Friday, October 4, 2024
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थाने से 100 मीटर की दूरी पर डाकघर के चौकीदार की हत्या

Crime – रोहिणी नॉर्थ थाने से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर रोहिणी सैक्टर 7 में जिला डाकघर है। यहां पर लाखों की रकम लॉकर्स में मौजूद रहती है। बीती रात यहां ड्यूटी पर चौकीदार सुशील कुमार मौजूद थे। शनिवार सुबह जब पहली डाक आई तो पाया कि सुशील कुमार के हाथ पांव बंधे हुए हैं, मुंह में कपड़ा ठूसा हुआ है और सर पर किसी भारी चीज से चोट मारकर उनकी हत्या की गई है। डाकखाने के अंदर कुछ लूटपाट भी की गई है, लेकिन कितने की लूट हुई ये सब कर्मचारियों और अधिकारियों की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। फिलहाल दिल्ली पुलिस और क्राइम टीम ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर थी।

लुटेरे चौकीदार की हत्या के बाद साथ में कुछ हार्ड डिस्क भी लेकर गए हैं और कैश कितना चुराया है यह तो जांच के बाद साफ हो पाएगा।  साथ ही यह अभी तक साफ नहीं कि लुटेरों का मकसद कोई हार्ड डिस्क चुराना कोई किसी तरह का सबूत मिटाना ही था यह लुटेरे कैश लूटने के इरादे से ही आए थे।  फिलहाल दिल्ली पुलिस कई एंगल से इस मामले की जांच कर रही है।  मृतक सुशील कुमार की उम्र साठ साल है जो अगले महीने फरवरी में ही रिटायर होने थे लेकिन उससे पहले इन लुटेरों ने सुशील कुमार की जिंदगी ही छीन ली। चौकीदार पास के ही नाहरपुर गांव के रहने वाले थे । दिल्ली में पिछले 24 घण्टे में ये दूसरे सीनियर सिटीजन की हत्या की घटना है ।  फिलहाल दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और हत्यारो का अभी तक सुराग नही लग पाया है ।

शालीमार बाग में महिला का कत्ल, गला रेतकर की हत्या

Crime – दिल्ली में अकेले रह रहे बुजुर्ग अभी भी अपराधियों के ख़ास निशाने पर है। गणतंत्र दिवस के दिन भरी दोपहर को शालीमार बाग़ इलाके में 72 साल की बुजुर्ग महिला राजरानी की उसी के घर में गला रेत कर बेरहमी से हत्या कर दी गयी। ह्त्या का शक घर में पानी की मोटर ठीक करने आये एक प्लम्बर पर है। बुजुर्ग महिला राजरानी घर में अकेली रहती थी, बुजुर्ग के दो बेटे है जो परिवार सहित कुछ दूरी पर रहते है। दोपहर करीब 3 बजे बुजुर्ग महिला का पोता उनके पास आया तो घर का ताला बंद मिला, पिछले दरवाजे पर जाकर देखा तो दरवाजा खुला हुआ था और राजरानी का शव खून से लथपथ था। आस पड़ोस के लोगों का कहना है की एक व्यक्ति लगातार कुछ दिन से आ रहा था। शाम को भी वो आया था और ऊपर पानी की टंकी ठीक करने भी गया था।

पुलिस ने घर के पीछे की तरफ गली में लगे सीसीटीवी की तसवीरें खंगाली तो उसमें एक संदिग्ध की तसवीरें दिखाई दी है। पडोसी चश्मदीद ने भी तस्दीक की है कि यही शख्स राजरानी के घर आया था। लिहाज़ा पुलिस का शक भी इसी शख्स पर है । पुलिस फिलहाल कैमरे पर ज्यादा कुछ भी बोलने से बच रही है लेकिन स्थानीय लोगों में शालीमार बाग़ थाना पुलिस को लेकर और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के रवैये पर खासा गुस्सा है। इलाके के लोग एक गेट और सीसीटीवी के लिए विधायक को पत्र लिख चुके है लेकिन अभी तक कोइ असर नहीं है।

बुजुर्ग महिला के राजेश और संजय नाम के दो बेटे है जो कुछ दूरी पर ही अपने अपने परिवार के साथ रहतें है। सूत्रों के अनुसार बड़े बेटे ने ये माना है की उन्होंने जानकार प्लम्बर को ही पानी मोटर ठीक करने भेजा था। वही बुजुर्ग महिला को पार्क से बुलाकर भी लाया था। ऐसे में सवाल भी हैरान करने वाला है की  राजरानी की ह्त्या क्या उसी शख्स ने की है.?  घर का सामान भी फैला हुआ था और सीसीटीवी में उस शख्स के अलावा भी कोई और आता जाता दिखाई नहीं दिया। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और संभव है हत्यारा भी जल्द से जल्द पकड़ा जाये। लेकिन सवाल ये भी है की दो दो बेटे होते हुए भी बुजुर्ग महिला अकेले क्यों रह रही थी ? यदि आज उसके बेटे साथ होते तो शायद बुजुर्ग महिला भी ज़िंदा होती।

जानें गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें

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हम सभी जानते हैं कि 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान प्रभावी हुआ था। यही वजह है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार हम 69वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। ऐसे में बच्चे हों या बड़े सभी इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं।

1. 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था। भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। इस दिन भारत के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।

