Saturday, October 5, 2024
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होलिका दहन का ये है शुभ मुहूर्त

धर्म – होलि के इस मौके पर अगर आप होलिका दहन करने के शुभ मुहूर्त के बारे में नहीं जानते तो परेशान ना हों। हम आपको बता दें कि एक मार्च की सुबह 8:05 तक चतुर्दशी तिथि रहेगी और फिर उसके बाद भद्रा शुरु हो जाएगी जो शाम 7.15 बजे तक खत्म होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्रा मुख में होली दहन अच्छा नहीं माना जाता। मालूम हो कि भद्रा खत्म होने के बाद ही होलिका दहन होना चाहिए। इसका मतलब भद्रा शाम 7.15 बजे तक खत्म होगी तो होलिका दहन का भी सही योग 7:15 के बाद रहेगा। बता दें कि इस होली कुछ विशेष संयोग बन रहे हैं।ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ गजकेसरी योग का महासंयोग बन रहा है। यह संयोग कई राशि के जातकों को बेहद लाभकारी होगा। बता दें कि ऐसा संयोग लगभग 100 वर्षों बाद आया है।

श्रीदेवी और व्हिटनी ह्यूस्टन की मौत में समानता।

मनोरंजन – जब यह पता चला कि श्रीदेवी की मौत बाथटब में ‘दुर्घटनावश डूबने’ के कारण हुई तो बॉलीवुड की अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल ने श्रीदेवी और व्हिटनी ह्यूस्टन की मौत में विचित्र समानताओं के विषय में ट्वीट किया अपनी बात ज़ाहिर की।व्हिटनी ह्यूस्टन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक 11 फ़रवरी 2012 को ह्यूस्टन अपने होटल के कमरे में कोकेन के नशे और हृदय रोग के कारण ग़लती से डूब गई थीं, जिससे उनकी मौत हो गई। व श्रीदेवी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था।भारत में अब तक कम से कम 16 अभिनेत्रियों और 9 अभिनेताओं ने ख़ुदकुशी की है, इनमें से अक्सर फ़ैसले कथित तौर पर फिल्म इंडस्ट्री की मांगों को पूरा नहीं कर पाने या दिल टूटने की वजह से डिप्रेशन के कारण लिए गए।इनकी मृत्यु खुदखूशी थी या हत्या कौन जानेऐसा लगता है कि बॉलीवुड में सफल और आकर्षक दिखते रहने के लिए इस इंडस्ट्री के शीर्ष सितारों पर बहुत दबाव है।अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने सार्वजनिक रूप से अपने डिप्रेशन से पीड़ित होने की बात स्वीकार की है। व कई और अभिनेता व अभिनेत्री ऐसा पहले कर चुके है।

श्री देवी की मौत पर क्या कहता है संसार

मनोरंजन – रूप की रानी का अब और दिदार नही होगा लोकिन उनकी झलक  हमेशा  दिलों में बनी रहेगी । विश्व भर में  श्उरी देवी के मरने के बाद  अपने -अपने ज़रिये से शोख ज़हिर किया। इसमें पाक मीडिया भी पिछे नही था। और न ही विश्व के मशहूर लोग।इसमें बी.बी.सी ने अपने स्पेशल प्रोग्राम में श्रीदेवी को MALE SUPERSTARS के बीच इकलौती FEMALE SUPERSTAR बताया। आगे कहा- वो बॉलीवुड की उन चंद एक्ट्रेसेस में शामिल थीं जिन्हें बॉक्स ऑफिस पर बिना किसी मेल स्टार के बम्पर कामयाबी मिलती थी। तो सी.एन.एन ने कहा- 1980 और 1990 के दौर में श्रीदेवी का कोई जवाब नहीं था। वो जो करती थीं, उसे नाम से ही कामयाबी मिल जाती थी। श्री देवी की याद में श्रृधानजली देने के लिये हालीवुड भी पिछे नहीं रहा हॉलीवुड रिपोर्टर और बिजनेस टाइम्स ने श्रीदेवी को ‘ऑइकन’ बताया।पाकिस्तान और भारत के रिश्ते इन दिनों तनावपूर्ण हैं। लेकिन, इस पड़ोसी देश में भी रूप की रानी के चाहने वालों की लंबी तादाद है।फिल्म ‘रईस’ में शाहरुख के साथ लीड रोल प्ले कर चुकीं पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान ने कहा कि उन्हे इस बात पर फख्र है कि मैं श्रीदेवी के वक्त में पली और उन्हें देखकर आगे बढ़ी। उनमें जादू था। वो हमारी यादों में हमेशा जिंदा रहेंगी।

