दिल्ली संस्कृत अकादमी की ओर से दिल्ली में 10 स्कूलों में चलाई जा रही है मस्ती की पाठशाला, गुरुकुल संस्कृति के साथ ही धर्म और देशभक्ति पर आधारित किये जा रहे हैं कार्यक्रम
बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे पर मिल रही सफलता को देखते हुए क्या आम आदमी पार्टी भी हिन्दू संस्कृति को अपनाकर अपना वोटबैंक बढ़ाने में लग गई है ? क्योंकि दिल्ली सरकार ने दिल्ली संस्कृत अकादमी की ओर से जिस प्रकार दिल्ली में 10 अलग अलग स्कूलों में मस्ती की पाठशाला चलाई है वह बीजेपी की तर्ज पर चलाई जा है। जिस प्रकार से बीजेपी के मातृ संगठन आरएसएस अपने स्कूलों सरस्वती शिशु मंदिर और विद्या मंदिर में संस्कृत और हिन्दू संस्कृति पर जोर देते हैं ऐसे ही इन स्कूलों में दिया जा रहा है। गुरुकुल संस्कृति पर भी बीजेपी अधिक जोर देती है और इन स्कूलों में गुरुकुल संस्कृति पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को धर्म और अध्यात्म से भी जोड़ा जा रहा है। बच्चे. देशभक्ति के गुर सीख रहे हैं। इस तरह के कार्यक्रम कर बीजेपी वाहवाही बटोरती रही है।
दरअसल दिल्ली सरकार के दिल्ली संस्कृत अकादमी देश की राजधानी के 10 अलग-अलग स्कूलों में मस्ती की पाठशाला चला रही है। 22 मई से 31 मई तक चल रहे 10 दिवसीय समर कैंप में बच्चों को योग, गणित के साथ-साथ संस्कृत विषय का भी अध्ययन कराया जा रहा है।
दरअसल दिल्ली सरकार ने बच्चों के लिए गर्मियों की छुट्टी में क्रिएटिव वर्क के लिए समर कैंप का आयोजन किया है। विशेष रूप से शिक्षा मंत्री आतिशी ने पहली बार दिल्ली के विद्यालयों में मस्ती की पाठशाला का आयोजन कराया है। यहां पर बच्चे खेल-खेल में नाचते, गाते हुए बहुत खूब सीख सकेंगे।
संस्कृत एकेडमी के चेयर पर्सन जीतराम भट्ट ने बताया कि बच्चों के लिए दिल्ली सरकार ने बेहतर व्यवस्था की है। इससे उनका सर्वांगीण विकास हो रहा है।
संगीत के शिक्षक अमरेश कुमार ने बताया कि नए दौर के बच्चे फिल्मी गीतों की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन यहां पर इन्हें धर्म और अध्यात्म से जोड़ा जा रहा है बच्चे. देशभक्ति के गुर सीख रहे है।
समर कैंप और मस्ती की पाठशाला में पहुंचे बच्चों का कहना है कि काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। वैदिक गणित के माध्यम से बड़े से बड़े कठिन प्रश्न भी चुटकियों में हल हो जा रहे हैं। इसमें दो राय नहीं कि मस्ती की पाठशाला में बच्चे काफी कुछ नया सीख रहे हैं।