Saturday, October 5, 2024
spot_img
Home Blog Page 1452

MCD के खिलाफ सड़कों पर आए शिक्षक

दिल्ली – एक ओर हमारा देश भारत विश्व गुरु और एक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है लेकिन दूसरी ओर देश की राजधानी में शिक्षकों के ऐसे हालात ये समझने के लिये काफी हैं की देश कितना भी महान क्यों ना हो लेकिन जब शिक्षकों को स्कूल छोड़ सड़कों पर आने पड़े तो ऐसे में देश को महान कैसे समझा जाएगा । दिल्ली में एमसीडी के शिक्षकों का पिछले 4 महीने से वेतन न मिलने से कुछ ऐसा ही हाल है। शिक्षक अपने बकाया वेतन को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए है हजारों की संख्या में दिख रहे ये शिक्षक अपने वेतन की लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं क्योंकि इन्हे चिंता है अपने परिवार की कि आखिर इतने समय से वेतन न मिलने पर ये खाना खा भी पाएंगे.. कुछ शिक्षक अपने घर की ईएमआइ भरने के लिये परेशान हैं तो कुच के ऊपर डिफॉल्टर होने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में सिविक सैंटर पर पंहुच कर इन लोगों ने सरकार से इनकी दयनीय हालत में सुधार लाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।शिक्षकों की मांग है की तुरंत प्रभाव से शिक्षकों के वेतन ,एरियर्स और फंडस् के नियमित भुगतान की व्यवास्था की जाए और यदि उनकी ये मांग पूरी नहीं होती तो वो सिविस सेंटर का घेराव भी कर सकते हैं यहां तक की शिक्षकों ने मांगे न माने जाने पर रोड़ जाम और उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी सरकार को दी है। बहरहाल ये शिक्षक कितने मजबूर हैं इसका अंदाजा इनकी हालत को देखकर लगाया जा सकता है लेकिन सवाल ये है कि आखिर क्यों एमसीडी इनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है क्या सरकार जब जागेगी जब स्कूलों पर ताला लग जाएगा । क्या सरकार के लिए शिक्षकों का कोई मुल्य नहीं.. या पिर ये मान लिया जाए कि वाकई राजनीति अब शिक्षा व्यवस्था पर भी हावी हो गई है…

“आप” सरकार है निकम्मी और भ्रष्ट सरकार-बीजेपी

दिल्ली – दिल्ली में सियासत कितनी गर्म है इसका अन्दाज़ा आप इन तस्विरों को देख को लगा सकते हैं बीजेपी के कई नेता, निगम पार्षद और वक्ता सड़कों पर प्रदर्शन कर रहें है वो भी दिल्ली सरकार यानि केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की विधायक वन्दना कुमारी के खिलाफ ।प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के नेताओं का आरोप है की आम आदमी पार्टी एक निक्कमी और भ्रष्ट सरकार है जो की अपने व्यक्तिगत फायदे के लिये किसी भी स्तर तक जाने को तैयार हैं यही नहीं पिछले दिनों हुई दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ पार्टी विधायकों की कथित मारपीट के मामले को भी उठाया गया ।प्रदर्शनकारियों का आरोप है की एसी कौन सी मुसीबत आ खड़ी हुई थी की मुख्यमंत्री केजरीवाल को आधी रात को मुख्य सचिव के साथ बैठक करनी पड़ी साथ ही वन्दना कुमारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा गया की शालीमार बाग एसयू ब्लॉक में बन रहे  जिस  बैंडमिटन कोर्ट को वन्दना कुमारी बनाने की बात कर रहीं है उसे महज़ 20 से 30 हजार में तैयार किया जा सकता था तो फिर उसकी लागत 1 करोड़ 87 लाख रुपये कैसे हो सकती हैं ।वहीं मौके पर मौजुद रहीं अन्जु जैन ने केजरीवाल के चुनावी वादों को याद दिलाते हुए महिला सुरक्षा के पर भी ध्यान दिलाते हुए कहा की कहां गए वो सीसीटीवी कैमरे जिन्हे महिलाओं की सुरक्षा के लिये बसों और अन्य स्थलों पर लगना था ……साथ ही आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए मुख्य सचिव पर हुए हमले पर सवाल खडे करते हुए कहा की ये सब एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया था ।वहीं बीजेपी की पूर्व निगम पार्षद रेखा गुप्ता ने दिल्ली सराकार के राज को गुंडा राज करार देते हुए कहा की इस सरकार ने दिल्ली की जन्ता को बैहद परेशान किया है दिल्ली की  जन्ता को रुलाया है साथ ही आम आदमी पार्टी पर करोड़ों रुपयों का हिसाब देने के लिये भी कहा ।तो वहीं बीजेपी से MCD के स्थाई समिति के अध्याक्ष तिलक राज कटारीया ने कहा की हम यहाँ आम आदमी पार्टी और विधायक वन्दना कुमारी का विरोध करने और आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार को उजागर करने लिये आए हैं  बरहाल दिल्ली में चल रहे इस  घमासान का अन्जाम जो भी हो लेकिन इस वक्त दिल्ली एक चुनावी अखाड़े में जरुर बदल गई है इसका दिल्ली की सियासत पर क्या असर पड़ेगा ये तो आने वाला वक्त ही बैहतर बता पाएगा

