भारी वाहनों पर भी रोक, मॉल और मार्केट भी रहेंगे बंद, डायवर्ट की जाएंगी डीटीसी बसें, दिल्ली मेट्रो कई स्टेशन रहेंगे बंद
जी 20 शिखर सम्मेलन के चलते 8 और 9 सितम्बर को बंद रहेंगे सभी स्कूल-कॉलेज और ऑफिस
भारी वाहनों पर भी रोक, मॉल और मार्केट भी रहेंगे बंद, डायवर्ट की जाएंगी डीटीसी बसें, दिल्ली मेट्रो कई स्टेशन रहेंगे बंद
दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली। देश की राजधानी में जी 20 शिखर सम्मेलन के चलते 8 और 9 सितम्बर दिल्ली के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। शिखर सम्मेलन के बाद यानी कि 11 सितम्बर को सोमवार को फिर से स्कूल और कॉलेज अपने निर्धारित समय से खुलेंगे। दरअसल रविवार को सभी स्कूल और कॉलेज वैसे भी बंद ही रहते हैं। ऐसे में स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षण कार्य दो दिन ही बंद रहेगा।
सरकारी ही नहीं प्राइवेट ऑफिस भी रहेंगे बंद
जी-20 समिट के दौरान दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट ऑफिस को भी बंद रखा जाएगा। कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया है। स्कूल और कॉलेजों की तरह ही सभी सरकारी और प्राइवेट ऑफिस भी 8 और 9 सितम्बर को बंद रहेंगे। हालांकि दिल्ली में अधिकतर ऑफिस शनिवार और रविवार को बंद रहते हैं।
बंद रहेगी भारी वाहनों की आवाजाही
शहर में भारी वाहनों की आवाजाही भी बंद रहेगी। ट्रैफिक अधिकारियों का कहना है कि वीआईपी मूवमेंट के चलते नई दिल्ली एरिया समेत अन्य प्रतिबंधित या सुरक्षा घेरे वाली जगहों के आसपास ट्रैफिक नियम लागू कर दिया जाएगा। इस दौरान बॉर्डर से केवल आवश्यक वस्तुओं जैसे कि दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स, सब्जियां राशन का सामान दवाइयां और पेट्रोलियम पदार्थ आदि लेकर आ रहे ट्रकों को ही एंट्री दी जाएगी। अन्य सभी हेवी और मीडियम गुड्स वाहनों को एंट्री नहीं मिलेगी। हालांकि शहर के अंदर से गाड़ियां बाहर जा सकेंगी।
मॉल और मार्केट भी रहेंगे बंद
समिट के दौरान नई दिल्ली एरिया के सभी मॉल भी सुरक्षा की दृष्टि से बंद रहेंगे। इसके तहत ही मार्केट और बाजारों को भी बंद रखा जाएगा। हालांकि यह सब नई दिल्ली एरिया में लागू रहेगा।
डीटीसी बसों का होगा डायवर्ट
वीआईपी मूवमेंट के चलते 8 से लेकर 10 तारीख तक डीटीसी बसों की एंट्री भी बंद रहेगी। डीटीसी की बसों को भी नई दिल्ली से सटे दूसरे इलाकों से ही डायवर्ट या टर्मिनेट का कर दिया जाएगा। इसके साथ ही इंटर स्टेट बसों को भी गाजीपुर सराय काले खां और आनंद विहार से टर्मिनेट कर दिया जाएगा। हरियाणा और राजस्थान से आ रही बसों को रजोकरी बॉर्डर पर रोका जाएगा।
दिल्ली मेट्रो के ये स्टेशन रहेंगे बंद
जी समिट के दौरान दिल्ली मेट्रो की सुविधा जारी रहेगी। हालांकि सुरक्षा और वीआईपी मूवमेंट के लिहाज से 8 से 10 सितम्बर के बीच सुप्रीम कोर्ट, खान मार्केट, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय जैसे कुछ मेट्रो स्टेशन को बंद रखा जा सकता है। इसके अलावा सभी मेट्रो स्टेशन और लाइनों पर मेट्रो चलेंगी। लोगों को सलाह दी गई है कि वे समिट के दौरान आने जाने के लिए मेट्रो का ही इस्तेमाल करें।
दुनिया के सबसे ताकतवर आर्थिक समूह जी 20 के सालाना शिखर सम्मेलन के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. भारत एक दिसंबर 2022 से इस समूह की अध्यक्षता संभाल रहा है. उसके बाद से भारत इस समूह की सबसे बड़ी बैठक यानी G20 समिट की तैयारियों के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटा है.
