Tuesday, October 1, 2024
spot_img
Home Blog Page 1495

पत्रकार पर बदमाशों का हमला, CCTV में कैद वारदात

0


फरीदाबाद – फरीदाबाद में बदमाशों के हौशले इतने बुलंद है की बदमाशों ने एक निजी चैनल के पत्रकार पर हमला कर बुरी तरह घायल कर लहूलुहान कर दिया।घटना शुक्रवार रात नेशनल हाईवे नम्बर दो की है जब पत्रकार अपना काम खत्म कर घर लौट रहा था ,तभी कुछ बदमाशों ने उसकी स्कूटी रोकने का प्रयास किया जिसके बाद पत्रकार स्कूटी छोड़कर पैदल जान बचा कर भागा लेकिन बदमाशों ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ कर लाठी ,डंडो और तलवार से हमला कर लहूलुहान कर दिया और मौके से फरार हो गए। मारपीट की पुरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई। फिलहाल पुलिस ने आधा दर्जन बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।



 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कोरियाई फेस्टिवल



दिल्ली- जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्विद्यालय  में 2 दिन का कोरियाई फेस्टिवल चल रहा है जिसमे छात्र अपना हुनर दिखा रहे हैं, न सिर्फ ताइक्वांडो बल्कि कोरिया का खाना, TENZ7590 , फ़ोटो एक्सिबिशन, कोरियाई भाषा कांटेस्ट भी इस फेस्टिवल का हिस्सा हैं। इस फेस्टिवल का मक़सद कोरिया की संस्कृति को करीब से देखना और समझना है। भारत-कोरिया के रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए ऐसे आयोजन किये जा रहे हैं। जामिया में इसी साल से कोरियाई भाषा का प्रोग्राम शुरू हुआ है। इस आयोजन से पहले एक सेमिनार आयोजित किया गया था ताकि कोरियाई भाषा और संस्कृति के बारे में समझ जा सके। अब इस फेस्टिवल के ज़रिए ये कोशिश है कि कोरियाई संस्कृति को छात्र और अध्यापक और करीब से जानें। जामिया में कोरिया भाषा पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर मानते हैं कि जामिया कोरिया की संस्कृति को समझने का एक बड़ा सेन्टर बन कर उभरेगा क्योंकि छात्रों में यहां कोरिया भाषा और संस्कृति को जानने की बहुत ललक है। ये आयोजन जामिया, अकादमी ऑफ कोरियाई स्टडीज, कोरियाई दूतावास और कोरियन फाउंडेशन ने मिल कर किया। जामिया के कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद ने फेस्टिवल का उद्घाटन किया।

अतीत के गुणगाण की बीमारी से ग्रस्त है केंद्र सरकार- मनीष सिसोदिया



दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच तनातनी और तंज कसने की कश्मकश लगातार चलती रहती है कभी केंद्र सरकार का कोई नुमाइंदा केजरीवाल सरकार की नाकामी का बखान करता है तो कभी केजरीवाल सरकार की तरफ से केंद्र सरकार पर निशाना साधा जाता है… इसी तनातनी का एक और रूप सामने आया है.. दिल्ली के रोहिणी सैक्टर- 6 में स्थित सर्वोदय विद्यालय में अभिभावक परामर्श कार्यशाला में पहुंचे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार को एक बार फिर से घेरा है और केंद्र सरकार को अतित के गुणगाण करने वाली बीमारी से ग्रस्त बताया… दरअसल हमारे संवादादाता ने उपमुख्य़मंत्री मनीष सिसोदिया से पूछा कि केंद्र सरकार दयाल सिंह कॉलेज का नाम वंदे मातरम् कॉलेज रखने जा रही है… बस इस सवाल को सुनने की देर थी कि मनीष सिसोदिया ने सरकार को अतित के गुणगाण की बीमारी से ग्रस्त बताते हुआ कहा कि उन लोगों को अतित को साथ लेकर भविष्य बनाना है अतित की कहानियां सुना कर गाड़ी नहीं चलेगी…



