Friday, January 17, 2025
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आपसी रंजिश में चली गोलियां, 1 की मौत 2 घायल

अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी

देश की राजधानी Delhi में एक बार फिर गोली बारी की घटना सामने आई है. बीते रविवार को Delhi के Jahangirpuri इलाके में गोलियों की आवाज़ से एक बार फिर सनसनी फ़ैल गई. Jahangirpuri इलाके में 2 गुटों के बीच फायरिंग हुई जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को तुरंत Babu Jagjeevan Ram अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

सूत्रों से पता चला है कि Deepak, उसका भाई और एक दोस्त 900 वाली गली Jahangirpuri में खड़े थे. इसी बीच Narendra और Suraj नाम के दो शख्स वहां आये . जिसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई. और बहस इतनी ज़्यादा बढ़ गई कि दोनों पक्षों में गोली बारी शुरू हो गई.
फायरिंग में Deepak को गर्दन, दोनों पैर और पीठ पर चोटें आई. जिसके बाद Deepak को इलाज के लिए तुरंत Babu Jagjeevan Ram अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

सुचना मिलने पर पहुंची policeने FIR दर्ज़ कर Narendra और Suraj को गिरफ्तार कर लिया है.

Delhi में 2 दिन में 2 ऐसी घटनाएं

गौरतलब है कि Jahangirpuri से पहले बीते शनिवार को Welcome इलाके के Raja Market में भी ताबड़तोड़ गोलियां चलने कि घटना सामने आई थी. आपको बता दे कि बीते शनिवार को Jeans बनाने वाले दो लोगों में पैसे की लेन-देन को लेकर गोलीबारी हुई. इस दौरान दोनों गुटों में 50 से ज़्यादा राउंड गोलियां चली. इस दौरान अपनी बालकनी से झगड़ा देख रही एक महिला के कंधे पर गोली लग गई.

जांच के दौरान CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ करने के बाद पता चला कि Samad का जींस का कारोबार है. 3 -4 महीने पहले उसने Faridabad के Munir नाम के व्यक्ति को धुलाई के लिए काफी बड़ी संख्या में जींस दी थी. Munir ने धोखेबाज़ी कर उसकी सारी जींस किसी और को बेच दी थी.

3 दिन पहले मुनीर Welcome में Shaanu नामक कारोबारी कि जींस लेकर आ रहा था कि तभी समद ने उससे सारी जींस अपने कब्जे में ले ली और उससे बेचीं हुई जीन्स के पैसे मांगने लगा. यह बात जब Shaanu को पता चली तो वो समद के बाद जींस के पैसे मांगने पहुंच गया और इसी दौरान बात चीत इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई.
जिला police उपयुक्त ने बताया कि इस मामले में अन्य आरोपियों कि पहचान कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

Delhi Rohini Blast: CRPF स्कूल के पास तेज धमाके से दहले लोग, खड़ी गाड़ियो और दुकानों के बोर्ड, और कांच के शीशे भी टूटे

संजीव गुप्ता,दिल्ली दर्पण टीवी

Delhi Rohini के Prasant Vihar इलाके में सुबह एक धमाके की आवाज सुनाई दी उसके बाद आसमान में धुए का गुबार साफ़ देखने को मिला सुबह करीब 7 बजकर 50 मिनट पर दिल्ली फायर विभाग को विस्फोट की सुचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद ही मोके पर दो गाड़िया पहुंची

Rohini के Prasant Vihar थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुबह करीब 5 बजकर 45 मिनट पर एक विस्फोट हुआ CRPF के स्कूल की दिवार के पास विस्फोट की आवाज सुनाई दी। धमाके के बाद धुए का गुबार साफ़ आसमान में दिखाई देने लगा धमाका इतना तेज था कि विस्फोट के कारण वहा खड़ी गाड़ियो और दुकानों के बोर्ड, और कांच के शीशे भी टूट गए मोके पर मौजूद लोगो को जब धमाका सुनाई दिया तो वो घबरा गए कि क्या हो गया स्थानीय लोगो ने स्पॉट से पुलिस कॉल के साथ साथ फायर विभाग को भी विस्फोट कि सुचना दी फ़िलहाल किसी के अटाहट होने की कोई खबर नहीं आगे की जांच पड़ताल जारी है

