उत्तरी दिल्ली नगर निगम के उद्यान विभाग के कर्मचारियों को पुनः उनके मूल विभाग में नियुक्त करने के एडिशनल कमिश्नर के आदेश की अवहेलना का मामला सामने आया है। क्लर्क , माली ,चपरासी से लेकर २०० से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति उद्यान विभाग में हुई थी लेकिन ये सभी कर्मचारी नगर निगम विभाग के अधिकारियों के कार्यालय में सालों से ड्यूटी दे रहे हैं। जिससे नगर निगम के पार्कों की हालत खस्ता हो गयी है। मामले में संज्ञान लेते हुए नगर निगम के एडीशनल कमिश्नर संजय गोयल ने २५ जुलाई को एक आदेश प्रेसित कर सभी कर्मचारियों को उनके मूल विभाग में लौटने का निर्देश दिया था । संजय गोयल ने आदेश की प्रति एनडीएमसी के सभी जिला उपायुक्तों और विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को भेजी थी, लेकिन २ महीने से ज्यादा होने पर भी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने इस आदेश का पालन नहीं किया। जबकि वरिष्ठता क्रम में एडिशनल डायरेक्टर डिप्टी डायरेक्टर से बड़ा होता है ।कर्मचारी अभी भी नगर निगम अधिकारियों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं और अपने मूल विभाग में नहीं लौटे हैं। कर्मचारियों के अभाव में दिल्ली नगर निगम पार्कों की हालत खराब है। लेकिन कनिष्ठ अधिकारियों के गैर जिम्मेदराना रवैये की वजह से एडिशनल कमिश्नर के आदेश की फाइल धूल फांक रही है। कनिष्ठ अधिकारी अपने उच्च अधिकारी की अवमानना कर रहे हैं।
उड़ी हमले के विरोध में कई जगह कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन
ना गुस्सा ज़ाहिर कर रहे हैं। दिल्ली के नरेला , रोहिणी और रानी बाग इलाके में भी इस तरह के प्रदर्शन देखने को मिले।
गौरतलब है की उडी हमले में हुए आतंकी हमले में सेना के सत्रह जवान शहीद हुए थे जिसके बाद देशभर में लोगों ने इस घटना की निंदा की है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोगों में पकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
अश्लील तस्वीर के जरिये लड़कियों को ब्लैक मेल करने वाला गिरफ्तार
दिल्ली के किशनगंज इलाके में एक मोबाइल शॉप के दुकानदार द्वारा लड़कियों की मॉर्फ़ या फोटोशॉप की हुई अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालकर ब्लैक मेल करने का मामला उजागर हुआ है। मोबाइल शॉप चलाने वाले दुकानदार का नाम राजेश गंभीर है। अब तक राजेश ५० से ज्यादा लड़कियों को अपना शिकार बना चुका है। अशोक विहार थाने में राजेश के झांसे में आयी एक पीड़ित लड़की ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस की तहकीकात में मोबाइल शॉप की आड़ में आरोपी की इस करतूत का पता चला। मामले की जांच कर रहे डीसीपी विजय सिंह के मुताबिक़ राजेश फेसबुक और व्हाटसअप के जरिये पहले लड़कियों से दोस्ती करता था । उसके बाद लड़कियों की फोटो निकालकर कर उसे फोटोशॉप कर अश्लील और न्यूड तस्वीरें लड़कियों को वापस भेज उन्हें सार्वजनिक करने की धमकी देता था। फिर ब्लैकमेलिंग के जरिये पैसा वसूलता या अंतरंग सम्बन्ध का दबाव डालता था। पुलिस को आरोपी राजेश की दुकान से सैकड़ों लोगों की फोटो और सिम कार्ड मिले हैं। मोबाइल की दुकान होने से हर बार लड़कियों को वो अलग न. से फ़ोन करता था। पुलिस राजेश को हिरासत में लेकर और जानकारी हासिल कर रही है। एक महीने के अंदर उत्तर पश्चिमी दिल्ली में इस तरह का यह तीसरा मामला है। पुलिस ने साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे से सोशल मीडिया के प्रयोग पर ऐहितियात बरतने की कोशिश की।
