Friday, September 20, 2024
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दिल्ली में एक बार फिर हुआ गैंग वॉर

मंगलवार   शाम रोहिणी के जापानी पार्क के में सरे शाम एक युवक की गोली मारकर ह्त्या कर दी गयी। मर्तक की पहचान हुयी तो पुलिस के भी हाथ पाँव फूल गए –मर्तक विपिन पूर्व विधाक भारत सिंह का ड्राईवर और उनकी ह्त्या का प्रमुख गवाह था। विपिन एक लड़की के साथ रोहिणी आया था। करीब साढ़े पांच बजे जापानी पार्क के गेट के पास जैसे ही वह निकल रहा था तो वहां एक आई 20 गाड़ी में आये पांच लोगों ने उसे पांच गोलियां मारी। विपिन की मौके पर ही मौत हो गयी -पुलिस इस हत्याकांड को आपसी गैंग वार और रंजिस दोनों पहलुओं से देख रही है।
रोहिणी के इस जापानी पार्क के इस गेट के बहार बिखरा यह खून नजफगढ़ के पूर्व विधायक भरत सिंह के ड्राईवर और भरत सिंह हत्याकांड में प्रमुख गवाह विपिन महाजन का है –इस हत्याकांड ने पुलिस के होश उड़ा दिए–विपिन के साथ के लड़की भी थी जी वारदात की चश्मदीद गवाह भी थी लेकिन वह उसी दौरान भाग खड़ी हुयी –सवाल केवल यह नहीं है की वह लड़की थी –बल्कि सवाल यह भी है की वह विपिन की गर्ल फ्रेंड थी ये फिर उसने विपिन को ट्रैप किया ? जिस अंदाज में आई 20 कार में आये हमलवारों ने ताबड़तोड़ गोलियों से उस पर हमला किया –उसे दौड़ा दौड़ा कर मारा वह साफ़ इशारा करता है की वे विपिन की ह्त्या की इरादे से  ही आये थे –वह लड़की तुरंत वहां से भाग भी खड़ी हुयी

स्कूल के वार्षिक उत्सव में दिखी विवादों की झलक

किसी भी स्कूल का वार्षिक उत्सव स्कूल का आईना होता है। जिसमे पता चलता है कि उस स्कूल या संस्था का माहौल क्या है। अशोक विहार के महाराज अग्रसेन स्कूल के वार्षिक उत्सव को भी देखकर लगा कि यहां सब कुछ सही नहीं चल रहा है। इस समारोह में बच्चों ने अपना गजब टैलेंट दिखाया तो स्कूुल मैनजेमेंट कमेटी ने अपना टकराव। हर वर्ष यहां मैनेमेंट कमेटी और कार्यकारणी की भारी मौजूदगी रहती थी लेकिन इस वर्ष यहां प्रधन सहित आध्ी से कहीं ज्यादा कार्यकारणी गायब थी। वजह प्रधन और महामंत्राी के बीच चल रहे विवाद ने स्कूल को भी अपनी चपेट में ले लिया। स्कूल से ईस्तीपफा देकर करीब तीन महिनें गायब रही प्रीसिपल पूनम गुप्ता इस समारोह में प्रसन्न मुद्रा में थी।

ये बैंड और स्कूली बच्चों के ये करतब…अशोक विहार के महाराजा अग्रसेने स्कूल में यह सब हर साल देखने को मिलता है। छोटे छोटे बच्चों की प्रस्तुति और छात्रों की काबिलियत देखकर यहां मौजूद लोग बच्चों की प्रतिभा के कायल होगें लेकिन मैनजेमेंट के प्रमुख लोगों की गैरमौजूदगी देखकर स्कूल से जुड़े लोगों को जरूरत बहुत कष्ट हो रहा है। हर साल स्कूल के वार्षिक स्कूल में अग्रवाल वैलपफेयर सोसायटी के ज्यादातर चुने हुये पदाध्किारी ही नहीं गायब नहीं दिखे बल्कि लगभग पूरी कार्यकारणी नदारद थी। वजह प्रधन पवन गुप्ता और महामंत्राी अनिल गुप्ता के बीच चल रहे विवाद का असर स्कूल पर भी इतना पड़ा कि स्कूल की प्रीसिंपल पूनम गुप्ता ईस्तीपफा देकर तीन महिनें घर बैठी रही। इस बीच महामंत्राी अनिल गुप्ता गुट का समर्थन मिला और कुछ कोर्ट का सहारा कि पूनम गुप्ता आज इस स्कूल में मौजूद ही नहीं है बल्कि इस समारोह में बच्चों कर प्रतिभा का गुणगान कर रही है। जबकि चंद दिनों पहले स्कूल में इनके घुसने पर तक पर रोक लगा दी गयी थी। इसे लेकर स्कूल में हंगामा भी हुआ था। स्कूल में प्रीसिंपल और प्रधन के बीच चल रहे विवाद में महामंत्राी की मौज हो गयी और उन्होनें प्रीसिंपल का पक्ष लिया जिसका नतीजा आज यह हुआ कि अनिल गुप्ता गुट के चार पदाध्किारी इस समारोह में है जबकि प्रधन सहित आध्े से ज्यादा पदाध्किारी और अध्कितर कार्यकारणी नदारद है। कंन्ट्रोल बोर्ड के कन्ट्रोल से भी बात बाहर हो गयी है। हालांकि यहां मौजूद ट्रस्टीगण मानते हैं कि प्रधन सहित बाकि लोगों को भी इस समारोह में होना चाहिए था। समाज के सम्मानित लोग इस विवाद से बहुत आहत हैं और इसे सोसायटी मे अब तक का सबसे शर्मनाक समय करार दे रहे है। सबको समाज के सम्मान का ख्याल रखने की सलाह दे रहे है।

