-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। डीज़ल की बढ़ी कीमतों से परेशान देशभर के ट्रांसपोर्टर 28 जून को काला दिवस मनाकर एक दिन के सांकेतिक आंदोलन आगाज करेंगे। ट्रांसपोर्ट अस्सोसिएशन्स ने चेतावनी दी है की यदि उनकी मांगी नहीं मानी गयी तो वे पूर्ण रूप से अनिश्चित काल के लिए चक्का कर सकतें है। दिल्ली दर्पण टीवी से बात करते हुए आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ( AIMTC ) की अगुवाई देशभर की एसोसिएशन ने इस सांकेतिक आंदोलन के साथ ही बड़े आंदोलन की तैयारी भी कर रही है। उन्हें यकीन है की सरकार उनकी मांगों को लेकर गभीर नहीं है लिहाज़ा उनके पास आंदोलन के सिवा कोई रास्ता नहीं है। ट्रांसपोर्टर फेडरेशन ऑफ़ इंडिआ के उपाध्यक्ष अजय मैनी ने दिल्ली दर्पण टीवी से बात करते हुए कहा कि देशभर में ट्रांसपोर्टर 28 जून को काली पट्टी बान्धकर काम करेंगे साथ है अपने अपने राज्य में डीएम और एसडीएम को अपनी मांगों का ज्ञापन भी देंगे।
अजय मैनी ने कहा कि आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ( AIMTC ) के अध्यक्ष कुलतरण सिंह अटवाल देश की सभी एसोसिएशन के साथ सम्पर्क में है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है की उनकी सबसे बड़ी मांग डीज़ल के बढे हुए दाम है। कोरोना काल के तीन महीनों के दौरान ही डीज़ल के दाम 16 रुपये बढ़ गए है। सरकार का डीज़ल पेट्रोल के दामों पर नियंत्रण नहीं है।
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ( AIMTC ) की प्रमुख मांगे
1 -डीज़ल के दामों को कम किया जाये ,डीज़ल को जीएसटी के दायरे में लाया जाये। 2- 6 महीने का लोन मोरोटोरियम दिया जाये। 3 -Eway बिल की विसंगतियों को दूर किया जाये। 4 -सड़क पर पुलिस ,ट्रेफिक , ट्रांसपोर्टर विभाग के भ्र्ष्टाचार को रोका जाये।
कोरोना महामारी की वजह से हुयी दिक्कतों और नुक्सान के बारे में बताते हुए अजय मैनी ने कहा कि कोरोना की वजह से उनका काम लगभग चौपट हो गया है। रहे सही कसार डीज़ल के बढे दामों ने पूरी कर दी है। ट्रांसपोर्टर भुखमरी के कगार पर है। मौजूदा स्थिति उनके लिए करो या मरो की है। हद और हैरत तो यह है की देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले ट्रांसपोर्ट उद्योग को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।