Delhi Politics: बांसुरी स्वराज का आरोप है कि आप सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए नई शराब नीति लेकर आई थी. अगर पार्टी चोरी में शामिल नहीं होती, तो जांच एजेंसियां इनका पीछा क्यों करती?
Delhi News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी की सचिव बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति (Delhi Excise Policy) मामले में प्रवर्तन निदेशालय के रुख पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों द्वारा आम आदमी पार्टी को कथित शराब घोटाला मामले में आरोपी बनाना बीजेपी का सियासी एजेंडा नहीं है। हमारी पार्टी हमेशा से कहती आई है कि आप में ऊपर से नीचे तक के नेता भ्रष्टाचार में डूबे हैं। भ्रष्टाचार से प्राप्त धन का इस्तेमाल पार्टी ने अपनी गतिविधियों के लिए किया।
बांसुरी स्वराज का यह बयान ईडी द्वारा सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने एक चार्टशीट पेश करने के बाद आया है। ईडी ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में वो आप को आरोपी बना सकती है. अगर ऐसा होता है तो आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को भी शराब घोटाला मामले में आरोपी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी अपना काम कर रही है. इसका आगामी चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। यह सब AAP के ‘कर्म’ का परिणाम है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली ने एक ऐसी सरकार चुनी जो ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ के नाम पर अस्तित्व में आई थी।
AAP के कई नेता शराब घोटाले में शामिल
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी आम आदमी पार्टी पर तंजिया लहजे में कहा है कि ईडी को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में AAP को आरोपी बनाने के लिए कहा गया था, हालांकि, मामला कानून के हाथ में है। हम पहले दिन से कह रहे हैं कि AAP और उसके प्रमुख इस घोटाले में शामिल हैं. आप के कई प्रमुख नेता इस घोटाले में शामिल हैं, अगर अरविंद केजरीवाल दोषी साबित हो गए, तो वह खुद को कैसे बचाएंगे? वीरेंद्र सचदेवा ने एएनआई से बातचीत में कहा कि आप ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए शराब नीति की संरचना में बदलाव किया. अगर पार्टी ‘चोरी’ में शामिल नहीं होती, तो जांच एजेंसियां इसका पीछा क्यों कर रही होतीं?