पुलिस की हिदायत के बावजूद रसूलपुर में जुटे ग्रामीण, गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दादरी । पुलिस की हिदायत के बावजूद सैकड़ों किसानों ने बुधवार को रसूलपुर गांव में धरना शुरू कर दिया। वे समान मुआवजा, प्रभावित परिवार के सदस्य को एनटीपीसी में स्थायी रोजगार और गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की रिहाई होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया। वहीं, मंगलवार को हुए बवाल के मामले में एनटीपीसी प्रबंधन ने 54 लोगों को नामजद करते हुए 550 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। प्रबंधन का आरोप है कि किसानों ने एनटीपीसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।
Dadri NTPC के लिए हुए जमीन अधिग्रहण में समान मुआवजा, प्रभावित परिवार के सदस्य को स्थायी रोजगार, प्रभावित गांव के विकास को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस मामले में 13 किसानों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद किसानों ने विधायक तेजपाल नागर के दादरी आवास पर धरना दिया था। रात नौ बजे तक धरने पर बैठने के बाद भी किसानों की विधायक से मुलाकात नहीं हो सकी थी।
इसके बाद किसानों ने बुधवार से फिर एनटीपीसी पर प्रदर्शन करने की बात कही थी। हालांकि, पुलिस ने सुबह से ही रसूलपुर, ऊंचा अमीरपुर, सीधीपुर आदि गांवों में फ्लैग मार्च कर लोगों को घर में रहने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और किसान रसूलपुर गांव के तिराहे पर पहुंच गए। गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों की बढ़ती संख्या को देखकर प्रशासन ने उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए रसूलपुर गांव में ही एक स्थान चिह्नित कर दिया। इसके बाद किसान वहीं प्रदर्शन करने लगे। यहां पहुंचकर कई किसान संगठनों ने किसानों का समर्थन किया। सभी ने गिरफ्तार किसानों की रिहाई और मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही।
एनटीपीसी प्रबंधन ने मंगलवार को हुए बवाल के मामले में 54 नामजद सहित करीब 550 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने बलवा करने के आरोप में किसान नेता सुखबीर खलीफा, मनिंदर यादव, पवनेश प्रधान, अक्षय राणा ,अनूप राघव , महावीर सिसोदिया, सौरभ, हिमांशु राणा, पूनम गौतम, अनीता राणा समेत 54 लोगों को नामजद कर लिया है। लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक किसान घायल हुए थे।
लाठीचार्ज के विरोध में नेता का इस्तीफा
एनटीपीसी के पास मंगलवार को हुए किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में अब क्षेत्रीय भाजपा नेता भी पुलिस की आलोचना कर रहे हैं। बुधवार को नगर मंत्री सतपाल राणा ने सोशल मीडिया के माध्यम से पद से इस्तीफा देने की बात कही। बुधवार को कई भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन स्थल पर किसानों के बीच पहुंचकर मांगों का समर्थन किया।
एनटीपीसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया : एनटीपीसी प्रबंधन
एनटीपीसी प्रबंधन ने इन सभी पर प्लांट की विद्युत सप्लाई प्रभावित करने, प्लांट में प्रवेश से रोकने पर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट पथराव करने और बलवा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। प्रबंधन का आरोप है कि किसानों ने अराजक होकर एनटीपीसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और प्लांट की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों पर पथराव किया, जिसमें पुलिस और कई सुरक्षा जवान घायल हुए। इस बवाल से प्लांट में मौजूद सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। इससे टाउनशिप में भय का माहौल है।
फरार किसानों के खिलाफ पुलिस दे रही दबिश
पुलिस मुकदमे में नामित अभी तक 13 किसानों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसीपी ग्रेटर नोएडा नितिन कुमार का कहना है कि मुकदमों में वांछित अन्य किसानों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। मंगलवार रात को भी कई जगह दबिश दी गई है। जल्द ही अन्य की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।