नार्थ दिल्ली के अशोक विहार सेंट्रल मार्किट के चुनाव में भी इस वर्ष जंग की तरह लड़े जा रहे है –इस बार सभी पूर्व प्रधान राकेश गुप्ता की अगुवाई में अपना पैनल बनाकर भरष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव मैदान में है तो मनोज मलयान की अगुवाई में परिवर्तन की बात कर रहे है –वहीँ आम दुकानदार का दर्द है की 400 से भी काम वोटों वाली अशोक विहार ट्रेडर्स एसो में आम सहमति क्यों नहीं बन सकती –पेश है दिल्ली दर्पण टीवी की रिपोर्ट —
अशोक विहार की लगभग हर संस्था की तरह अशोक विहार ट्रेडर्स एसोशिएशन में भी पद पाने को होड़ लगी है –नार्थ दिल्ली के सबसे बड़े मार्किट में शुमार अशोक विहार सेंट्रल मार्किट की एशोशिएशन के 12 दिसम्बर को होने वाले चुनाव में इस बार सीनियर और ज्युनियर के बीच जंग मची है –एक में में राकेश गुप्ता सहित पांच प्रधान की प्रतिष्ठा दाव पर है तो दूसरी और पूर्व महसचिव मनोज मलयान भी पूरी मेहनत कर रहे है –प्रधान पद के प्रत्याशी राकेश गुप्ता के पैनल में सुरेन्द्र कुमार , बसंत मेहता , सतीश अग्रवाल, संजीव नैयर , हितेश कालरा और प्रकाश बम्बानी है –इनका कहना है की मार्किट में पिछले सालों में अवैध पटरी , आरटीआई का चलन और दुकानदारों के चालान बढ़ गए थे –ये लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है –सब दुकानदारों को लड़ाई है —राकेश गुप्ता, सुरेन्द्र कुमार , बसंत मेहता , सतीश अग्रवाल, मार्किट के प्रधान रहे है–राकेश गुप्ता पैनल के चुनाव की कमान संभाल रहे भरत वातवानी सभी प्रधान एक हो गए लेकिन ये नहीं –सबने पहले बार राजनीति छोड़कर एक हुए है —
प्रियः राजेन्द्र स्वामी जी इस लेख में हिंदी भाषा की कई त्रुटिया है । कृपया इस तरफ ध्यान दे ।
आपका अपना राजेन्द्र गुप्ता ।