Friday, November 22, 2024
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अखंडता दिवस के रूप में मनाया डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्मदिन

-दिल्ली दर्पण ब्यूरो 

प्रखर राष्ट्रवादी योद्धा थे डॉ. मुखर्जी -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

दिल्ली। केंद्रीय आर्य युवक परिषद ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रखर राष्ट्रीय विचारक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 121 वें  जन्मोत्सव को राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाया। 6 जुलाई को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य, आर्य नेता सुरेंद्र शास्त्री ,वैदिक विदुषी श्रुति सेतिया ,राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने मुख्य वक्ता और अतिथि के रूप में भाग लिया। सभी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों , उनके सिद्धांतों और अखंड राष्ट्र निर्माण में उनके संघर्ष का जिक्र भी किया। 

केंद्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा की डॉ मुखर्जी अखंड भारत के स्वप्नद्रष्टा थे।  न्होंने उस समय के परमिट परिपाटी के विरुद्ध संघर्ष का सिंहनाद किया उन्होंने राष्ट्र को संदेश दिया कि एक देश में दो प्रधान,दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे। वे जम्मू कश्मीर को भारत का अविभाज्य अंग बनाने के लिए बलिदान हो गए।उनके बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा धारा 370 व 35A समाप्त करके दी गयी।आज आवश्यकता इस बात की है कि हम राष्ट्र के प्रति समर्पित हो,यदि राष्ट्र रहेगा तो हम सब भी रहेंगे । अलगाववाद व आतंकवाद देश के लिए खतरा है इससे कठोरता से निपटना ही होगा ।

उल्लेखनीय है कि डॉ मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था।उनके पिता भी सर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे एवं शिक्षाविद के रूप में विख्यात थे।अपने पिता का अनुसरण करते हुए उन्होंने भी अल्पायु में ही विद्याध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता अर्जित कर ली व 33 वर्ष की अल्पायु में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने।इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वे सबसे कम आयु के कुलपति थे। 

मुख्य अतिथि आर्य नेता सुरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने राष्ट्र की एकता अखंडता के लिए बलिदान दिया उनके कार्य सदियों तक आने वाली पीढ़ियों का मार्ग प्रशस्त करता रहेगा।वैदिक विदुषी श्रुति सेतिया ने आह्वान किया कि नारी शक्ति राष्ट्र की नींव है यदि नारी सुसंस्कृत होगी तो राष्ट्र स्वत् मजबूत होगा । राष्ट्रीय मंत्री प्रवीन आर्य ने डॉ मुखर्जी के जीवन व बलिदान को पाठ्यक्रम में स्थान देने की मांग की ।  परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री महेंद्र भाई ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में आर्य समाज का उल्लेखनीय योगदान अब भी आर्य समाज के कार्यकर्ता देश की एकता अखंडता के लिए कार्य करेंगे ।

  श्रीमती प्रवीन आर्य,नरेंद्र आर्य ‘सुमन’,वेद प्रकाश, राजेश मेहंदीरत्ता,अरुण आर्य,माधव सिंह,यज्ञवीर चौहान,राधा भारद्वाज,राजश्री यादव, वीनित आहूजा,पुष्पा शास्त्री,सुंदर शास्त्री,देवेन्द्र गुप्ता आदि ने भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये ।  

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