 

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की ‘अभिभावक परामर्श कार्यशाला’


दिल्ली के रोहिणी सैक्टर-6 में स्थित सर्वोदय विद्यालय में अभिभावक परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया.. जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित क्षेत्र के विधायक महेंद्र गोयल के अलावा कई गणमाण्य लोगों ने शिरकत की… इस मौके पर सभी गणमाण्य लोगों का पौधा भेंट कर सम्मान किया गया… आपको बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा अभिभावक परामर्श कार्यशाला का आयोजन 10 सरकारी स्कूलों से शुरू किया गया है जिसका मकसद पैरेंट्स को ये समझाना है कि बच्चों को कैसे ट्रीट किया जाए और कैसे आगे बढ़ने के लिए उसे समझाया जाए…कार्यशाला में उपस्थित क्षेत्र के विधायक, जोन के डिप्टी डायरेक्टर और स्कूल की प्रिंसीपल ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया द्वारा उठाए गए इस कदम की तारीफ की और सभी लोग मनीष सिसोदिया द्वारा कार्यशाला में कही गई बातों से संतुष्ट नजर आए.

नई दिल्ली -“जम्मू-कश्मीर और मीडिया : जमीनी हकीकत और झूठ ” के विषय पर आयोजित हुई परिचर्चा

0

जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी और भारत विरोधी ताकतें सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल कर रही हैं। इसमें वहां का ज्यादातर स्थानीय मीडिया भी शामिल है। वजह, सरकार की इस तरफ अनदेखी और नेशनल मीडिया की कश्मीर और उसकी हकीकत से दूरी है। ये तथ्य सामने आएं हैं “जम्मू-कश्मीर और मीडिया :जमीनी हकीकत और झूठ ” विषय पर आयोजित एक परिचर्चा में। दिल्ली पत्रकार संघ और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र नयी दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस परिचर्चा में जब जम्मू-कश्मीर पर प्रिंट और टेलीविज़न न्यूज़ चैनल्स तथा सोशल मीडिया पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने जब अपने अनुभव सांझा किये तो दिल्ली के पत्रकार भी हैरान थे। विशेषज्ञों ने बड़ी बेबाकी से कश्मीर की उस जमीनी हकीती को सामने रखा जिस पर मुख्यधारा की मीडिया ने अनदेखी ही की है। मुख्य वक्ताओं में जम्मू कश्मीर मामलों के अध्येता आशुतोष भटनागर, जम्मू कश्मीर के सम्बन्ध में प्रिंट और टेलीविज़न न्यूज़ चैनलों पर पैनी नजर रखने वाली श्रीमती आभा खन्ना और जम्मू कश्मीर के सम्बन्ध में सोशल मीडिया और ऑनलाइन मीडिया पर गहरी नजर रखने वाली अरविन्द तोमर प्रमुख थे। वक्ताओं और विशेषज्ञों का कहना था कि जम्मू कश्मीर में भारत विरोधी ताकतें और अलगाववादी सोशल मीडिया के जरिये प्रोपेंगेंडा कर रहे है। हैरत की बात है कि जम्मू-कश्मीर के हालात और मीडिया पर न तो मुख्यधारा का मीडिया अपने ब्यूरो और रिपोर्टर की रिपोर्ट की जांच करना जरूरी समझता है और न ही सरकार सोशल मीडिया पर चल रहे देश विरोधी दुष्प्रचार पर संजीदा दिखती है। ऐसे हालात में दिल्ली पत्रकार संघ की इस पहल का स्वागत होना चाहिए। साथ ही समय रहते नेशनल मीडिया को भी कश्मीर मुद्दे और उनके हालात पर निष्पक्षता के साथ रिपोर्टिंग हो यह सुनिश्चित करना चाहिए।