Sunday, October 6, 2024
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नाबालिग के साथ किया बलात्कार तो पीड़िता ने दी जान

दिल्ली- आरोपियों की हिम्मत तो दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है। वारदातें भी रुकने का नाम  नहीं लें रही है। ऐसा ही एक  मामला  उत्तर प्रदेश  के बांदा जिले से सामने आया है यहां के  बदौसा थाना क्षेत्र में गैंगरेप की कोशिश के मामले में पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार को ही हिरासत में ले लिए गया । जिसके बाद पीड़ित लड़की ने खुद को आग लगाकर जान दे दी । नाबालिग लड़की के चाचा सुघर सिंह ने बताया की ‘मेरी भतीजी शनिवार सुबह शौच के लिए खेतों की तरफ गई थी, जहां गांव के ही अजय और माधव ने उसे पकड़ लिया और गैंगरेप की कोशिश की। जब हम आरोपियों के घर उलहना देने गए, तो उल्टे मारपीट पर उतारू हो गए। १०० नंबर पर कॉल की और पुलिस को सूचना दी और पूरी घटना के बारे में बतया । लेकिन लमेहटा चौकी प्रभारी पहले दोनों पक्ष को अपने साथ ले गए और इसके बाद में आरोपी पक्ष को कुछ दूर ले जाकर छोड़ दिया गया । लेकिन पीड़ित परिवार को थाने के लॉकअप में बंद रखा । भतीजी की मौत की सूचना मिलने के बाद खुद पुलिस की सरकारी जीप से गांव ले गए । उसने पुलिस अधीक्षक शालिनी के उस बयान पर तीखी नाराजगी व्यक्त की, जिसमें उन्होंने झूठी कहानी गढ़ते हुए सोमवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि लड़की के भाई ने दो लड़कों के साथ उसे आपत्तिजनक स्थिति में देख लेने के बाद उसकी पिटाई कर दी। एसपी शालिनी की ‘संवेदनहीनता’ पर आक्रोश प्रकट करते हुए सुघर सिंह ने कहा, ‘एसपी साहिबा से पूछा की हमारे खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं था तो बदौसा पुलिस 24 घंटे हमें लॉकअप में क्यों बंद किए रही । मेरी भतीजी के शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करें। यदि उसके भाई ने पीटा होगा, तो शरीर पर बाहरी चोंटों के निशान तो होंगे । उसने यह भी कहा कि लड़की अपने बचाव में दोनों युवकों से भिड़ गई थी और किसी तरह उनकी गिरफ्त से छूटकर भागी । पुलिस अगर पीड़िता के परिजनों को लॉकअप में बंद करने के बजाय दोषी युवकों पर कार्रवाई की होती, तो आज उसकी भतीजी जिंदा रहती । एसपी शालिनी जहां आरोपी युवकों का बचाव कर रही हैं, वहीं दोषी पुलिस का भी बचाव कर रही हैं।

