Wednesday, November 6, 2024
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ताज़ा हुई पुराने दिन की यादें

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आज के ज़माने के खेल तो हम सभी को ही पता है बस एक मोबाइल या कंप्यूटर पास हो गर्दन झुकाये घंटों तक गेम्स में लगे रहते हैं और कुछ नहीं तो टीवी पर क्रिकेट ,फुटबॉल या रेस्लिंग ही देख ली आज के दौर के बच्चों को क्या पता की मिट्टी से जुड़े खेल क्या थे। पहले ज़माने में बच्चे घंटों तक अपने घरों के बाहर रस्सा कूदते, कंचे व गोटियां खेलते लट्टू चलाते तथा गुल्ली डंडा खेलते थे इन खेलों से न केवल मनोरंजन होता था बल्कि स्वास्थय भी ठीक रहता है और रस्सी कूदना( Rope jump ) खेल तो राधा किशन का भी पसंदीदा खेल था। 
 
अशोक विहार में 14 नवम्बर की शाम कुछ इस तरह गुज़री की बुजुर्ग और नौजवान लोगों ने न केवल अपना बचपन याद किया बल्कि बचपन में खेले जाने वाले खेलों को भी याद किया। इसके अलावा नयी पढ़ी को भी अपने ज़माने के खेल , गुल्ली डंडा ,  रस्सा कस्सी , लट्टू , कन्चे -गोटी जैसे तमाम खेलों से रूबरू कराया यहाँ क्षेत्र के लोगों का काफी बड़ी मात्रा में हुजूम उमड़ पड़ा था वहां उपस्थित सभी की बचपन की यादें ताज़ा हो गईं।
 
बचपन गुल्ली कार्यक्रम नाम से आयोजित इस मेले का आयोजन दिल्ली के टाटा पावर और स्थानीय लोगों, कई संस्थाओं तथा तथा RWA ने मिलकर आयोजित किया तो उन्हें भी नहीं मालूम था की इसे इतनी लोकप्रियता मिलेगी। मेले मैं कई नामी हस्तियों ने शिरकत फ़रमाई जिनमें पूनम ( चैयरमेन , सिविल लाइन ज़ोन दिल्ली नगर निगम ) ,सुरेश भारद्वाज ( बीजेपी नेता ) बड़े बड़े वीआईपी लोग, कई नेता और कारोबारी भी मौजूद थे। 
 
अशोक विहार में चल रहे मेले की यह शाम कुछ खास थी। खासकर उन उम्रदराज़ लोगों के लिए जो अपना बचपन और बचपन के खेलों को भूल चुके थे। इस मेले की खबर जैसे ही लोगों को लगी तो अशोक विहार जैसी पॉश कॉलोनी के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी इस विशाल पार्क में इन लोगों ने रस्सा कस्सी , कंचे-गोटी , लट्टू , गिल्ली डंडे , रस्सा कूद  जैसे तमाम वे खेल खेले जिन्हे आज की पीढ़ी को शायद मालूम भी नहीं है।
जाहिर है पुरानी पीढ़ी के गेम आज भले ही प्रसांगिक हो गए हो लेकिन पुरानी पीढ़ी को वही गेम अचछे लगते थे जो घर से छुप छुप के बच्चे खेला जाने वाले इन खेलों और नयी पीढ़ी ने भी नजदीक से देखा और एन्जॉय किया। 

 

डेढ़ घंटे में लूट की 5 वारदात , नाबालिग सहित दो गिरफ्तार 

दिल्ली के नार्थ वेस्ट इलाके में 14 नवम्बर को पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया इन्होंने भारत नगर और अशोक विहार इलाके में हड़कम्प मचाया हुआ था। किसी को चाकू मारा तो किसी को चाकू दिखया और मात्र डेढ़ घंटे में लूट की पांच वारदात को अंजाम दिया इससे भारत नगर और अशोक विहार थाना पुलिस के होश उड़े गए। बताया जा रहा है की ये दोनों नशे की हालत में थे। इन्हे रास्ते में जो भी मिला उसे लूटते चले गए इनकी इसी दिलेरी ने इन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। हैरानी की बात तो ये है नार्थ वेस्ट जिला पुलिस की गिरफ्त में आय इन दोनों युवकों में एक नाबालिग़ है तो दूसरा अभी 11 नवम्बर को यानि मात्र 4 दिन पहले ही बालिग हुआ है।