पीएस प्रशांत विहार में विस्फोट की सूचना

आज सुबह 07 बजकर 47 मिनट पर थाना प्रशांत विहार को एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई जिसमें कॉलर ने बताया कि CRPF स्कूल सेक्टर 14 rohini के पास बहुत शोर के साथ एक विस्फोट हुआ है। थाना प्रभारी एवं स्टाफ मौके पर पंहुचा, जहां स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त होने के साथ साथ दुर्गंध आ रही थी। पास की दुकानों और दुकान के पास खड़ी कारो के शीशे क्षतिग्रस्त पाए गए। कोई घायल नहीं हुआ.
मौके पर क्राइम टीम,FSL टीम और बम निरोधक दस्ता बुलाया गया. अपराध स्थल की घेराबंदी कर दी गई है. फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. विस्फोट के कारणों पर गौर किया जा रहा है।
डीसीपी रोहिणी अमित गोयल ने बताया कि Expert को बुलाया गया है Expert बता पाएंगे क्या चीज है और कैसा धमाका हुआ है

FSL Team और बम विस्फोटक टीम पहुंची क्राइम स्पॉट

धमाके के बाद घटना स्थल पर FSL टीम और बम विस्फोटक टीम जांच पड़ताल में जुटी हुई है मोके पर दिल्ली फायर विभाग की 2 गाड़िया पहुंची उसके बाद मामले पर काबू पा लिया गया है और क्राइम स्पॉट पर दिल्ली पुलिस की घेराबंदी कर दी गयी है दिल्ली पुलिस ने FSL टीम को मौके पर बुलाया है वो जांच के बाद ही कुछ क्लियर कर पायेगी

Sunday 20 October को Delhi के कई रास्ते रहेंगे बंद

अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी

Delhi में रविवार की सुबह Half Marathon का आयोजन होने जा रहा है. इसमें करीब 35 से 40 हज़ार लोगों के शामिल होने की संभावना है. अलग – अलग कैटेगोरी में 3 से 4 तरह की रेस आयोजित की जाएंगी. एलीट कैटेगोरी की मुख्य Half Marathon Jawahar Lal Nehru Stadium से शुरू हो कर वहीँ पर ख़त्म हो जायेगी, जबकि 10km वाली Open Marathon नई दिल्ली में कनॉट प्लेस से सटे संसद मार्ग से शुरू होगी.

Marathon में हिस्सा लेने के लिए तड़के 4 बजे से ही लोग Jawahar Lal Nehru Stadium और Parliament Street पहुंचेंगे . इस Marathon के साथ साथ कई तरह के मनोरंजन कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.

किन रास्तों पर पड़ेगा असर ?

इस Marathon को देखते हुए Delhi Traffic Police ने एडवाइजरी जारी की है और यह बताया है कि इस Marathon के दौरान किन किन रास्तों पर असर पड़ेगा.Race में हिस्सा लेने वाले लोग जिन रास्तों से होकर गुज़रेंगे, उन सभी रास्तों को आवाजाही के लिए बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में Marathon वाले Route के आसपास की सड़कों का Route Divert कर दिया जाएगा.
Sunday की सुबह Airport, Railway Station, बस अड्डे, अस्पताल या किसी अन्य काम से जा रहे लोगो को दिक्कतों का सामना कर पड़ सकता है. Delhi Traffic Police ने लोगो को सुबह घर से Extra Time लेकर निकलने , निजी गाड़ियों कि बजए Metro का इस्तेमाल और Marathon Route से बचकर निकलने कि सलाह दी है.