BJP की जीत के बाद त्रिपुरा में तोड़फोड़

दिल्ली – त्रिपुरा से हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां बुलडोज़र की मदद से रूसी क्रांतिकारी व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया। इस दौरान भारत माता की जय के नारे भी लगे ।त्रिपुरा में 18 February 2018 को हुए विधानसभा चुनाव में BJP की 3 March  को मतगणना में शानदार जीत के बाद राज्य से तोड़फोड़ और मारपीट के बाद अब वामपंथी स्मारकों को तोड़ने की खबर  सामने आ रही है। त्रिपुरा के बेलोनिया में मशहूर कम्यूनिस्ट विचारक लेनिन की मूर्ति को डहाया गया। इस मूर्ति को सोमवार को गिराने का मामला सामने आया है। त्रिपुरा में BJP कार्यकर्ताओं पर आरोप लग रहे हैं। कि जीत के नशे में चूर होकर वो मनमानी पर उतर आए हैं। और उन्होंने ही ये मूर्ति गिरा दी, बताया जा रहा है कि उस दौरान समर्थकों ने भारत माता के नारे भी लगाएं। वहीं पुलिस का इस मामले में कहना है कि BJP समर्थकों ने बुलडोज़र ड्राइवर को शराब पिलाकर यह कांड रचवाया गया। फिलहाल पुलिस ने बुलडोजर को अपने कबज़े में करते हुए उसके ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। साम्यवादी विचारधारा के नायक लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने के बाद से वामपंथी दल नाराज हैं।चुनाव हारनें वाली पार्टी सीपीएम ने ट्वीट किया, ”त्रिपुरा में चुनाव जीतने के बाद हुई हिंसा प्रधानमंत्री के लोकतंत्र पर भरोसे के दावों का मजाक है। हालांकि BJP ने हिंसा के आरोपों को खारिज कर दिया है. पार्टी नेता नलिन कोहली ने कहा कि BJP हिंसा की संस्कृति में विश्वास नहीं करती. त्रिपुरा जैसी जगहों पर वाम दल 11 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या पर चुप्पी साधे रहे। वाम दल के समर्थक इस चर्चा को हवा दे रहे हैं

SSC स्कैम की CBI जांच, सड़क से हटेंगे युवा !

दिल्ली –  कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के पेपर लीक मामला देश की सर्वोच्च अदालत तक जा पहुंचा है। मामले में जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका पर 12 मार्च को सुनवाई होगी। परीक्षा में धांधली को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के बाद सरकार ने मामले की सीबीआइ जांच की मंजूरी दे दी है। सीबीआइ जांच के फैसले पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने खुशी जताई है। गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में आंदोलनरत छात्रों का प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री राजनाथ सिंह व एसएससी चेयरमैन असीम खुराना से मिला था। इसके बाद एसएससी चेयरमैन ने आंदोलनकारी छात्रों की मांग का समर्थन किया था। आपको बता दें कि एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल 2017 के टियर टू की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हो गए थे जिसके बाद से परीक्षार्थी सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे। जिसको लेकर एसएससी के बाहर हजारों की तादाद में बैठकर युवा प्रदर्शन कर रहे थे जिनसे मुलाकात करने अन्ना हजारे, मनोज तिवारी, मीनाक्षी लेखी जैसे कई बड़े लोग पहुंचे थे। दिल्ली दर्पण टीवी ने भी एसएससी के इन छात्रों का समर्थन किया था और इनकी दिक्कतों को समझा था। आखिरकार हफ्ते भर बाद बच्चों की मांग को मानते हुए केंद्र सरकार के DOPT मंत्रालय ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं, और बच्चों से प्रदर्शन को खत्म करने की मांग की है।

 

