तिहाड़ में एक कैदी से यौन उत्पीड़न के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वत संज्ञान लेते हुए दिल्ली के मुख्य सचिव और तिहाड़ के महानिदेशक को नोटिस भेजा है। साथ ही एनएचआरसी ने मौके पर टीम भेजकर इस मामले की छानबीन करने की भी बात कही है।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली । तिहाड़ में एक कैदी से यौन उत्पीड़न के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली के मुख्य सचिव और तिहाड़ के महानिदेशक को नोटिस भेजा है। साथ ही एनएचआरसी ने मौके पर टीम भेजकर इस मामले की छानबीन करने की भी बात कही है।
एनएचआरसी की ओर से जारी नोटिस में लिखा है कि आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। 30 दिसंबर को मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि 22 वर्ष के एक कैदी का जेल परिसर में यौन उत्पीड़न किया गया। कैदियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल प्रशासन की है। पहले भी NHRC की ओर से कई बार जेल प्रशासन को कैदियों की सुरक्षा सहित अन्य मुद्दों को लेकर नोटिस भेजा गया, लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं हुए हैं।
कैदी की मांगी स्वास्थ्य रिपोर्ट, कार्रवाई के निर्देश
आयोग ने कैदी के स्वास्थ्य की रिपोर्ट देने के साथ ही दोषी जेल कर्मचारी व आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नोटिस में लिखा है कि भविष्य में इस तरह की घटना नहीं हो इसके लिए जेल प्रशासन क्या कदम उठा रहा है इसके बारे में भी रिपोर्ट में जानकारी दें।
अस्पताल में भर्ती
पीड़ित कैदी जेल संख्या सात में पास्को के एक मामले में बंद है। आरोप है कि बीते मंगलवार को अचानक जेल के एक अधिकारी ने कैदी के स्वजन को कहा कि आपका बेटा लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती है। उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उसको भर्ती करवाया गया है। वहीं जाकर मिल आओ। जब परिवार अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि दूसरे कैदियों ने उसकी पिटाई की और यौन शोषण भी किया था। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई थी।