वज़ीरपुर में रोजाना जलाया जाता है खुले में कूड़ा, NGT के नियमों की उड़ती हैं धज्जियाँ
वज़ीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया के आस पास रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोग साँसों में ऑक्सीजन की साथ साथ ज़हर भी भरते हैं। कारखानों से निकलने वाला कई सौ क्विंटल वेस्ट रोजाना यहाँ डीडीए ग्राउंड में जलाया जा रहा है और लोग जहरिले धुएँ के बीच रहने को मजबूर हैं लेकिन प्रसाशन को सुध लेने की फुरसत नहीं। कूड़े से पटा डीडीए की खाली जमीन में हर दुसरे दिन , शाम होते ही भीषण आग लगती है और काले जहरीले धुएँ का ग़ुबार चारो ओर फ़ैल जाता है। ये कचरा कहीं और से नहीं आता बल्कि वज़ीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्रीयों से ही निकलता है, लेकिन डीडीए के नियमों को धता बताते हुए यहाँ के लोग खुले में कचरा जलाते हैं और चलते बनते हैं। इसका दुष्प्रभाव इसके आस पास रहने वाले हजारों लोगों को भुगतना पड़ता है। फायर अधिकारी कॉल मिलते ही मौके पर पहुँच कर आग बुझा तो देते हैं लेकिन इससे ये समस्या हल नहीं होती और हर दूसरे दिन कूड़े को जलाने का काम बदस्तूर जारी रहता है। एनजीटी के सख्त निर्देश हैं और फायर डिपार्टमेंट ने भी यहाँ के फैक्ट्रीयों को कई बार लिखा है लेकिन फैक्ट्री मालिक हैं की मानने को तैयार नहीं। लोगो का कहना है की पुलिस को भी इसकी सूचना कई बार दी गई है लेकिन पुलिस ने करवाई नहीं की। फायर कर्मचारी के अलावा कोई भी डिपार्टमेंट इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं दीखता।
अब आलम ये है की आस पास के फ्लैटों में रहने वाले लोग काले धुएँ की गंध आते ही इस डीडीए मैदान की तरफ भागते हैं। आए दिन इनके घरों में लोग जहरीले धुएँ की वजह से बीमार पड़ते हैं और अस्पतालों के चक्कर काटते रहते हैं। लिहाजा ज़िन्दगी भर की कमाई लगा कर घर खरीदने वाले लोग अब सिवाय अफ़सोस के अलावा कुछ नहीं कर सकते।
मंगोलपुरी में युवती पर धारदार हथियार से हमला
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में शुक्रवार को एक युवती पर धारदार हथियार से हमला हुआ जिससे युवती गंभीर रूप से घायल हो । युवती का नाम सपना है जो अपने मां- बाप के साथ मंगोलपुरी के टी ब्लॉक में रहती है। युवती की उम्र १८ साल है और वह १२ वीं की छात्रा है। घटना सुबह ९ बजे की है, जिस वक्त युवती पर हमला हुआ वह घर में अकेली थी। उसके मां – बाप जो एमसीडी में कर्मचारी है काम पर गए हुए थे। अज्ञात हमलावर ने युवती को घर में अकेला पाकर धारदार हथियार से उसकी गर्दन पर तेज वार किया, जिससे युवती बुरी तरह जख्मी हो गई। घर आये सपना के रिश्तेदारों ने फर्श पर बेहोश पड़ी सपना को घायल अवस्था में मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया । जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। अज्ञात हमलावर का अभी पता नहीं चल पाया। पुलिस हमलावर की तलाश में है।इस घटना से मंगोलपुरी इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है । जिस तरह से धारदार हथियार से गर्दन पर हमला हुआ उसे स्थानीय लोग ब्लेड मैन की आशंका से खौफ में है। क्योंकि इसके पहले भी मंगोलपुरी इलाके में एक युवती पर धारदार हथियार से हमला किया गया था।