अशोक विहार पुलिस के पास कॉल आ रहे थे की इलाके में 2 युवक चाकू की नोक पर लूट पाट कर रहे है। दोनों ने नशा कर रखा था और उनके सामने जो भी शख्स आता वह एक लम्बा सा चाकू दिखाकर उसे लूट लेते यदि कोई व्यक्ति इनका विरोध करता तो ये उसको चाकू मार देते थे। इसी तरह इन दोनों ने रोहित नाम के एक लड़के को लूटने का प्रयास किया उसने इनका विरोध किया तो इन दोनों ने उसे चाकू मारकर घायल कर दिया और उसका मोबाइल, पर्स व बैग लेकर रफ्फूचक्कर हो गए रोहित ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी पुलिस मोके पर पहुँच गई।

पुलिस ने दोनों युवकों को रिंग रोड पर धर दबोचा। ये भागने के चक्कर में फ्लाई ओवर से कूद गए इनके पीछे दो कॉन्स्टेबल भी भागे तथा ज़ख़्मी रोहित ने भी इनको पकड़ने में भी मदद की इतनी मेहनत मुशक्कत के बाद ये दोनों शख्स पुलिस के हत्थे चढ़े।इनके पास से पांच मोबाइल पर्स व एक चाकू भी बरामद हुआ है।  इस तरह सब इंस्पेक्टर संदीप और पीड़ित के साहस और समझ ने इन्हें कानून के शिकंजे में पहुंचा दिया।

नाबालिग से रैप ,भाई की हत्या, खुनी फरार

नार्थ-वेस्ट दिल्ली के स्वरूप नगर थाना एरिया में घर में छोटे बच्चे की हत्या कर दी गई है और बच्ची की हालत गम्भीर बताई जा रही है।आशंका लगाई जा रही है की बच्ची के साथ रेप किया गया है।बच्ची खून से लथपथ हालत में मिली। जिस समय ये घटना हुई उस समय घर के अंदर तीन छोटे बच्चे सोये हुए थे। और परिवार वाले या रिश्तेदारी में से घर में  कोई नहीं था। घर में एक किराएदार रह रहा था जिसकी उम्र 22 साल बताई जा रही है अब वह फरार है। चार साल के बच्चे ने बताया की राजू ही कमरे में घुसा था। स्वरूप नगर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

 
दिल्ली के नार्थ-वेस्ट की गड्डा कॉलोनी जे ब्लाक , गली नम्बर तीन के एक मकान के बेसमेंट में किराए पर दो कमरे दिए गए थे एक कमरे में 22 साल का युवक राजू रहता था दूसरे कमरे में एक फेक्ट्री में काम करने वाला गरीब परिवार। बीती रात बच्चों के माता-पिता किसी रिस्तेदार के घर गए और सर्दी होने के कारण तीन छोटे बच्चों को घर पर ही छोड़ गए।
उनमें एक करीब दस साल का लड़का , बहन 14 साल की और तीसरा बच्चा 4 साल का था। तीनों कमरे में सो रहे थे। किरायदार चार साल के बच्चे को बहन व भाई के पास से उठाकर राजू ने दूसरे अपने कमरे में सुला दिया। इससे ज्यादा ये बच्चा कुछ बता नही पा रहा है क्योंकि बच्चा काफी छोटा है। सुबह इस चार साल के बच्चे ने मकान मालकिन को बताया की मेरी बहन को पता नही क्या हो गया है। जब मकान मालकिन ने देखा तो दस साल का लड़का मर चूका था। उसके ऊपर चोट के निशान थे और गले में कपड़े को बांधकर दबाकर हत्या की गई थी और लड़की का सिर फटा हुआ था एवं वह बेहोश थी तथा खून से लथपथ थी इसके आलावा भी बच्ची के नीचे के कपड़े भी खून से लथपथ थे इसलिए रेप की आशंका जताई जा रही है। बच्ची की हालत अभी भी गम्भीर है वह होश मैं नहीं आई है तथा बयान देने की हालात में नही है। 
इसके बाद पुलिस को तुरन्त सूचना दी गई पुलिस तफ्तीश जारी है। किराए पर रहने वाला बगल का किरायेदार फरार है। चार साल के बच्चे को राजू ने ही उठाया व अपने कमरे में सुला दिया था। और उसे लोगो ने शाम को ही देखा था वह सुबह ही से गायब है ।
 
