नाकाबिल समझा और टिकट काट दी उसी को फिर प्रत्याशी बना दिया। दोनों आपस में लड़ते रहते हैं।

कुल 65 हज़ार मतदातों वाली इस सीट पर दलित वोट करीब 60 प्रतिशत के साथ निर्णायक भूमिका में है। यहाँ सबसे ज्यादा वोट शाहबाद दौलत पुर स्लम एरिया में है। हालांकि रोहिणी के तीन सेक्टर 24 , 25  और 26 भी इसी वार्ड का हिस्सा है। यह सीट जितना बीजेपी के लिए हमेशा ही टेढ़ी खीर रहा है, लेकिन अब चतुष्कोणीय मुकाबले में बीजेपी अपनी जीत की संभावनाएं तलाश रही है।