नोएडा । जनपद में शुक्रवार (16 जून) को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस का आयोजन किया जाएगा। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. भारत भूषण ने बताया – पीएमएसएमए दिवस पर जनपद के संयुक्त जिला चिकित्सालय के साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बृहद स्तर पर गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच की जाएगी। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समय रहते उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) चिन्हित करना और चिकित्सकीय प्रबंधन करना है, जिससे मातृ-शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके और मातृ -शिशु स्वास्थ्य बेहतर हो सके।
डा. भारत भूषण ने कहा स्वस्थ शिशु के जन्म के लिए मां का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। यह तभी संभव है जब गर्भवती अपने आहार, व्यवहार, देखभाल के साथ गर्भावस्था के दौरान निरंतर योग्य चिकित्सक से जांच कराएगी। गर्भवती की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया हुआ है। पहले यह महीने में दो बार नौ और 24 तारीख को मनाया जाता था, लेकिन अब यह महीने में चार बार मनाया जाता है। अब यह महीने की पहली और 16 तारीख को भी मनाया जाता है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस, वजन, ब्लड प्रेशर एवं अन्य जांच की जाती है। इसके साथ ही टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका, आयरन, कैल्शियम एवं आवश्यक दवा दी जाती हैं । एचआरपी (उच्च जोखिम गर्भावस्था) के तहत गर्भवती की पहचान कर उन्हें सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया जाता है। पोषण और परिवार नियोजन अपनाने की सलाह भी दी जाती है।
उन्होंने कहा नियमित जांच से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की आशंका कम होती है। गर्भवती, खासकर आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों की महिलाएं आमतौर पर कुपोषित होती हैं। उन्हें गर्भधारण के दौरान महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी नहीं मिलते। इसका नतीजा अक्सर यह होता है कि बच्चे किसी न किसी विकार के साथ पैदा होते हैं। साथ ही कुपोषण से पीड़ित होते हैं। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए गर्भवती की प्रसव पूर्व सभी जांच जरूरी है।
उन्होंने बताया – प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर दूसरी व तीसरी तिमाही की गर्भवती पर फोकस रहता है। इसमें उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती को चिन्हित किया जाता है। उनकी स्थिति के हिसाब से उन्हें उच्च स्वास्थ्य केन्द्र पर रेफर किया जाता है।
निजी केंद्रों पर दिलाई जा रही अल्ट्रासाउंड सुविधा
जनपदों में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड सुविधा न होने के कारण निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के साथ करार किया है। इन केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड सुविधा प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रीपेड क्यूआर कोड लाभार्थी के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है। यह क्यूआर कोड किसी भी करार शुदा निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर प्रयोग किया जाता सकता है और जारी करने की तिथि से एक माह तक मान्य होता है।