526 करोड़ का घोटाला उजाकर किया तो कर दी दिल्ली के मुख्य सचिव की पिटाई – कांग्रेस

मुख्यमंत्री आवास पर दिल्ली के मुख्य  सचिव के साथ कथित तौर पर पिटाई के मामले को अब कांग्रेस जनता के बीच भी ले जा रही है। आज वज़ीर पुर में कांग्रेस के पूर्व विधायक हरि शंकर गुप्ता ने इलाके में पानी की गंभीर समस्या पर वज़ीरपुर औद्योगिक क्षेत्र में प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने मुख्य मंत्री आवास पर दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव के साथ हुई कथित मारपीट पानी की समस्या के लिए नहीं बल्कि हर साल विज्ञापन पर 526  करोड़ रुपये खर्च को फिजूल खर्ची बताने पर हुई है। आम आदमी पार्टी पार्टी दिल्ली की समस्याओं पर गंभीर नहीं है , बल्कि झगड़ा और झूठा प्रचार करने में जयदा भरोसा रखती है। कांग्रेस ने सवाल उठाया की उसके काल में ऐसे झगड़े क्यों नहीं हुए ?

इस इलाके में पिछले कई महीनो से पानी की गंभीर समस्या चल रही है। पुरे क्षेत्र में पानी की समस्या बेहद गंभीर बनी हुई है। अब जबकि इस क्षेत्र में भी उपचुनाव की संभावना बढ़ी तो यानी बीजेपी और कांग्रेस के प्रदर्शन भी बढ़ गए। कांग्रेस कार्यकर्त्ता हर उन इलाकों में प्रदर्शन कर रहे है जहाँ “आप ‘  का वोट बैंक जयदा है। आप विधायक और निगम पार्षद पर क्षेत्र की समस्याओं पर अनदेखी के आरोप लगा रहे है।

दिल्ली में गंभीर पानी के संकट को झेल रही दिल्ली की आम आदमी पार्टी के सरकार के लिए विपक्ष के ये तेवर “आप ‘ सरकार को परेशानी में डालने वाले है। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की शिकायत के बाद पुलिस की दबिश आप विधायकों पर बढ़ गई है तो वहीँ विपक्ष अब दिल्ली की जनता के बीच ले जाकर इसे झगड़ालू सरकार साबित करने में लगा है।

भारत में गंभीर है मृत्यु दर के आंकड़े !

0

दुनिया – दुनिया में नवजात बच्चों की मृत्यु दर की स्थिति एक चिंता का विषय है। हर साल जन्म के 28 दिनों के भीतर 26 लाख बच्चे दम तोड़ देते हैं। जिसमें से एक चौथाई यानी छह लाख बच्चे भारत के होते हैं। भारत में नवजात के मौत के ये आंकड़े बेहद ही खराब हैं । यूनिसेफ के हालिया से आई एक रिपोर्ट एवरी चाइल्ड अलाइव के अनुसार में यह दावा किया गया है। इस रिपोर्ट के लिये 184  देशों का  अध्ययन किया गया जिसकी रिपोर्ट के मुताबिक 80 फीसदी बच्चों की मौत का कारण कोई गंभीर बीमारी नहीं होती है। ज्यादातर बच्चों की मृत्यु का कारण समय से पहले जन्म, प्रसव के दौरान जटिलता, बीमारी की सही रोकथाम न होना और न्यूमोनिया होती है। हर मां और बच्चे को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देकर मृत्यु दर कम की जा सकती है। इसमें साफ पानी, जन्म के पहले घंटे में स्तनपान, मां बच्चे के बीच संपर्क जरूरी है। जन्म के पहले 28 दिन नवजात के जीवित रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत समेत दस देशों में स्थिति गंभीर है। इसमें आठ देश अफ्रीका के हैं। सोमालिया, दक्षिणी सुडान, माली, चाड, साउथ अफ्रीकी रिपब्लिकन, लेसेथो, कोटे डिवायर और गिनी बिसाउ। इसके अलावा पाकिस्तान में तो एक हजार में से 45.45 बच्चों की 28 दिन के भीतर मृत्यु हो जाती है। गरीब देशों के बच्चों पर अमीर देशों के बच्चों की तुलना में मृत्यु का खतरा 50 गुना ज्यादा होता है।रिपोर्ट के मुताबिक भारत 25.4 मृत्युदर के साथ 31वें स्थान पर है। जबकि पिछले साल भारत 28वें स्थान पर था।

हत्‍या का आरोपी गिरफ़्तारी के लिए गिड़गिड़ाया!

 क्राइम – यूपी के बदमाशों में पुलिस एनकाउंटर का ख़ौफ उस वक्त देखने को मिला जब एक आरोपी अपनी गिरफ्तारी के लिये खुद थाने पहुंचा और एसपी साहब के सामने कहने लगा मुझे गोली मार दो ,मुझे गिरफ्तार कर लो . एनकाउंटर के डर से मैं हत्या के बाद फरार हो गया था. मुझे जेल में बंद कर दो, आगे से मैं कोई क्राइम नहीं करूंगा.ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुठभेड़ में 25 हज़ार के एक इनामी बदमाश को मार गिराया, जबकि एक बदमाश फ़रार हो गया. ओमीक्रोन गोल चक्कर के पास पुलिस ने बाइक पर सवार बदमाशों को जब रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश की मौत हो गई.आपको बता दें की उत्तर  प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश से अपराध को खत्म करने के लिए सभी के पुलिस अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हुए हैं. सीएम के निर्दश के बाद यूपी के कई नामचीन बदमाशों और आरोपीयों को या तो जेल भेज दिया गया या फिर मुठभेड़ में मार गिराया गया