Free में मिलेगी Metro Ride

Marathon में हिस्सा ले रहे लोगे को पार्किंग कि समस्या का सामना न करना पड़े इस वजह से उनसे Marathon से सफर करने का आग्रह किया गया है. DMRC से मिली जानकारी के मुताबिक, Airport Line और ढासा बस स्टैंड से Dwarka के बीच Grey Line को छोड़कर अन्य सभी लाइन्स से टर्मिनल स्टेशनो से रविवार तड़के 3 .15 बजे से मेट्रो चलेगी. इस दौरान 3 .15 से 4 बजे तक 15 -15 मिनट के अंतराल पर और सुबह 4 बजे से 6 बजे तक 20 – 20 मिनट के अंतराल पर ट्रैन मिलेगी . वहीँ सुबह 6 बजे से सभी लाइन्स पर Regular Timing के हिसाब से Train चलने लगेगी.

Delhi में Yamuna नदी में जहरीले झाग की परत, 2024 Chath Mahaparv को लेकर Artificial घाट का विकल्प

संजीव गुप्ता,दिल्ली दर्पण टीवी

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कहर अब yamuna नदी में भी देखने को मिल रहा है जहां कालिंदी कुंज बैराज के पास बहने वाली यमुना नदी पूरी तरह से जहरीले झाग के कारण प्रदूषित हो चुकी है जोकि आने वाले छठ महापर्व में दिल्ली वासियों के लिए पूजा अर्चना करने में एक बड़ी दिक्कत बन कर सामने आ सकता है।

प्रदूषण के कारण Yamuna नदी में जहरीली झाग की परत

हर वर्ष सर्दियां के महीनो में राजधानी दिल्ली पूरी तरह से वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाती है जिस कारण दिल्ली के आसमान में प्रदूषण की धुंध साफ़ देखने को मिलती है और हर वर्ष यह प्रदूषण दिल्ली में बहने वाली यमुना नदी तक भी पहुंच जाता है जिसकी वजह से यमुना नदी में अमोनिया एसिड के कारण जहरीली झाग की परत बनने लगती है और पूरे पानी को ही अपने साथ प्रदूषित कर देती है। बहराल ये यमुना नदी लगातार राजनीती का एक अहम् मुद्दा रही है ऐसा लग रहा है फिर एक बार इस मुद्दे को राजनीती से जोड़ा जा रहा है

Yamuna किनारे का दौरा करने पहुंचे केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा

यमुना नदी के किनारे का दौरा करने पहुंचे केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी के सयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी पर निशाना साधते हुए कहा दिल्ली में आम आदमी पार्टी लगभग साढ़े 9 साल से सत्ता में है जिसके मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवल है,पिछले तीनों चुनावों में केजरीवाल और उनके नेताओं ने कहा यमुना नदी मैली है उसके प्रदूषण की बात पर सवाल उठाए, 2015 में वादा किया था कि यमुना जी को साफ करेंगे चाहे छठ का पर्व हो या अन्य त्यौहार , मै खुद इसमें डुबकी लगाऊंगा और दिल्ली वासियों को इसमें स्वच्छ स्नान कराऊंगा, आज जमुना जी का हाल जो है उसकी पूरी जिम्मेदारी केजरीवाल की है, इसमें 1000 करोड़ो रुपए क्लीनिंग के नाम पर इकट्ठा किया वो केवल बड़े बड़े केजरीवाल के होर्डिंग के लिए खर्चा किया गया है

Delhi में छठ महापर्व और घाट की दूरी

कालिंदी कुंज बैराज के पास बने यमुना घाट में पूर्वांचल के ज्यादातर लोग छठ के समय अधिक मात्रा में इस स्थान पर छठ महापर्व को मनाते थे परन्तु पानी के दूषित होने के बाद वह छठ पर्व मनाना तो दूर वहा खड़ा होना मुश्किल हो गया है ऐसे में दिल्ली वालों को छठ पूजा के समय कृत्रिम घाट को ही एक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करना पड़ता है, वही उम्मीद इस वर्ष भी छठ को लेकर जताई जा रही है, हालांकि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने पहले ही 1000 कृत्रिम छठ घाट के निर्माण का ऐलान कर दिया था ताकि दिल्ली वालो को पर्व बनाने में कोई समस्या न आए

