उप राज्यपाल पहुंचे रोहतक-मुंडका क्षेत्र
दिल्ली में विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी बीजेपी को क्या केवल अब एलजी का ही सहारा है या फिर एलजी साहब अब खुद को सीएम की भूमिका में मान रहे है। यह सवाल कल एलजी विनय सक्सेना के मुंडका दौरे के दौरान हुए हंगामे से फिर चर्चा में है।
कल मुंडका दौरे के दौरान एलजी साहब को भी एहसास हो गया होगा कि मुंडका किस मुसीबत में है। वजह आप नीचे तस्वीरों में देख सकते हैं। एलजी साहब पानी में फंसे हुए हैं और हंगामा हो रहा है।
कल एलजी के दौरे को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक भी डायवर्ट किया तो कहीं-कहीं आम लोगों की आवाजाही बंद कर दी गयी। भारी संख्या में कारों का काफिला और सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद एलजी साहब अपने काफिले के साथ ही फंस गए। स्थानीय एमपी योगेंद्र चंदोलिया को भी नजदीक नहीं आने दिया गया।
एलजी साहब के इस औचक दौरे पर स्थानीय विधायक धर्मपाल लाकड़ा ने भी सवाल उठाते हुए व्यंग्य किया। उन्होंने कहा कि यह सही है कि मुंडका बदहाल है। उन्होंने कई प्रोजेक्ट पास कराएं हैं तो कई के टेंडर भी 8 महीने पहले हो चुके हैं लेकिन लगता है बीजेपी और एलजी साहब को चुनावों का इन्तजार था इसलिए मुंडका के विकास कार्यों को रोकते रहे और अब जब कार्य होने वाले हैं तो एलजी साहब इसका श्रेय लेने पहुंच गए।
मुंडका की विकराल समस्या भाजपा की देन
विधायक धर्मपाल लाकड़ा ने कहा कि मुंडका में जलभराव की समस्या यूँ तो 25 साल से है लेकिन अब इस समस्या ने विकराल रूप ले लिया है तो इसकी वजह यही है कि बीजेपी दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रही है। उन्होंने रानीखेड़ा अंडरपास का जिक्र करते हुए कहा कि यह अंडरपास बीजेपी शासित नगर निगम के कार्यकाल में बना था लेकिन उसकी हालत क्या है आप खुद जाकर देखिए।
दिल्ली दर्पण टीवी की टीम ने रानी खेड़ा अंडरपास का जायजा लिया तो उसकी हालत चौंकाने वाली ही नहीं, चिंताजक भी थी। तस्वीरें खुद ब खुद बयान कर रही है।
दिल्ली देहात में अपना जनाधार बढ़ने के लिए बीजेपी ने भी गावों की समस्या को समझने के लिए रात्रि प्रवास किया था लेकिन उसके बाद भी हालत क्या है ये तस्वीरें खुद बयान कर रही है। अब दिल्ली बीजेपी नेता इन समस्याओं के लिए जिस तरह से एलजी साहब के दरबार में हाज़िरी लगा रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि बीजेपी भी उन्हें अपना अघोषित नेता मान चुकी है और दिल्ली देहात में बीजेपी का कमल खिलाने की जिम्मेदारी भी लगता है उन्ही के कन्धों पर है। अब वे इसमें कितनी कामयाब होते हैं यह देखना अभी बाकी है।
कैमरामैन राज और संजीव के साथ राजेंद्र स्वामी दिल्ली दर्पण टीवी