राजेंद्र स्वामी , दिल्ली दर्पण
– नई दिल्ली में हुआ FEPI का वार्षिक अवॉर्ड शो
नई दिल्ली। फ़ेडरेशन ऑफ़ एजुकेशनल पब्लिशर्स ऑफ़ इंडिया (FEPI) द्वारा आयोजित Excellence in Book Production Award समारोह शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में देशभर के नामी प्रकाशक, लेखक और शिक्षा–विद शामिल हुए।
शिक्षा मंत्री का संदेश – “भारत को विश्वगुरु बनाने में किताबों की अहम भूमिका”
मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शिरकत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “भारत को विश्वगुरु बनाने का कार्य किताबों और ज्ञान के माध्यम से ही संभव है, और इस दिशा में देश के प्रकाशक अहम योगदान दे रहे हैं।”
AI पर हुई विशेष चर्चा
समारोह का मुख्य आकर्षण कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर हुई चर्चा रही। विशेषज्ञों ने बताया कि AI किस तरह काम करता है और इसका सही उपयोग कर प्रकाशन जगत और शिक्षा क्षेत्र में नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं। प्रकाशक नीरज गुप्ता ने कहा कि AI निश्चित रूप से उपयोगी और सहायक है, लेकिन इसके साथ जुड़ी कुछ चुनौतियों और चिंताओं पर ध्यान देना भी बेहद ज़रूरी है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रकाशन जगत को तकनीक का संतुलित और जिम्मेदारी उपयोग करना होगा। इस वर्ष का पुरस्कार समारोह FEPI के सचिव राकेश गुप्ता की चेयरमैनशिप में आयोजित किया गया।
संगठन के अध्यक्ष गोपाल शर्मा, महासचिव राजेश गुप्ता और कोषाध्यक्ष राजीव गोयल सहित पूरी कार्यकारिणी बेहद उत्साहित नज़र आई। आयोजन में कार्यकारिणी की सक्रियता और सामूहिक ऊर्जा साफ़ दिखाई दी।
बेस्ट पब्लिशर, बेस्ट स्कूल और बेस्ट ऑथर को सम्मान
समारोह में बेस्ट पब्लिशर, बेस्ट स्कूल और बेस्ट ऑथर जैसी श्रेणियों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रकाशकों, लेखकों और संस्थानों को सम्मानित किया गया।
प्रकाशकों ने माना कि यह सम्मान न केवल उनके प्रयासों की सराहना है बल्कि पूरी इंडस्ट्री को गुणवत्तापूर्ण प्रकाशन की दिशा में प्रेरित करता है।
निष्कर्ष – AI के साथ भविष्य की ओर
कुल मिलाकर यह संदेश सामने आया कि बदलते तकनीकी दौर में प्रकाशन उद्योग पीछे हटने के बजाय नई चुनौतियों और अवसरों को स्वीकार कर आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
FEPI ने इस आयोजन के माध्यम से न सिर्फ़ उद्योग को एकजुट किया बल्कि भविष्य की दिशा भी तय करने का काम किया।