  • Yamuna के होते हुए Artificial Ghat पर महापर्व

दिल्ली वालों की बदनसबी है कि यमुना नदी के होते हुए भी उन्हें छठ पूजा जैसा महापर्व आर्टिफिशियल घाट बनाकर मनाना पड़ रहा हैं , चुनाव से पहले यमुना नदी सभी पार्टियों के घोषणा पत्र का अहम् मुद्दा होती है जिसमे पहले यमुना को साफ करने के वादे जरूर किए जाते हैं मगर सर्दियां आते आते हर साल यमुना का हाल बद से बद्तर हो ही जाता है, बदहाल अंत में ये मात्र राजनीती मुद्दा बनकर ही रह जाता है ऐसे में दिल्ली वासियों का समाधान कब हो पाएगा यह कह पाना अभी मुश्किल है।

AIIMS ट्रोमा सेंटर में मरीजों के लिए बड़ी सुविधा

राजधानी Delhi के AIIMS ट्रामा सेंटर हॉस्पिटल में रोज़ाना हादसा पीड़ित मरीज उपचार के लिए बहुत अधिक स्तर पर आते है. बताया जा रहा है कि हादसा पीड़ित के इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में बेड कम पड़ रहे थे, जिससे मरीजों को अपने उपचार करवाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दे कि मरीजों की इस समस्या का समाधान करते हुए मरीजों के उपचार हेतु एम्स ट्रामा सेंटर का विस्तार किया जायेगा. ट्रामा सेंटर में मरीजों के लिए एक नया ब्लॉक बनाया जायेगा जिसके लिए ट्रामा सेंटर की प्रकिया तैयार है. अब एम्स के गवर्निंग बॉडी से स्वीकृति मिलने के बाद एम्स प्रशासन की स्वीकृति के लिए फाइल केंद्रीय सवस्थ मंत्रालय को भेजेगा आशा है की सारी प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी. जिसके बाद ट्रामा सेंटर के निर्माण का रास्ता साफ़ हो जायेगा और ट्रामा सेंटर का विकास होने लगेगा. जिससे मरीजों को हॉस्पिटल में बेड न मिलने जैसी समस्याओ का सामना नहीं करना पड़ेगा और मरीजों का उपचार करना भी आसान हो जाएगा.

मौजूदा परिस्तिथियों में बदलाव Delhi AIIMS

बताया जा रहा है कि एम्स ट्रामा सेंटर में इस समय 250 से अधिक बेड है और वर्ष 2023 में ट्रामा सेंटर की OPD में 60,420 से अधिक मरीज देखे गए है. 7,500 से अधिक मरीज भर्ती हुए व 8000 मरीजों का प्रोसीजर हुआ था. मरीजों की ज्यादा संख्या होने की वजह से हॉस्पिटल में बेड कम पड़ जाते है. जिससे जिन मरीजों को सुविधा नहीं मिलती और उनको काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. डॉक्टरों का कहना है कि ट्रामा सेंटर में प्रति दिन 160 से अधिक हादसा पीड़ित मरीजो का इलाज किया जाता है. मरीजों की संख्या अधिक हो जाने के कारण दूसरे हादसा पीड़ित मरीजों को अपने उपचार के लिए इंतज़ार करना पड़ता है. डॉक्टरों का यह भी कहना है कि मरीजों कि संख्या ज़्यादा होने पर बाकी मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में भेजना पड़ता है. इसी समस्या को देखते हुए ट्रामा सेंटर में एक नया ब्लॉक बनाने का निर्णय लिया है. जिसमे मरीजों के लिए बेड की झमता 500 की जाएगी जिससे मरीजों को पूरी तरह से सुविधा मिल पाए और हादसा पीड़ित मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में न भेजा जाये.

पूनम कोरी, दिल्ली दर्पण टीवी