Saturday, September 28, 2024
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संगम पार्क में धूमधाम से मनाई गई वाल्मीकि जयंती

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दिल्ली -सोनू
दिल्ली के प्रताप बाग संगम पार्क में आदिग्रंथ रामायण की रचना करने वाले महर्षि वाल्मीकि की जयंती को वाल्मीकि समाज ने धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में पहुंचे गणमाण्य लोगों का मालाओं से स्वागत भी किया गया। इस मौके पर वाल्मीकी समाज की महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली जिसमें वाल्मीकि समाज के सभी पुरूष झाड़ू लेकर सड़कों को साफ करते हुए आगे बढ़े। इसके साथ ही समाज के लोगों ने शोभा यात्रा निकाली। इस शोभा यात्रा को क्षेत्र के सभी चौराहों से गुजारा गया। यात्रा में बैंड बाजे के साथ घोड़े, लव-कुश, आदि की झांकियां भी शामिल की गई थी। वाल्मीकी समाज के लोगों ने बताया की वो इस कार्यक्रम को पिछले 7 सालों से लगातार करते आ रहे हैं और वो चाहते हैं कि उनकी आने वाली पीढ़ी भी इसी तरह से हर साल वाल्मीकी जयंती के मौके पर उन्हें ऐसे ही याद करे। वाल्मीकी समाज के लोगों का कहना है कि वो चाहते हैं कि सभी लोग मिलकर साथ चले और एकजुट होकर रहे। साथ ही समाज के कुछ गणमाण्य लोगों ने बताया कि इस कार्यक्रम को वो सभी लोग साथ मिलकर करते हैं और महर्षि वाल्मीकि को याद करते हैं इसमें किसी भी राजनेता या किसी अन्य का कोई योगदान नहीं होता।

भलस्वा लैंडफिल साइट को बंद करने की मुहीम फिर शुरू

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भलस्वा -अभिजीत ठाकुर
नॉर्थ दिल्ली के भलस्वा में लैंडफिल साइट और उससे होने वाला प्रदूषण कई दशक से एक गंभीर समस्या बना रहा है। सरकारें आई और गई ,जनप्रतिनिधी भी बदलें और निगम पार्षद भी लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी रही। समय समय पर इसको हटाने के लिए मुहीम भी शुरू की गई लेकिन सरकार और प्रसाशन के कानों पर जू तक नहीं रेंगती। चुनाव के समय यह खत्ता राजनीतिक मुद्दा बनता है , तो आम दिनों में ये नेताओं के संघर्ष का विषय बन जाता है। एक बार फिर भलस्वा लैंडफिल साइट पर स्थानीय लोगों ने खत्ते को हटाने की मुहीम शुरू की है और बादली विधानसभा क्षेत्र के विधायक और पूर्व विधायक भी इस धरना प्रदर्शन में शामिल होते दिख रहे हैं । 40 वर्ष पुराने इस मुद्दे को एक नए सिरे से उठाने की शुरुआत हुई है इस उम्मीद के साथ की ग़ाज़ीपुर लैंडफिल हादसे के बाद शायद सरकारें लाखों लोगों की ज़िन्दगी से जुड़ी इस जानलेवा समस्या के समाधान पर कुछ ठोस कदम उठाएगी। स्थानीय विधायक अजेश यादव ने समस्या से सम्बंधित अपनी जगजाहिर दलीलें मीडिया के सामने रखी और इतना तक कह दिया कि जब तक ये खत्ता हटेगा नहीं , वो इस धरने से उठेंगे नहीं। वहीँ पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता देवेन्द्र यादव ने भी बताया की वो और उनके साथी लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं और संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। अब देखने वाली बात होगी की बुलेट ट्रैन चलवाने के लिये पटरी बिछवाने में व्यस्त मोदी सरकार को लाखों लोगों की घूँटति साँसों की आवाज सुनाई देती है या नहीं?केजरीवाल तो एलजी और मोदी को कोस कर आराम से निकल लेंगे लेकिन निगम और केंद्र में काबिज भाजपा सरकार ब्लेम गेम नहीं खेल पाएगी।

