15 दिन के अल्टीमेटम के बाद सहारा प्रबंधन में मचा है हड़कंप
सीएस राजपूत
भुगतान को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ चल रहा निवेशकों का आंदोलन दिन पर दिन जोर पकड़ रहा है। 15 नवम्बर को देशभर में हुए आंदोलन से सहारा प्रबंधन में हड़कंप मचा है। नोएडा के जोनल ऑफिस पर प्रदर्शन करने को ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा अपनी बड़ी उपलब्धि मान रहा है। यही वजह थी कि उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संसार सिंह और उपाध्यक्ष नौशाद और वरिष्ठ वकील सोमेन्द्र ढाका की अगुआई में सहारा गेट पर धरना प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारी सहारा इंडिया के प्रबंधन को 15 दिन का अल्टीमेटम देकर गये हैं। आंदोलनकारी ऐलान करके गये हैं कि यदि 15 दिन के अंदर उनका भुगतान नहीं हुआ तो वे ट्रैक्टर ट्रालियों में निवेकों को भरकर लाएंगे और नोएडा के सहारा ऑफिस पर आकर डेरा डाल देंगे। दरअसल नोएडा के सेक्टर 11 स्थित यह ऑफिस सहारा मीडिया का है और यहां पर ही सहारा इंडिया के भी अधिकारी बैठते हैं। यही वजह है कि नोएडा गेट पर होने वाले धरना-प्रदर्शन से प्रबंधन में ज्यादा बेचैनी है। सहारा प्रबंधन को इस बात का डर है कि यदि सहारा नोएडा के गेट पर आंदोलन लंबा चल निकला तो नोएडा के राजनीतिक और सामाजिक संगठनों का तो समर्थन मिलना भी शुरू हो जाएगा। मीडिया की फजीहत ऊपर से।
नोएडा के गेट पर आंदोलन से प्रबंधन में बेचैनी की बड़ी वजह यह है कि सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय मीडिया के बल पर ही सारे खेल करते हैं। मीडिया की वजह से ही सहारा प्रबंधन न केवल बच रहा है बल्कि मीडिया ही निवेशकों के आंदोलन के प्रभाव को कम करने का काम कर रहा है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि सुब्रत राय ने निवेशकों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए अपना मीडिया लगा रखा है। सहारा मीडिया से जुड़े रिपोर्टर ही सहारा इंडिया के अधिकारियों के बचाव में शासन और प्रशासन से सेटिंग करा रहे हैं। जानकारी तो यह भी मिल रही कि आंदोलन को कमजोर करने वाले रिपोर्टरों को सुब्रत राय के हस्ताक्षरयुक्त प्रशस्तिपत्र भी दिये जा रहे हैं।
सुब्रत राय की इस रणनीति को आंदोलनकारी बखूबी समझ गये हैं। आंदोलनकारी रणनीति बना रहे हैं कि यदि नोएडा के प्रबंधन ने 30 नवम्बर तक भुगतान न किया तो अगले आंदोलन की सारी ताकत नोएडा के सहारा गेट पर झोकी जाए। वैसे भी ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभव देव शुक्ला ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें सहारा समेत सभी ठगी कंपनियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे संगठनों को एक साथ मिलकर दिल्ली जंतर-मंतर पर बड़ा आंदोलन करने की रणनीति है। देखने की बात यह है कि दिल्ली जंतर-मंतर और नोएडा सेक्टर 11 के सहारा ऑफिस की दूरी कुछ ज्यादा नहीं है। आंदोलनकारियों की समझ में आ गया है कि सुब्रत राय का यदि आज की तारीख में कुछ बिगड़ नहीं पा रहा है तो उसका बड़ा कारण मीडिया ही है। यही सब कारण है कि नोएडा के सहारा ऑफिस पर बड़ा आंदोलन करने की तैयारी ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा कर रहा है।
यह भी जमीनी हकीकत है कि यदि नोएडा के सेक्टर 11 के ऑफिस पर बड़े स्तर पर आंदोलनकारी जुट गये तो न केवल नोएडा का प्रशासन बल्कि लखनऊ तक के शासन और प्रशासन में हड़कंप मच जाएगा। इसका बड़ा कारण यह है कि सेक्टर 11 का सहारा ऑफिस रेजिडेंस एरिया में है। लोगों का बड़े स्तर पर जुटना मतलब बड़ा बवाल मचना। वैसे भी गत 15 नवम्बर को अभय देव शुक्ला को नोएडा के प्रोटेस्ट में आना था पर ऐन वक्त पर उनको बस्ती स्थित उनके आवास पर नजरबंद कर लिया गया। उधर संसार सिंह ने बड़े आंदोलन का मन बना लिया है। दिल्ली जंतर-मंतर और नोएडा में बड़ा आंदोलन करने के लिए देश की राजधानी दिल्ली में निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे सभी संगठनों के प्रतिनिधियों को बुलाकर एक बड़े आंदोलन के ऐलान करने की रणनीति निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे संगठन बना रहे हैं।
उधर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय संयोजक मदन लाल आजाद फिर से भारत यात्रा पर निकल गये हैं। उनका कहना है कि 23 मार्च तक वह लगभग सभी ठगी कंपनियों के निवेशकों का पैसा दिलवाने की व्यवस्था कर देंगे और 23 मार्च को शहीदी दिवस पर दिल्ली जंतर मंतर पर एक उत्सव के रूप में बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा।