Friday, October 4, 2024
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दिल्ली – वज़ीरपुर स्थित हुंडई  कम्पनी ने लगाया “बॉडी एंड पेंट कार केयर कैंप”

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दिल्ली – यदि आप अपनी कार को लेकर बेहद केयरिंग है तो यह खबर आपके लिए है  वज़ीरपुर स्थित हुंडई  कम्पनी ने आज से 29 जनवरी  तक “बॉडी एंड पेंट कार केयर कैंप” लगाया है।  दिल्ली में इस तरह का कैंप शायद ही पहले कभी लगा हो इस कैंप का उद्घटान स्थानीय निगम पार्षद विकास गोयल ने किया इस कैंप की खासियत यह है की हुंडई आपको एक ही दिन में आपकी कार पेंट करके दे देगी वह भी अच्छे डिस्काउंट के साथ यकीन न हो तो आप खुद सुन लीजिये इस मौके पर  वज़ीर पुर हेमकुंड  हुंडई प्रमुख  विपिन शर्मा , महाप्रबंधक बॉडी शम्भू दयाल , जीएम सर्विस कपिल नरूला भी मौजूद थे कम्पनी का दावा है की कार बॉडी की तामाम सेवाएं जितनी अच्छी और जल्दी यहाँ मिलेगी वह हुंडई के ग्राहकों संतुष्ट ही नहीं बेहद खुद कर सकेंगी

 

 

 

 

 

CP में लगी आर्ट एग्जीबिशन में देखा रंगों का मेला !

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दिल्ली – आर्ट यानि कला का प्रेमी आखिर कौन नहीं होता सभी को कला जरुर लुभाती है इसी कला का प्रदर्शन करने के दिल्ली के सीपी में भी एक आयोजन हुआ जिसे न्यू दिल्ली मुशिपल कॉर्पोरेशन की तरफ से आयोजित किया गया Triumph of master work : our national pride के नाम से आयोजित इस एग्जीबिशन में एक से बढ कर एक कला की प्रदर्शनी की गई जिसे देखने के लिये एन डी एम सी के  अधिकारियों सहित दूर दूर से हजारों की संख्या में लोग पहुँचे । यहाँ लगी सभी प्रदर्शनी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहीं थी लेकिन इस एग्जीबिशन की खास बात ये थी की इसमें लगी सभी प्रदर्शनी दिल्ली यूनीवर्सीटी के कॉलेज ऑफ आर्ट और जामिया मिलिया इस्लामिया युनिवर्सीटी के स्टुडेंटस् ने तैयार की थी जो काबिल ए तारिफ थी… क्योंकी ये सभी बच्चे एक कॉलेज स्टुडेंट होने के बावरजुद भी इस तरह की कला को रुप देते हैं जो सभी के दिलों पर एक छाप छोड़ जाती है जैसा की आप इन तस्वीरों में देख ही सकते है की सभी पेंटिग और आर्ट पीस किसी मंझे हुए कलाकारों की कृति लग रही है इस एग्सीबीशन में कुछ लोग आपस में कला को देख कर चर्चा कर रहे थे और यहां मौजुद सभी लोग इस एग्जीबिशन की तारिफ करते नजर आए वहीं इस कला प्रदर्शनी को आयोजित कराने वाले किशोर लाबर ने बताया की वो पिछले कई साल से इस कला प्रदर्शनी का आयोजन करवाते आ रहें है और उन्होने साथ ही ये भी बताया की आज के समय में लोग कला से दुर होते जा रहें है लेकिन एसा ना हो इसलिये वो इस प्रदर्शनी का आयोजन करवाते है महंगाई के इस दौर में जहां एनडीएमसी द्वारा बच्चों की इस प्रदर्शनी के लिए मुफ्त में जगह दी गई उससे बच्चों को तो प्रोत्साहन मिला ही होगा साथ ही बच्चों की कला के इस नजारे ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया और दिखा दिया कि भारत की कला का मुकाबला न पहले था न कभी होगा

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बेघर हुए लोग ,रोहिणी सैक्टर-15 के मॉर्डन अपॉर्टमेंट की घटना

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दिल्ली के रोहिणी इलाके की मॉर्डन अपार्टमेंट में 15 -16 सालों से रहे रहें 14 परिवार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद घेघर हो रहे है इनमें ज्यादातर बुजुर्ग है इन का दर्द है की भ्र्ष्ट अधिकारीयों और माफिया ने मिलाकर एक फ़र्ज़ी आरटीआई का हवाला देकर कोर्ट को गुमराह किया गया है लेकिन चूँकि  आदेश सुप्रीम कोर्ट का है लिहाज़ा इन्हे समझ नहीं आ रहा है की ये फ़रियाद लगाएं भी तो किसे और कैसे? लिहाज़ा रोते बिलखते ये लोग मामले की सीबीआई जांच की मांग के साथ अब मीडिया से भी गुहार लगा रहे है की उनकी बात उस मुकाम तक पहुचाये जाए जहाँ न्याह हो सके यदि न्याय नहीं मिला तो वे आत्महत्या पर मजबूर हो जायेंगे  दिल्ली  के रोहिणी के मॉर्डन अपार्टमेंट में पिछले 15  सालों से रह रहे इन लोगों ने सपने में भी नहीं सोचा था की एक झटके में इनके आशियाने पर आफत आ जाएगी एक फ़र्ज़ी आरटीआई को आधार बनाकर और भ्र्ष्ठ अफसर से सांठगांध कर कोइ इन्हे इनके उस घर से बेदखल कर देगा जिसे इन्होने अपने खून पसीने क कमाए से खरीदा था इस अपार्टमेंट के 14 परिवारों को सुप्रीम कोर्ट का आदेश है की उन्हें 25 जनवरी  तक घर खाली करना है ऐसे में इन्हे समझ नहीं आ रहा ही की वे क्या करें और कहाँ जाएं कोर्ट के एक आदेश के बाद ये लोग गहरे सदमें में है आदेश चूँकि सुप्रीम कोर्ट का है , ऐसे में अपना दर्द सुनाएं भी तो किसे और कैसे ? लिहाज़ा ये लोग दिल्ली आज तक से गुहार लगा रहे है की वे उनका दर्ज़ उस मुकाम तक पहुचाएं जहाँ उनकी बात सुनी जा सके मॉर्डन अपार्टमेंट के ये सभी लोग 1993  से लेकर 1996  सोसायटी के सदस्य है और अपने हिस्से की प्लॉट ,निर्माण और शेयर मनी देते रहे है इन्हे 2002 में कब्जा दिया गया इस बीच 2008 में एक आरटीआई का जबाब आया जिसमें कहा गया की इस सोसायटी में 1999 तक 14  फलेट खाली थे इसी आरटीआई को आधार बनाकर कोर्ट को गुमराह किया गया इस आरटीआई की भी आरटीआई लगयाए गयी की इस पर किसके हस्ताक्षर है और यह कब जारी की गयी लेकिन इसका जबाब भी इन लोगों को नहीं मिल रहा है पिछले 10 सालों सोसतायी डिजॉल्व है और रजिस्ट्रार ऑफ़ कोऑपरेटिव सोसायटी द्वारा नियुक्त प्रशासक काम देख रहा है इन लगों का आरोप है  की यह सब भ्र्ष्ट अधिकारी से मिलकर की गयी धोखाधड़ी है इसी सीबीआई जांच होनी चाहिए 10 सालों से सोसायटी ने कभी उनकी सदस्यता को लेकर आपत्ति दर्ज़ नहीं की फिर अचानक ये अवैध कैसे हो गए इन महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में भी रो-रोकर अपना दुखड़ा सुनाया लेकिन कहीं कोइ सुनवाई नहीं हुयी –ये सभी 14 लोग उन सदस्यों की जगह सदय बने थे जिन्होंने सोसायटी की सदस्ता से त्यागपत्र दिया था इसके पूरी दस्तावेज इनके पास है कई सदस्यों की बैंक लोन इन घरों पर चल रहे है अब यदि ये किराये के घर में आये तो इनका गुजरा मुश्किल हो जाएगा लिहाज़ा ये विरोध कर रहे है और ऐलान कर रहे है की यदि उन्हें बेघर होना पड़ा तो वे आत्महत्या तक करने को मजबूर जो जायेंगे