अब आशंका है की जब राजू ने बच्ची से रेप की कोशिश की और दस साल के बच्चे ने बहन को बचाने की कोशिश की होगी तो दरिन्दे ने बच्चे की हत्या कर दी होगी अब स्वरूप नगर थाना पुलिस ने राजू की प्रेमिका जो उस कमरे पर आती थी उसे हिरासत में ले लिया है राजू अभी फरार है । वह कुछ दिन पहले ही किराए पर आया था और पुलिस वेरिफिकेशन भी नही थी । मृत बच्चे का शव बाबू जगजीवन राम अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और बच्ची भी इसी अस्पताल में भर्ती है।

दिल्ली में पकडे गए , शातिर ठग

नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ऑपरेशन सेल ने एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। यह शख्स एक कॉल सेंटर चलता था जिसमें देश के अलग – अलग राज्यों में अख़बारों में विज्ञापन देकर मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर ठगी किया करता था। इसके साथ इसकी एक महिला सहयोगी भी थी जो इस काम में उसकी सहायता करती थी। इन दोनों के पास फ़र्ज़ी आईडी पर लिये गए सिम और नकली नाम के कई बैंक खाते भी बरामद हुए है। ये अब तक 60 से ज्यादा लोगों को ठग चुके हैं और उनको लाखों रूपये का चुना लगा चुके हैं। 

 

ये ठग देश के सभी राज्यों के अख़बारों में मोबाइल टावर लगवाने वाले विज्ञापन दे कर लोगों को प्रतिमाह मोटी कमाई का झांसा देते थे लोग विज्ञापन पढ़कर इन ठगों से संपर्क साधते व बाद में कुछ लड़के उनके पास जाते तथा फ़र्ज़ी एग्रीमेंट और चेक पर हस्ताक्षर करा कर उन्हें अपने जाल में इस तरह फंसाते थे की वह आँखे मूंदकर उनपर भरोसा कर लेते थे। इस तरह से ये ठग उनसे हज़ारों रूपये अपने फ़र्ज़ी बैंक अकाउंट में जमा करवा कर उस सिम को बंद कर देते थे जिनसे उन्होंने अपने ग्राहकों से संपर्क साधा था।

 
इस गिरोह की असलियत कोई पहली बार सामने नहीं आई है एक बार पहले भी इस मामले में नरेला पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।
इनके निशाने पर उत्तर भारत के दूरदराज के राज्यों के भोले भाले लोग ज्यादा होते हैं ताकि वह उन्हें आसानी से लूट कर रफूचक्कर हो जाएँ और कोई उन्हें पकड़ न सके। इस स्थिति में दिल्ली पुलिस की यही सलाह है की लोग अखबारों में दिए गए ऐसे विज्ञापनों के झांसे में न आएं और सतर्क रहें तभी ऐसी ठगी से लोगों को राहत मिलेगी। नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ने अब इनके बैंक खतों को जब्त कर लिया है और इनके मोबाइल व लेपटोप से इसकी भी जांच कर रही है की अब तक इस गैंग की जडें कितनी गहरी है .

