जूही तोमर, संवाददाता
नई दिल्ली। गर्मी की शुरुआत होते ही राजधानी में पानी की आपूर्ति पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इसी के चलते बुधवार को मध्य, दक्षिणी, उत्तरी व पश्चिमी दिल्ली समेत विभिन्न इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी। इसे लेकर जल बोर्ड उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने हरियाणा पर यमुना में अमोनिया युक्त गंदा पानी छोड़ने का आरोप लगाते हुए उसे जिम्मेदार ठहराया है।
राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा की ओर से यमुना में छोड़े जा रहे पानी में अमोनिया का स्तर 7.6 पीपीएम तक दर्ज किया जा रहा है। साथ ही हरियाणा की ओर से यमुना के जलस्तर को भी कम कर दिया गया है। इससे यमुना का स्तर 674 फीट से घटकर 670 फीट हो गया है। उन्होंने कहा कि बढ़े हुए अमोनिया की वजह से जल बोर्ड के ट्रीटमेंट प्लांट पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं। वजीराबाद प्लांट में पानी उत्पादन की क्षमता 135 से घटकर 82, चंद्रावल में 92 से 71 और ओखला में 21 से 10 एमजीडी तक हो गई है। इससे मध्य दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। यमुना नदी दिल्ली के लिए बहुत बड़ा पानी का स्रोत है। दिल्ली के घर में पहुंचने वाले पानी का 40 फीसदी हिस्सा यमुना नदी का होता है।
चड्ढा ने कहा कि इन दिनों पानी में बहुत भारी मात्रा में अमोनिया का कचरा देखा जा रहा है। जब पीपीएम का स्तर बढ़कर दो या तीन पर पहुंच जाता है तब भी पानी शोधित करने योग्य नहीं रहता है जबकि अभी पानी में अमोनिया का स्तर 7.6 पीपीएम तक पहुंच चुका है। चड्ढा ने कहा कि हरियाणा अपराधिक लापरवाही कर रहा है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया गया है।