दरअसल जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होना है। बतौर अध्यक्ष इस सम्मेलन के लिए एजेंडे को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी भारत के पास ही है। इस मकसद से पिछले 8 महीने से जी 20 से जुड़ी कई बैठकों का आयोजन देश के 50 से भी ज्यादा शहरों में किया गया। अप्रैल मध्य तक जी 20 के बैनर तले करीब सौ बैठकें हो चुकी थी और अध्यक्षता के पूरे कार्यकाल के दौरान करीब दो बैठकें होनी है। इन बैठकों के जरिए भारत की विविधता को दुनिया के सामने दिखाने का भी मौका मिला।
शिखर सम्मेलन जी 20 समूह की सबसे बड़ी बैठक
जो सालाना शिखर सम्मेलन होता है, वो जी 20 समूह की सबसे बड़ी बैठक होती। है। इसमें सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष या कार्यकारी प्रमुख हिस्सा लेते हैं। इसके साथ ही सितंबर में नई दिल्ली में होने वाली बैठक में आमंत्रित देशों के तौर पर 9 देशों के राष्ट्र प्रमुख भी भारत आएंगे। आमंत्रित देशों में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड्स, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। इनके अलावा शिखर सम्मेलन में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इनमें संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, वर्ल्ड बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन, फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बोर्ड और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) शामिल हैं। इनके अलावा अफ्रीकन यूनियन, अफ्रीकन यूनियन डेवलपमेंट एजेंसी ( AUDA-NEPAD) और दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन आसियान के प्रतिनिधि भी बतौर क्षेत्रीय संगठन के तौर पर जी 20 समिट में हिस्सा लेंगे. इनके अलावा बतौर अध्यक्ष भारत ने इंटरनेशनल सोलर एलायंस, कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर (CDRI) और एशियन डेवलपमेंट बैंक को भी इस बैठक लिए आमंत्रित किया है।
पहली बार भारत में जी 20 का शिखर सम्मेलन
बैठक में शामिल होने वाले देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की सूची से समझा जा सकता है कि जी 20 शिखर सम्मेलन कितना बड़ा आयोजन है। यह पहला मौका है जब भारत में जी 20 का शिखर सम्मेलन हो रहा है, जो भी देश समूह का अध्यक्ष होता है, वहीं शिखर सम्मेलन का भी आयोजन किया जाता हैं। भारत में होने वाला समिट जी 20 का 18वां शिखर सम्मेलन है। ये एक ऐसा मौका होता है जिसके जरिए मेजबान देश वैश्विक बिरादरी में अपनी ताकत का एहसास करा सकता है और भारत इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
‘भारत मंडपम’ में होगा जी 20 शिखर सम्मेलन
नई दिल्ली में जिस जगह पर जी 20 शिखर सम्मेलन होना है, बैठक के करीब डेढ़ महीने पहले ही भारत ने उसे पूरी तरह से तैयार कर लिया है। ये बैठक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आईटीपीओ अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) परिसर में होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परिसर का उद्घाटन 26 जुलाई को किया है। इस परिसर को ‘भारत मंडपम’ नाम दिया गया है। इसको बनाने में करीब 2,700 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस परिसर की भव्यता ऐसी है कि जब जी 20 की बैठक होगी तो पूरी दुनिया भारत के बढ़ते कद से परिचित होगी।
‘भारत मंडपम’ की भव्यता देखेंगे विदेशी मेहमान
‘भारत मंडपम’ ये भी दर्शाता है कि बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर भारत के कदम कितने आगे बढ़ गए हैं. करीब 123 एकड़ में फैले परिसर क्षेत्र के साथ आईईसीसी कॉम्प्लेक्स को भारत के सबसे बड़े एमआईसीई गंतव्य के रूप में विकसित किया गया है. आयोजनों के लिए उपलब्ध कवर एरिया के लिहाज से आईईसीसी कॉम्प्लेक्स दुनिया के शीर्ष प्रदर्शनी और सम्मेलन परिसरों में शामिल हो गया है. इसके भव्य मल्टीपरपज हॉल और प्लेनरी हॉल की संयुक्त क्षमता सात हजार लोगों की है. ये ऑस्ट्रेलिया के मशहूर सिडनी ओपेरा हाउस की बैठने की क्षमता से भी ज्यादा है. इसके शानदार एम्फीथिएटर में 3,000 लोगों के बैठने की क्षमता है।