दिल्ली दर्पण हेल्थ डेस्क
नई दिल्ली, 19 जुलाई 2024। मानसून में पेट से जुड़ी कई बीमारियों सामना करना पड़ता है। इस मौसम में बहुत जल्दी पेट की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। इसमें पेट दर्द, कब्ज या दस्त बहुत ही कॉमन है जो वायरल डायरिया, बैक्टीरियल गैस्ट्रोएंटेरिटिस और फूड पॉयजनिंग के कारण हो सकता है। इसलिए मानसून में आपको इंफेक्शन वाली चीज़ों से दूर रहना जरुरी हैं। मानसून में क्या हों एहतियात ताकि न हो पेट की कोई भी समस्या।
एम्स के डॉ अमित मिश्र कहते हैं कि इस मौसम में एक तो पानी संक्रमित होता है.साथ ही बैक्टीरिया और वायरस भी आसानी से पनपते हैं. ऐसे में अगर लोग खाने और पीने के मामले में लापरवाही बरतते हैं और बाहर का कुछ भी उल्टा-पुल्टा खा लेते हैं उन्हें पेट का आसानी से संक्रमण हो सकता है। पेट का संक्रमण दूषित पानी पीने की वज़ह से, खाने को ठीक से ना पकाने की वजह से, संक्रमित या बासी मीट का सेवन करने से या फिर खाने को ठीक से ना ढककर रखने से हो सकता है क्योंकि ऐसे में बैक्टीरिया आसानी से पेट में चला जाता है और पेट के संक्रमण का कारण बनता है। पेट के संक्रमण के कुछ आम लक्षण होते हैं जैसे पेट दर्द, दस्त, मिचली, सिरदर्द, शरीर में दर्द, पेट में ऐंठन, बुखार, थकान और उल्टी। अगर सही समय पर इस समस्या का निजात नहीं निकाला जाएगा तो आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
बैक्टीरिया के साथ वायरस ज़िम्मेदार
बारिश का मौसम आते ही चारों ओर का वातावरण भी प्रदूषित सा होने लगता है जिससे संक्रमण काफी तेजी से फैलता है। इस दौरान अनेक बीमारियां भी फैलती है। इसका कारण बैक्टीरिया होता है जो पानी या दूषित खाने से पेट में चला जाता और संक्रमण पैदा होता है जिससे कई प्रकार की समस्याएं होने लगती है। पेट संबंधी समस्या के बढ़ने के कारण अलग-अलग तरह के वायरस भी होते है। ऐसे समय में हमारा बिगड़ा खानपान के कारण भी पेट का संक्रमण काफी तीव्र गति से फैलता है। संक्रमण के फैलने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हो सकती है आंत में सूजन
पेट में इंफैक्शन होने पर सूजन, पेट फूलना, कब्ज और सूजन जैसी समस्याएं हो जाती है जिससे आंत में सूजन आ जाती है. इसके कारण आपको पेट में दर्द, मरोडें उठना, उल्टी, सर्दी लगना, कमजोरी और भूख ना लगना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा मितली और उल्टियां आना, शौच में रक्त आना, खट्टी डकारें आना और एसिडिटी होना भी इसके आम लक्षण हैं जो कई बार दवाओं से भी ठीक नहीं होता है।
इनसे बचकर रहें
पेट की सूजन ज्यादातर फूड एलर्जी के कारण होती है। अधिक तला-भुना, फास्टल फूड, डिब्बा बंद आहार खाने से बचें, क्यों कि ये फूड एलर्जी का कारण बन सकते हैं। खाने को अच्छी तरह चबाकर न खाने से भी पेट में इंफैक्शन और सूजन की समस्या हो सकती है। इसलिए हमेशा भोजन आराम से और अच्छी तरह चबाकर करें। इससे खाना अच्छे से पचेगा। पेट की सूजन होने पर कार्बानेटेड ड्रिंक्स का सेवन खतरनाक हो सकता है। इसकी बजाए आप नींबू पानी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी, पिपरमिंट टी भी पेट की सूजन को कम करती है। शुगरयुक्त आहार का अधिक सेवन करने से बचें। डॉक्टरों के अनुसार दिन में 2-3 बार ही मीठा आहार ले सकते है।
घर का खाना ही खाएं
इस मौसम में सबसे जल्दी संक्रमण खाने से होता है इसलिए कोशिश करें कि घर का बना खाना खाएं। घर में बने हुए खाने में कई पौष्टिक तत्व होते हैं जो पेट को संक्रमण से बचाते हैं और साथ ही शरीर को भी स्वस्थ रखते हैं। पर ध्यान रहे कि घर पर भी खाना साफ सुथरा हो। घर में आप फलों को अच्छी तरह धो कर ही खाइए। जिससे उन पर जमे हुए जर्म्स मर जाये और आप इंफेक्शन से बचे रहें। हमेशा हल्का खाना खाने की कोशिश करें, इससे आपकी एनर्जी बनी रहेगी और आप थका हुआ महसूस नहीं करेंगे। खासतौर पर अपना डिनर काफी हल्का रखें। बासा खाना खाने से बचें। हमेशा भूख लगने पर ही खाएं और ताजा खाना बनाएं। अगर आप बाजार से पैक्ड फूड खरीद रहे हैं तो उसकी एक्सापायरी डेट याद से चैक कर लें।
पानी उबालकर पिएं
मानसून में उबला हुए पानी ही पिएं ताकि उसमें पाए जाने वाले किटाणु, बैक्टीरिया और पैरासॉइट्स मर जाएं। ऐसा करके आप पेट के इंफेक्शन से बचकर स्वस्थ रहेंगे। पानी उबालना ही काफी नहीं पानी को साफ बरतन में स्टोर करना भी जरुरी है। अगर आप फ़िल्टर वाटर पीते हैं फ़िल्टर का पानी हर एक दो दिन में ताज़ा हो जाये यह कोशिश करें।
पिए चावल का पानी
चावल के पानी में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पेट को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व पेट के किटाणु का नष्ट करते हैं और पेट से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिलाता है। मानसून में चावल का पानी पीना फायदेमंद होता है
स्ट्रीट फूड से दूर रहें
मानसून में स्ट्रीट फूड के सेवन से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे कई पेट से जुड़ी समस्याएं हो जाती है। अकसर जंक फूड या स्ट्रीट फ़ूड खाने से हमें स्टमक इंफेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है। स्ट्रीट फूड में कई तरह के बैक्टीरिया और जर्म्स पेट में इंफेक्शन का कारण बनते हैं जिसकी वजह से पेट दर्द, कब्ज और दस्त की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए स्ट्रीट फूड के सेवन से बचना आवश्यक होता है।