 

 

 

 

दिल्ली : मॉडल टाउन III और प्रशांत विहार में हुई सीलिंग से लोगों में आक्रोश

दिल्ली – एक बार फिर दिल्ली के रिहायशी इलाकों में चल रहे अवैध व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सील करने का कार्य शुरू हो गया हैदुकानदार रोजगार खोने के डर से विरोध पर उतारू हैं और हमेशा की तरह इस पर राजनीति शुरू हो चुकी है. और दुकानदारों को ये समझ नहीं आ रहा की वो इस मामले से कैसे निपटे साथ ही उनकी परेशानी इस बात को देखते हुए ओर बढ़ जाती है की दुकान पर सील लगने के बाद वो लोग क्या करेंगे और अपने घर का खर्च कैसे चलाएँगें परेशानी केवल दुकान के मालिकों को ही नहीं बल्की दुकान पर काम कर रहे कर्मचारियों को भी हो रही है वो लोग परेशान हैं की कल कल तक तो उनके पास रोज़गार था जिससे वो अपने परिवार का लालन पालन कर रहे थे लेकिन आज एक पल में वो लोग बेरोज़गार हो गए हैं जिसका सीधा असर उनकी  जीविका पर पडेगा ।इसी कडी में दिल्ली के मॉडल टॉउन थर्ड में भी सीलिंग की प्रक्रिया को अंजाम दिया गाया है इस दौरान मॉडल टॉउन की करीब चार-पांच बिल्डिंग पर सील की प्रक्रिया को अंजाम दिया गाया जिससे मार्केट के लोंगों में खासी नाराज़गी देखी गई है उनका कहना है की ये सीलिंग बिना किसी नोटिस के और समय दिये बिना की गई है साथ ही इस सीलिंग में एक बडी लापरवाही भी सामने आई है वो ये की सीलिंग के दौरान दुकान के अंदर लोगों की मौजुदगी के बाद भी दुकान को सील किया गया जिससे लोगों को काभी परेशानी का सामना करना पडा साथ एक युनिसेक्स सेलोंन में उस वक्त सील लगाई गई जब इस पार्लर में कुछ महिलाएं काम करा रहीं थी और उनहें उसी वक्त पार्लर से निकने को कहा गया जिससे वहां मौजुद महिलाओं को काफी दिक्कत हुई उनहें समझ नहीं आ रहा था की वो आखिर करें तो करें क्या हालांकि अभी कार्रवाई रिहायशी इलाकों में  कंवर्जन चार्ज दिए बिना चल रही व्यवसायिक दुकानों पर ही हो रही है लेकिन अन्य अवैध निर्माणों के विरूद्ध भी संज्ञान में लिए जाने के संकेत हैं.हालात और मामला कुछ भी हो लेकिन लोगों के रोज़गार जाने से स्थानीय लोंगों में खासा रोश है उनकी मांग है की सुप्रिम कोर्ट इस पर कुछ मौहलत या छुट दे जिससे वो अपने भविष्य के लिये कुछ सोच सकें

अब AAP का क्या होगा? चुनाव आयोग ने 20 विधायकों को ठहराया अयोग्य

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चुनाव आयोग ने लाभ का पद के मामले में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका दिया है. 20 विधायकों के भाग्य का फैसला चुनाव आयोग ने कर लिया है. सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने इन विधायकों को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की है. शुक्रवार को बैठक के बाद अपनी सिफारिश राष्ट्रपति को भेजी है. आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाने का फैसला किया है.

संसदीय सचिव बनाए जाने से विवाद में आए

इन विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने के बाद से ही इनकी सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है. आयोग ने इन सदस्यों की सदस्यता को अयोग्य ठहराया है. इससे पहले आम आदमी पार्टी को दिल्ली हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली थी.

