डिम्पल भारद्वाज, संवाददाता
दिल्ली।। बुधवार को नॉर्थ एमसीडी के बजट सत्र में चर्चा तो एमसीडी के बजट पर होने पर भी बजट सत्र में चर्चा से अलग कई चीजें ऐसी हुई जो पहली बार देखने को मिली। नॉर्थ एमसीडी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब बजट सत्र विपक्ष के पार्षदों निलंबित किया गया। बता दे की आप विधायक समेत पार्षदों को सदन में हंगामा करने बाद सदन से से बर्खात दिया गया। इस हंगामा पर मेयर जय प्रकाश ने आरोप लगाया की आप विधायक सदन में हंगामा करने की मानसिकता के साथ पहुंचे थे। जो उनके व्यवहार में साफ झलक रहा था।
नॉर्थ एमसीडी में बुधवार के दिन बजट सत्र पर अंतिम चरण की चर्चा चल रही थी। इस दौरान मॉडल टाउन से आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने दिल्ली सरकार के बचाव में ऐसे तथ्य सामने रखे जिसके बाद सदन में हंगामा शुरु हो गया। जहां बीजेपी के पार्षद विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी द्वारा पेश किये गये आकंडो को झूठा बता रहे थे तो वहीं आप पार्षद चौकिदार चोर के जबरदस्त नारे लगाने लगे। बीजेपी के एक पार्षद ने सवाल किया कि जो आंकडे आप बता रहे हैं क्या वह केवल उत्तरी दिल्ली नगर निगम के है इसके जवाब में त्रिपाठी ने बताया की यह आंकडे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नहीं बल्कि दिल्ली की तीनों एमसीडी के हैं। इसके बाद बीजेपी के पार्षद इस बात से नाराज़ हो गये की सदन में नॉर्थ एमसीडी के बजट पर चर्चा चल रही है तो फिर आंकडे तीनों एमसीडी पेश क्यों किये जा रहे हैं। जिसके बाद आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी द्वारा जबरदस्त हंगामा किया गया।
यह हंगामा इतना बढ़ा की विधायक समेत सभी पार्षद वेल में आकर मेयर के सामने नारेबाजी करने लगे। मेयर जयप्रकाश ने कई बार विधायक समेत पार्षदों को चेतावनी दी समझाने की कोशिश की लेकिन आप विधायक और पार्षद नहीं माने और लगातार वेल में आकर विरोध प्रदर्शन और हंगामा करते रहे। जिसके बाद महापौर ने विधायक समेत पार्षदों को सदन से बाहर का रास्ता दिखा दिय़ा।लेकिन विधायक और पार्षद सभागार से बाहर जाने को तैयार नहीं थे तो महापौर ने उन्हे बाहर निकालने के लिये मार्शलों को आदेश दिया। जिसके बाद पार्षद अपने विधायक के साथ बाहर निकाल दिये गये।