सोशल साइट्स कितनी सही कितनी गलत ?

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आज सोशल नेट्वर्किंग पूरी दुनिया को जिस तरह एक दूसरे के नज़दीक ला दिया है। यह  की तरह प्रतीत  हम भारत में बैठकर  अमेरिकी से  तरह बात कर रहे है जैसे वो हमारे सामने मौजूद हो। पर इस सोशल साइड्स ने जितना एक – दूसरे को करीब लाया है उतना ही ज़्यादा परेशानी का कारण भी बनाया है। 

वॉट्सएप्प , फेसबुक एवं अन्य कोई सोशल साइड्स इसने हर वर्ग के व्यक्ति को इतना पागल बना दिया है की दिन रात सभी गर्दन झुकाये टकटकी बांधकर अपने मोबाइल में घुसे रहते है न खाने की चिंता न और किसी काम का होश  मोबाइल या लैपटॉप पास होना चाहिए। पर इस आदत के चलते कई बीमारी बीमारी और परेशानी भविष्य में बहुत नुक्सान देती है। 
 
अमेरिका में स्थित इंटेल सेक्योरिटी ग्रुप ने अभी हाल ही में टीन्स ,ट्विन्स एवं टेक्नोलॉजी नाम से सर्वे करवाये है। जिसके अंतर्गत 50 %  बच्चे  बिना कुछ समझे अनजान व्यक्तियों से करना व उनपर भरोसा  हैं। गौरतलब है की यह सर्वे राजधानी दिल्ली समेत देश के अन्ये राज्यों से लिए गए है। इस सर्वे में सोशल नेटवर्किंग साइड्स पर 8 से 16 साल के बच्चों के व्यवहारों का अध्ययन किया गया इस दौरान बच्चों के माता पिता के भी चिंताओं के बारे मैं अधिययन किया गया। इस अध्ययन से जुड़े 44 % बच्चों ने कहा की वह जिन लोगों से पहली बार  हैं।  उनसे वे व्यक्तिगत रूप से मिल चुके हैं या मिल सकते हैं। 
 
इस अध्ययन से ये पता चला है की बच्चों तथा अभिभावकों के बीच बेहतर संवाद होना ज़रूरी है इसके आलावा बच्चों को इंटरनेट सम्बन्धी  सुरक्षा के बारे मैं में जागरूक बनाया जाना भी ज़रूरी है। सर्वे के दौरान ये बात भी सामने आई है की 17 % माता पिता ये पता लगाने मैं दिलचस्पी रखते हैं की उनके बच्चे इंटरनेट पर किसी अनजान व्यक्ति से तो बात नहीं कर रहे। माता – पिता हमेशा अपने बच्चों के लिए चिंतित  पर बच्चे सतर्कता नहीं बरतते और किसी बड़ी मुसीबत में उलझ जाते है।  
 
जाने – माने मनोचिकित्सक  का कहना है की “सोशल  साइडस अनजान लोगों के संपर्क में आने से बच्चे साजिश का शिकार हो जाते है या किसी और आपराधिक कार्यों में लिप्त हो जाते है। ऐसी ख़बरें आय दिन सुनने में आती  रहती हैं “
 
ये पूरी तरह बच्चों की जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। बच्चों का इन साइड्स को इस्तेमाल करने के कारण वह पढ़ाई  पर ध्यान नहीं दे पाते फलस्वरूप उनके परीक्षा का परिणाम संतोषजनक पाता। बच्चों की रचनात्मक कौशल लेखन की समाप्ति हो जाती है। क्योंकि इसमें शब्दों को विस्तृत रूप में  न लिखकर संक्षिप्त रूप में लिखा जाता है। ये बच्चों को पश्चिम संस्कृति की और अग्रसर कर भारतीय मूल्यों का ह्रास कर रहा है ऐसे मैं ज़रूरी है की माता – पिता अपने बच्चों को अभी से ही सही मार्गदर्शन दें।   
 
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