ऑस्कर में दी गई श्रीदेवी को श्रद्धांजलि

दुनियाभर में फिल्म जगत के लोगों को अॉस्कर में फेमस होने की चाहत होती है। ऐसे में कुछ हो पाते है तो कुछ नहीं पर यदि मरने के बाद वहॉ आपको याद किया जाता है तो उस व्यक्ति से जुड़े लोगों के लिए गर्व की बात होगी। ऐसा ही कुछ श्रीदेवी के साथ हुआ।
लॉस एंजेलिस के डोल्बी थिएटर में सिनेमाजगत के दुनिया के एक बड़े अवॉर्ड समारोह ऑस्कर का आयोजन किया गया। जहॉ उन्हें श्रद्धाजलि दी गई। यह इसका 90वॉ समारोह था ।इस अवॉर्ड समारोह के दौरान कई हॉलीवुड और विश्व के उन अभीनेता और अभीनेत्रियो को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने इस वर्ष हमे अलविदा कह दिया है।ऑस्कर में रिवाज के तौर पर यहां पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। इस अवॉर्ड समारोह में हॉलीवुड के कई दिग्गज एक्टर्स के अलावा श्रीदेवी और शशि कपूर को भी याद किया गया। पिछले साल 4 दिसंबर को मुंबई में अभिनेता शशि कपूर का निधन हो गया था। वहीं, पहली महिला सुपरस्टार कही जाने वाली श्रीदेवी का दुबई में 24 फरवरी को निधन हुआ था। पिछले दिनो भी हॉलीवुड भारत में वुमंस हारेसमेन्ट को लोकर चर्चा में आया था। और अब श्रीदेवी को लेकर । इसके अलावा हॉलीवुड के कई कलाकार रॉगर मूरे, जोनाथन डेम, जॉन हर्ड, कॉमेडियन डॉन रिकल्स को भी याद किया गया। इस अवॉर्ड फंक्शन में बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब फिल्म ‘थ्री बिलबोर्डस’ के लिए फ्रांसेस मैकडोरमेंड को दिया गया है। वहीं बेस्ट एक्टर का खिताब फिल्म ‘डार्केस्ट आवर’ के लिए गैरी ओल्डमैन को मिला है। इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर का खिताब गीलर्मो डेलटोरो को फिल्म ‘द शेप ऑफ वॉटर’ के लिए मिला इसी फिल्म ने बेस्ट फिल्म का खिताब भी जीता।

दसवीं और बारवीं बोर्ड की परीक्षा हुई आरंभ

नई दिल्ली सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा का नाम सुनते ही ज्यादातर स्टूडेंट्स बोर्ड के नाम से ही डर जाते हैं। ना जाने क्यों स्टूडेंट्स बोर्ड एग्जाम को इतना मुश्किल समझते हैं। हालाकि बचपन से स्टूडेंट्स एग्जाम देते आ रहे हैं। फिर भी ना जाने क्यों स्टूडेंट्स बोर्ड से घबरा जाते हैं। बड़ी वजह यह भी हैं की अच्छे रिजल्ट लाने की एक्सपेक्टेशंस उनके घर वालो को बहुत होती हैं। जिस वजह से स्टूडेंट्स प्रेशर मे आ जाते हैं। स्टूडेंट्स बोर्ड्स की तैयारी के चक्कर मे नींद भी पूरी नहीं करते हैं। आम तौर पर स्टूडेंट्स को मिनिमम 6 से 7 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए। पर स्टूडेंट्स सिर्फ 3 से 4 घंटे ही सोते हैं। एग्जाम स्ट्रेस की वजह से स्टूडेंट्स कभी-कभी तो सोते भी नहीं हैं। बोर्ड्स की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को एनर्जी चाहिए होती हैं, पर बोर्ड की टेंशन की वजह से स्टूडेंट्स खाने पीने का भी ध्यान नहीं देते हैं। स्टूडेंट्स डाइट स्किप कर देते है। इसी वजह से स्टूडेंट्स स्ट्रेस मे आ जाते हैं। जिस वजह से स्टूडेंट्स का एग्जाम भी  अच्छा नहीं जाता। इस बार बारवी और दसवीं दोनों के स्टूडेंट्स पहेली दफा एग्जाम दे रहे हैं क्युकि पहले CCE पैटर्न था। इस बार से CCE  की परीक्षा खत्म हो गयी हैं।सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारवी की परीक्षा  शुरू हो रही हैं। सीबीएसई के मुताबिक 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए करीब 16,38,428, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए 11,86,306 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया हैं। 12वीं की परीक्षा के लिए पुरे भारत में कुल 4,138 सेंटर्स हैं, 71 सेंटर्स विदेश में भी है और 10वीं बोर्ड की परीक्षा के लिए भारत में कुल 4,453 सेंटर्स हैं। साथ ही ,71 सेंटर्स विदेश में भी हैं। स्टूडेंट्स की एंट्री 10 बजे शुरू हो गयी थी  चौकि परीक्षा 10:30 बजे शुरू होनी थी।