सौरभ भारद्वाज का चुनाव आयोग पर वार

आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस लाभ के पद का आरोप लगाया जा रहा है, वैसा कुछ हुआ ही नहीं है. हमारे विधायकों ने सरकारी गाड़ी, सरकारी बंगला और तनख्वाह का फायदा नहीं लिया है. चुनाव आयोग ने इस मामले में हमारी बात नहीं सुनी है, किसी को भी विधायक को अपनी गवाही रखने का मौका नहीं दिया है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने गुजरात में पीएम मोदी के अंडर में काम किया है. अब वे पीएम मोदी का कर्ज चुका रहे हैं. 23 जनवरी को उनका जन्मदिन है और सोमवार को रिटायर हो रहे हैं. इसलिए जाने से पहले सभी काम को निपटाना चाहते हैं. सौरभ ने कहा कि सोमवार के बाद ना ही मोदी जी और ना ही ब्रह्मा जी एके ज्योति को मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रख सकते हैं.

AAP ने चुनाव आयोग पर लगाए आरोप

आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ए के ज्योति अपने रिटायरमेंट से पहले सारे पेंडिंग केस खत्म करना चाह रहे हैं, इसलिए आयोग फटाफट पुराने मामलों का निपटारा कर रहा है. वह 22 को रिटायर हो जाएंगे. हालांकि सत्ताधारी पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग इसका फैसला नहीं कर सकता, इसका फैसला अदालत में किया जाना चाहिए. पार्टी ने कहा कि विधायकों का पक्ष नहीं सुना गया.

आप पार्टी की दिल्ली सरकार ने मार्च 2015 में 21 विधायकों को संसदीय सचिव के पद पर नियुक्त किया जिसको लेकर प्रशांत पटेल नाम के वकील ने लाभ का पद बताकर राष्ट्रपति के पास शिकायत करते हुए इन विधायकों की सदस्यता खत्म करने की मांग की थी. हालांकि विधायक जनरैल सिंह के पिछले साल विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद इस मामले में फंसे विधायकों की संख्या 20 हो गई थी.

याचिकाकर्ता ने कहा- आरोप साबित हुए

इस मामले में शिकायत करने वाले प्रशांत पटेल ने कहा कि यह पूरी तरह से साफ है, इन 20 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाएगी. उन्होंने कहा, “मैंने यह मामला 2015 में उठाया था, पूरे केस को देखने पर लगता है कि इन विधायकों की सदस्यता चली जाएगी. चुनाव आयोग अपना फैसला राष्ट्रपति के पास भेजेगा, जिस पर राष्ट्रपति अपनी मंजूरी देंगे.”

उन्होंने आगे कहा, “आप विधायकों की सदस्यता बचने की कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि खुद दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव ने आयोग को दिए अपने हलफनामा में माना है कि विधायकों को मंत्रियों की तरह सुविधा दी गई. दिल्ली में 7 विधायक मंत्री हो सकते हैं, लेकिन इन्होंने 28 बना दिए.”

दूसरी ओर, केंद्र सरकार ने विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने के फैसले का विरोध करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में आपत्ति जताई और कहा था कि दिल्ली में सिर्फ एक संसदीय सचिव हो सकता है, जो मुख्यमंत्री के पास होगा. इन विधायकों को यह पद देने का कोई संवैधानिक प्रावधान नहीं है.

संविधान के अनुच्‍छेद 102(1)(A) और 191(1)(A) के अनुसार संसद या फिर विधानसभा का कोई सदस्य अगर लाभ के किसी पद पर होता है तो उसकी सदस्यता जा सकती है. यह लाभ का पद केंद्र और राज्य किसी भी सरकार का हो सकता है.

AAP के इन 20 विधायकों पर है खतरा

1. प्रवीण कुमार

2. शरद कुमार

3. आदर्श शास्त्री

4. मदन लाल

5. चरण गोयल

6. सरिता सिंह

7. नरेश यादव

8. जरनैल सिंह

9. राजेश गुप्ता

10. अलका लांबा

11. नितिन त्यागी

12. संजीव झा

13. कैलाश गहलोत

14. विजेंद्र गर्ग

15. राजेश ऋषि

16. अनिल कुमार वाजपेयी

17. सोमदत्त

18. सुलबीर सिंह डाला

19. मनोज कुमार

20. अवतार सिंह