पीड़िता बेंगलुरु की रहने वाली है और उसकी पहचान विजय लक्ष्मी के रूप में हुई है। पीड़िता मेट्रिमोनियल साइट पर मिले अंशुल जैन नाम के शख्स से मिलने दिल्ली आई थी। अंशुल ने उसे बताया था कि वह दिल्ली-एनसीआर का व्यापारी है।
नई दिल्ली । ऑनलाइन रिश्तों के इस दौर में किसी पर आंख मूंद कर भरोसा करना कितना महंगा पड़ सकता है यह दिल्ली में हुई एक घटना बहुत अच्छे से दिखाती है। मेट्रिमोनियल साइट पर मिले युवक ने एक एयरलाइन्स की क्रू मेंबर को शादी के बहाने जिस तरह से ठगा उस सदमे से पीड़िता अब भी नहीं उबर पाई है।
दिल्ली पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने शिकायत दी है कि उसके साथ 18 लाख की ज्वेलरी और 65000 नकद की ठगी हुई है। आरोपी ने पीड़िता के एटीएम से भी 50 हजार निकाले हैं जबकि 15 हजार उसके पर्स में थे।
ये है पूरा मामला
पीड़िता बेंगलुरु की रहने वाली है और उसकी पहचान विजय लक्ष्मी के रूप में हुई है। पीड़िता मेट्रिमोनियल साइट पर मिले अंशुल जैन नाम के शख्स से मिलने दिल्ली आई थी। अंशुल ने उसे बताया था कि वह दिल्ली-एनसीआर का व्यापारी है। मेट्रिमोनियल साइट से धीरे-धीरे दोनों व्हॉट्सएप पर भी बातें करने लगे। दोनों में पहचान इतनी बढ़ी कि वह शादी करना चाहते थे।
अंशुल ने विजय लक्ष्मी को तीन दिन पहले दिल्ली बुलाया था। उसने कहा कि दिल्ली में उसके परिवार की एक शादी है, इसी बहाने वो यहां आ जाए और अंशुल के परिवार से मिल ले। इसके साथ ही अंशुल ने कहा कि शादी में आ रही है तो ठीक-ठाक कपड़े और गहने भी लेकर आए।
सात मई को पीड़िता दिल्ली पहुंची और टी2 टर्मिनल पर अंशुल उसे लेने आया। यहां से दोनों एयरोसिटी के फूड कोर्ट में खाने पहुंचे। वहां से निकलकर दोनों कार से जाने लगे। करीब आधा किलोमीटर आगे बढ़े होंगे तभी अंशुल ने विजय लक्ष्मी से कहा कि लगता है कार के टायर में कुछ गड़बड़ी है जरा नीचे उतरकर देखना जरा।
अंशुल के कहने पर जैसे ही पीड़िता कार से नीचे उतरी अंशुल ने गाड़ी की स्पीड तेज की और कार भगा ली। जब ऐसा हुआ तो विजय लक्ष्मी ठगी सी खड़ी रह गई क्योंकि कार में उसका सारा सामान रह गया था, जिसमें उसका फोन तक शामिल था।
पीड़िता ने पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है और बताया कि आरोपी की कार में उसका करीब 300 ग्राम सोना जिसमें 14 सोने की चूड़ियां, 2 एमराल्ड के कड़े, झुमके का एक जोड़ा, एक चोकर नेकलेस, एक स्टड के पेयर शामिल थे। इसके साथ ही सैमसंग एस-फोल्ड फोन, बैग, तीन एटीएम कार्ड, 15 हजार रुपये कैश, घर की चाबी और उसके एयरलाइन्स का आईडी कार्ड भी थे। आरोपी ने चार बार ट्रांजेक्शन कर 40 हजार रुपये कैनरा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से निकाले।
पीड़िता ने शिकायत में कहा है कि वह एयरलाइन्स में केबिन क्रू है और अब उसके पास एक भी पहचान पत्र नहीं है और न ही मोबाइल ही है। पीड़िता ने आरोपी की तस्वीर भी पुलिस को दी है। पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 420/406 के तहत केस दर्ज किया है।