राधे माँ को पुलिस स्टेशन में मिला विशेष उपचार

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विवेक विहार -राकेश चावला
खुद को भगवान बताकर विवादों में रहने वाली राधे मां ने विवेक विहार थाने में ‘प्रकट’ होकर नया हंगामा खड़ा कर दिया। दशहरे की रात राधे मां विवेक विहार थाने पहुंचीं और एसएचओ की कुर्सी पर विराजमान हो गईं। थाने में किसीने राधे मां का फोटो खींच ली जिसमें थाने क एसएचओ संजय शर्मा हाथ जोड़कर राधे मां के बगल में खड़े नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने गले में राधे मां की लाल चुन्नी भी डाली हुई है। राधे मां न सिर्फ एसएचओ की कुर्सी पर विराजमान हुईं बल्कि एसएचओ और थाने के कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों ने उनका नतमस्तक होकर स्वागत किया। जानकारी के मुताबिक राधे मां उस रात लालकिले के पास होने वाली एक रामलीला से लौटते वक्त टॉयलेट इस्तेमाल करने के लिए थाने में रुकी थी। फोटो के सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने ASI ब्रज भूषण , ASI राधे कृष्णन , हेड कांस्टेबल प्रमोद ,कांस्टेबल हितेश और कांस्टेबल रविंदर को लाइन हाजिर कर दिया है। फिलहाल पुलिसकर्मियो को लाइन हाजिर करने के बाद स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक का कहना है कि ये गंभीर मामला है, जांच शुरू कर दी गई है। एसएचओ संजय शर्मा पहले भी कई मामलों को लेकर विवादों में रह चुके हैं। अब देखना ये होगा कि आखिर क्यों राधे मां को एसएचओ ने अपनी कुर्सी पर बैठाया और क्यों कानून राधे मां जैसे लोगों के लिए कानून तोड़ दिया जाता है ये एक बड़ा सवाल हैं ?

बिग बॉस 11 का पहला टास्क

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बिग बॉस 11 के पहले नॉमिनेशन के बाद तीसरे दिन माहौल में कुछ बदलाव आने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा कुछ नजर नहीं आया। शुरुआत बेशक ‘चक-धूम-धूम’ से हुई, लेकिन फिर लड़ाई झगड़ों का धूम धड़ाका भी खूब हुआ। देखते हैं तीसरे दिन किसकी किससे लड़ाई हुई और क्या रहा खास बिग बॉस में तीसरे दिन की सुबह के लिए चुना एक मस्ती भरा गाना। जैसे ही दिल तो पागल है फिल्म का गाना ‘चक-धूम-धूम’ बजा घर वाले और पड़ोसी दोनों ने ही इसका खूब मजा लिया। सब जब एक साथ डांस कर रहे थे, तब लग रहा था कि आज का दिन आपसी दोस्ती और साझेदारी में बीतने वाला है ,लेकिन बिग बॉस के घर में दोस्ती और शांति हो जाए, ऐसा कैसे हो सकता है! और नींद से पूरी तरह जागते ही शायद कंटेस्टेंट्स को भी ये बात याद आ ही गई। पहला टास्क तीसरे दिन बिग बॉस ने कंटेस्टेंट्स को उनका पहला टास्क दिया। उन्हें एक फार्म पर काम करना था उनका पहला मेहमान था एक गधा। उन्हें उसे खाना खिलाना था, नहलाना था और अपने साथ ही रखना था। गधे के साथ जो सबसे कम्फर्टेबल नजर आए, वो थे आकाश। उन्होंने गधे को जैक कहकर बुलाना शुरू कर दिया। इस टास्क में बेनफ्शा ने भी उनकी मदद की।फिर भी घरवाले इस टास्क में पड़ोसियों से हार गए। गधे के अलावा दूसरा टास्क सामने आया एक टैंक से दूसरे टैंक में मछली को ट्रांसफर करने का। जुबैर ने इस चैलेंज को लिया और इसे बहुत अच्छे तरीके से पूरा किया और घरवालों के लिए टास्क जीतने में कामयाब रहे,इसके बाद उन्होंने अपनी मिमिक्री से घरवालों को खूब हंसाया भी।

स्टाइल विला सैलून के उद्घाटन में पहुंची जेनिफर विंगेट

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दिल्ली -राकेश चावला
दिल्ली की लाजपत नगर की मेन मार्किट का में मशहूर ब्यूटीशियन शिखा नंदा के सफलतापूर्वक दस साल पूरे होने पर स्टाईल विला सैलून और शिवादी ज्वेलरी की नई ब्रांच ओपन की गई। इस अवसर पर टीवी कलाकार जेनिफर विंगेट ने रिबन काट कर शोरूम की ओपनिंग की। शिखा नंदा की नई ब्रांच पर पहले ही दिन लोगों की भीड़ उमड़। वही इस अवसर पर जेनिफर विंगेट ने केक काट कर शिखा नंदा की को बधाई भी दी। जेनिफर ने बताया की सैलून ही कलाकारों की खूबसूरती में अहम भूमिका निभाते हैं और महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। वहीं शिखा नंदा का कहना था कि हमारा ये सैलून 10 साल से महिलाओं को अपनी सेवा दे रहा है और उसके साथ ही महिलाओं की ज्वेलरी का कार्य शुरू किया गया।