यह समारोह जितना सम्मान जनक लग रहा है कुछ दिन पहले की ये तस्वीरें उतनी ही शर्मनाक है। स्कूल में हंगामा हुआ, कई बार पुलिस आयी। अभिभावकों ने रोड़ जाम तक किया। स्कूल का आलम यह रहा कि यहां मात्रा दो साल में 35 से ज्यादा टीचर नौकरी छोड़कर भाग गये। हालांकि प्रीसिंपल का कहना है कि जिन्हें सख्ती और अनुशासन में रहने की आदम नहीं थी वे चले गये। लेकिन साथ ही तीन महिनें तक स्कूल में न आने के इनके अपने तर्क है। प्रधन और महामंत्राी के बीच के विवाद का पूर लाभ पूनम गुप्ता को मिला और आज वे स्कूल में पिफर से काम तो कर रहे है लेकिन इस साो विवाद में समाज और स्कूल के सम्मान के साथ साथ प्रतिष्ठा प्रीसिंपल की भी कम हुयी है। समाज के सम्मानित लोग खुद को सेंडविच की तरह समझ रहे है। उन्हें समझ नहीं आता कि वे किसका पक्ष लें। उन्हें सोसायटी के सम्माना से ज्यादा अपना व्यक्तिगत सम्मान प्यारा है कि कहीं उनका कोई अपमान न कर जाये। बहार अग्रवाल वैलपफेयर सोसायटी अब तक अपने सबसे शर्मनाम दौर से गुजर रही है। ऐसे में यदि सम्माज के सर्वमान्य नेता सामने नहीं आये तो स्थिति और भी ज्यादा भयावह हो जायेगी।

पत्रकारों की सुरक्षा मांग को लेकर नेशनल यूनियन जर्नलिस्ट संगठन ने किया प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर मंतर पर आज नेशनल यूनियन जर्नलिस्ट संगठन के पत्रकारों ने जमकर प्रदर्शन किया । जहाँ देश के कोने कोने से पत्रकारों ने पहुंच कर एक स्वर में आवाज़ उठाई । आज यहाँ सैकड़ों  की संख्या में मौजूद ये पत्रकार जंतर मंतर पर अपने मौलिक अधिकारों और पत्रकारों पर हो रहे जान लेवा हमले के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए नज़र आये ।

 गौरतलब है की पिछले कई वर्षो से पत्रकारों की आवाज़ को दबाया गया और दुर्भग्यावश कही – कही तो  इसे हमेशा के लिए शांत ही कर दिया गया। लोकतंत्र  के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले इस पत्रकार समाज को बचाने हेतु नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट संघ ने बहुत ही सरहनीय कदम उठाये और अपने पत्रकार परिवार में सुरक्षा की गुहार लगायी ।
इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार से यह मांग है की एक ऐसा ”एक्ट” बनाया  जाये जिससे मीडिया कार्य करने से रोकने वालो पर कार्यवाही की जाये तथा जब कोई चैनल बंद हो तो वहां के मीडिया कर्मी को मुआवज़ा दिया जाये ।

युथ कांग्रेस ने किया सी. एम. हाउस पर प्रदर्सन

वेतन वृद्धी पर बवाल , युथ कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री निवास पर जोरदार हंगामा करते हुए विधायको के वेतन वृद्धी पर जमकर विरोध किया ..अब दिल्ली के विधायको का वेतन प्रधानमंत्री के वेतन से भी ज्यादा हो गई है । प्रदर्शकारीयो का कहना है कि जहाँ एक तरफ पीछले एक सालो से दिल्ली में बुजुर्गो को पेंशन तक नही मिला है । वहाँ सरकार अपनी मंत्रीयो औऱ विधायको का 400 प्रतिशत ज्यादा सेलरी बढाकर आम जनता के साथ धोखा किया है ।
वीओ  -1  सिविल लाईन स्थित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर ये विरोध प्रदर्शन विधायको के वेतन वृद्धि को लेकर है , प्रदर्शन कर रहे ये लोग दिल्ली युथ कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता है जो पुलिस बेरिकेट को तोड़ते हुए जबरन मुख्यमंत्री निवास तक पहुँचने की कोशिश की , मगर भारी पुलिस बल ने इनके मनसुबो पर पानी फेर दिया । युथ कांग्रेस के प्रसिडेन्ट अमित मल्लिक  को पुलिस ने घसीटते हुए बाहर कर दिया । लेकिन चेतावनी देते हुए कहा कि उनका प्रदर्शन और भी उग्र होगा जततक विधायको की सेलरी रोल बैंक नही होती ।

दिल्ली में बेख़ौफ़ हुए बदमाश

स्वरूप नगर में तड़के दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई । दो बदमाश पुलिस टीम पर गोली चलाकर भाग निकले, जबकि उनके ‘ मेन सरगना को पुलिस ने मौके पर ही धर दबोचा ।  गिरफ्त में आये बदमाश की तलाश पुलिस को काफीलंबे  समय से थी उनपर पहले से कई लूट और डकैती का केस दर्ज है । इस गैंग के बदमाशो ने अक्टूबर में  9 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था ।