होली पर दिल्ली की लाईफ लाईन बंद।

दिल्ली – होली वाले दिन यानी 2 मार्च को अगर आप कही आने-जाने के लिए मेट्रो सेवाएं लेने की सोच रहे है तो अलर्ट हो जाइए। क्योंकि होली के चलते 2 मार्च को मेट्रो की सेवाएं सुबह के बजाए दोपहर 2:30 बजे से शुरू होगी।
इससे पहले सभी लाइनों पर मेट्रो की सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेगी। मेट्रो फीडर बसें भी दिनभर बंद रहेगी। डीएमआरसी के मुताबिक होली वाले दिन मेट्रो की दिल्ली एनसीआर की सभी लाइनों पर सेवाएं सुबह पांच बजे शुरू नहीं होगी। होली के दिन यदि आपको घर से बाहर निकलना है तो दोपहर तक मेट्रो का विकल्प नहीं मिलेगा।

दोपहर बाद दोपहर ढाई बजे से मैट्रो सेवा शुरू होगी और रात में अपने पहले से तय टाइम टेबल की तरह चलेगी। मेट्रो फीडर की सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेगी। मेट्रो ने त्यौहार और होली के रंगों से मेट्रो को खराब होने से बचाने के लिए यह फैसला लिया है।

दोपहर बाद मेट्रो शुरू होने के बाद भी हुड़दंग मचाने वालों और होली के रंग में सराबोर या जरूरत से ज्यादा एल्कोहलिक (शराबी) लोगों के लिए मेट्रो के दरवाजे बंद रहेंगे।

उन्हें मेट्रो परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा मेट्रो ने सुरक्षा के लिहाज एक दिन पहले भीड़ भाड़ वाले स्टेशनों पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी है। जिससे किसी भी तरह की समस्या को कम किया जा सके।

इसमें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, चांदनी चौक, कश्मीरी गेट और आनंद विहार मेट्रो जैसे अहम स्टेशन शामिल है। यहां से होली पर बाहर जाने वालों की भीड़ के चलते यह फैसला लिया गया है।

होली त्यौहार का महत्व,मथुरा और वृन्दावन का होली त्यौहार

दिल्ली- आप तो जानते ही हैं की होली का त्यौहार भारत के हर एक क्षेत्र में खुशियों का रंग ले कर आता है। हर घर में यह त्यौहार खुशियों के रंग बिखेर देता है इसलिए इस त्यौहार को रंगों का त्यौहार कहा जाता है। इस त्यौहार से लोगों के बिच प्रेम बढ़ता है और सभी मिल झूल कर इस दिन का आनंद उठाते हैं। यह एक पारंपरिक और सांस्कृतिक हिंदू त्योहार है। इस दिन लोग लाल गुलाल को प्यार और लगाव का प्रतिक मानते हैं। इसीलिए सबसे पहले लाल रंग के गुलाल को एक दुसरे पर लगते हैं। लोग इस दिन एक दुसरे को पिचकारियो और रंग भरे हुए गुब्बारों को एक दुसरे पर मारते हैं। इस दिन लोग अपने घरों में गुजिया, मालपुआ और कई प्रकार के स्वादिष्ट मिठाइयाँ बनाते हैं।

मथुरा और वृन्दावन में होली का ये त्यौहार बहुत प्रसिद्ध है। इस दिन को उत्साह से मनाने के लिए लोग भारत के अन्य शहरों से इस दिन मथुरा और वृन्दावन आते हैं। मथुरा और वृन्दावन वो पवित्र स्थान हैं।जहाँ भगवान् श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इतिहस के अनुसार होली का त्यौहार राधा कृष्ण के समय से मनाया जा रहा है।होली के इस अवसर पर मथुरा में कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में महा होली उत्सव मनाया जाता है। होली का ये पर्व मथुरा के ब्रज गुलाल कुंड में बेहतरीन रूप से मनाया जाता है। यहाँ पर कृष्ण लिली नाटक भी आयोजित किये जाते हैं। होली बहुत ही सांस्कृतिक और पारंपरिक मान्यताओं का त्यौहार है जो बहुत ही पौराणिक काल से मनाया जा रहा है। होली का वर्णन कई भारतीय पवित्र किताबों जैसे पुराणों, रत्नावली में किया गया है।होली के त्यौहार को मनाने का एक अलग ही स्वास्थ्य लाभ भी है। इससे लोगों की चिंता दूर होती है और तंदरुस्ती आती है।