2. भारतीय संविधान को बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।

3. गणतंत्र दिवस के दिन वीर चक्र, महावीर चक्र, परमवीर चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र जैसे तमाम अवॉर्ड दिए जाते हैं।

4.  इस मौके पर नौसेना और थलसेना के द्वारा देश की आजादी के लिए लड़े शहीदों के सम्मान में बंदूकों और तोपों से सलामी दी जाती है।

5. गणतंत्र दिवस का जश्न तीन दिन तक चलता है। इसमें, कई कार्यक्रमों व ड्रिल का आयोजन किया जाता है। ‘बीटिंग द रिट्रीट’ सेरिमनी के साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन की समाप्ति होती है।

6. भारत के राष्ट्रीय ध्वज को पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था और इसे आजादी के कुछ ही दिन पहले 22 जुलाई, 1947 को अपनाया गया था।

Invens mobile ने रखे मार्केट में कदम !

टेक्नोलोजी – मोबाइल की दुनिया में बढ़ते नए-नए नाम के साथ ही उनके फीचर्स को लेकर भी नई जेनेरेशन से लेकर हर यूजर्स के बीच एक उत्साह रहता है… और बढ़ते ऑप्शन के साथ ही यूजर्स भी अब खासा चूज़ी हो गए हैं.. आखिर होंभी क्यों ना भला.. जब कम दामों में मिले ज्यादा और हाइटेक तकनीक और लंबी वॉरंटी की गारंटी तो मोबाइल यूजर्स को भी एक भरोसा तो जगता ही है.. तो कम प्राइस में ज्यादा मज़ेदार फीचर्स के साथ भारतीय मोबाइल बाजार में एक और नए खिलाड़ी ने एंट्री मारी है.. और ये नाम है INVENS

INVENS नाम की मोबाइल कंपनी अपने तीन मॉडल के साथ मार्केट में उतरी है जिनके नाम हैं फाइटर वन.. फाइटर 2 और डायमंड… ये तीनों ही मॉडल एडवांस कैमरे, आधुनिक Android सिस्टम के साथ कई नए फीचर्स से लैस हैं.. इनवेन्स मोबाइल का मार्केट में उतरना एक और लिहाज से भारतीय मोबाइल बाजार के लिए किसी सौगात से कम नहीं है.. अपने अफोर्डेबल प्राइस के साथ ही ये कंपनी पहली अपने किसी भी मोबाइल पर 2 साल की वारंटी दे रही है साथ ही किसी पार्ट के खराब होने पर सर्विस सेंटर में फ्री रिप्लेसमेंट का भी वादा कर रही है.. भारतीय मोबाइल उपभोक्ताओं की इन दो उम्मीदों पर खरे उतरने के साथ आखिर और क्या है खास चलिए जानते हैं

महिला सशक्तिकरण को लेकर भी इनवेन्स मोबाइल कंपनी काफी जागरुक है और यही वजह है कि इस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी 60 से 80 प्रतिशत महिलाएं हैं.. साथ ही इन्वेन्स के डायरेक्टर ने बताया कि उनका ये फोन किस सेगमेंट को टारगेट करता है…

 

यानि देखा जाए तो मीडियम बजट में कंपनी ने काफी अच्छे प्रोडक्ट स्कोर लॉन्च किये हैं.. तो अब देखना यह है कि मोबाइल कंपनियों की होड़ में अपने इन दमदार और यूजर फ्रैंडली फीचर्स के साथ इनवेन्स मोबाइल आखिर मोबाइल यूजर्स के बीच कितनी जल्दी अपनी जगह बना पाती है

जोहानिसबर्ग में पुजारा ने दिलाई राहुल द्रविड़ की याद बनाया अनचाहा रिकार्ड

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खेल – राहुल द्रविड़ के बाद टीम इंडिया की नई दीवार कहे जाने वाले टीम इंडिया के टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट में एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. दरअसल, पुजारा को पहली पारी में अपना खाता खोलने के लिए 54 गेंद खेलनी पड़ गई.

पुजारा ने जैसे ही 54वीं गेंद पर अपना खाता खोला तो टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में तालियां बजनी शुरू हो गई, जो ज्यादातर खिलाड़ी की बहुत बड़ी उपलब्धि के लिए हौसला अफजाई के तौर पर की जाती है. पुजारा के इस वाकये ने राहुल द्रविड़ की याद दिला दी.

आपको बता दें कि भारत के 2007-2008 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान मेलबर्न टेस्ट में द्रविड़ को अपना खाता खोलने में 41 गेंद लगी थीं. जब 41वीं गेंद पर राहुल ने रन लिया तो पूरा स्टेडियम खड़े होकर तालियां बजाने लगा.राहुल ने भी दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया और बल्ला हवा में उठाया. स्टेडियम में कुछ ऐसा माहौल था, जैसा कि राहुल द्रविड़ का शतक पूरा हो गया है.

पुजारा से पहले जोहानिसबर्ग में ही साल 1992-93 में रवि शास्त्री जब 9 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो उन्होंने अगले रन तक पहुंचने के लिए 68 गेंदें खेली थी. अपना खाता खोलने के लिए सबसे ज्यादा गेंद खेलने का भारतीय रिकॉर्ड राजेश चौहान के नाम है, जिन्होंने साल 1994 में श्रीलंका के खिलाफ 57 गेंद खेली थी.