दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद आज उनकी सांसदों के साथ पहली महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक कामकाज को लेकर चर्चा की गई।
हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री को Z-श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई है। अब उनके साथ हर समय कमांडो तैनात रहेंगे और सुरक्षा घेरा और मजबूत किया जाएगा।
बैठक के दौरान सांसदों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पर हमला लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है। सभी ने एक स्वर में कहा कि राजधानी में चुनी हुई सरकार और उसके मुखिया की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
रेखा गुप्ता ने मीटिंग में कहा कि “हमारे हौसले को इस तरह की घटनाएं कभी नहीं तोड़ सकतीं। दिल्ली की जनता ने जो भरोसा दिया है, उसे मजबूती से निभाना मेरी जिम्मेदारी है।”
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री का सार्वजनिक कार्यक्रमों का शेड्यूल सुरक्षा एजेंसियों की सलाह के मुताबिक तय किया जाएगा। यह बैठक न सिर्फ हमले के बाद का पहला बड़ा राजनीतिक संवाद थी बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि मुख्यमंत्री और उनकी टीम किसी भी तरह के दबाव में काम करना बंद नहीं करेगी।

