Saturday, January 18, 2025
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क्या LG के दौरे BJP की राजनीति से प्रेरित हैं ?

दिल्ली में दौरों के बाद राजनीति गरमाई

दिल्ली के LG इन दिनों राजधानी की बस्ती दर बस्ती कॉलोनी दर कॉलोनी के दौरों पर हैं। सुरक्षा और नौकरशाही का पूरा लवाजमा उनके साथ होता है। इन दौरों से लगता है LG साहब को अब जाकर एहसास हुआ है कि देश की राजधानी दिल्ली की जनता तो बदहाली का जीवन जीने पर मजबूर है। दिल्ली की कॉलोनियां पानी में डूबी पडी हैं सीवर लाइनें उफन रही हैं और सडांध मार रही हैं। सडकों पर बारिश और गंदी नालियों और सीवर का पानी भरा पडा है। गंदगी के ढेर बारिश के कारण बदबू रहे हैं और मच्छरों से बीमारियां फैल रही हैं।
एलजी लगातार दिल्ली क अलग-अलग इलाकों का दौरा कर रहे हैं। और स्थानीय समस्याओं को उजागर कर रहे हैं। दो दिन पहले वे रोहतक रोड मुंडका फिरनी रोड गए और वहां की दुर्दशा देख कर खूब आंसू बहाए उनके साथ सांसद योगेंद्र चांदोलिया भी थे। जो दिल्ली सरकार और उसके नेताओं को जी भर के कोसते चल रहे थे। उप राज्यपाल महोदय जब इलाके में पहुंचे तो स्थानीय जनता गुस्सा हुई और महामहिम महोदय को घेर लिया। LG अपनी गाडी से बाहर ही नहीं निकले। बाहर निकल जनता को उनकी समस्याओं के समाधान को लेकर आश्वस्त नहीं कर पाए। उल्टे राजनीति करते दिखाई दिए। अपने ट्विटर हैंडल पर दिल्ली की बदतर हालात का सारा दोष दिल्ली सरकार के माथे मढ दिया।

एलजी


उन्होंने एक्स पर जारी पोस्ट में कहा कि आप सरकार की उपेक्षा और संबंधित प्रशासनिक जड़ता के कारण पश्चिमी दिल्ली के लाखों लोग नरक से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हैं।यही नहीं उन्होंने तस्वीर भी साझा करते हुए कहा कि दो फुट गहरे गड्ढों और सीवर के पानी में डूबी गायब सड़कें वर्षों से सफाई न होने के कारण गाद से भरी ओवरफ्लो नालियां घुटनों तक सीवर में मिला बदबूदार पानी सड़ता कचरा सीवर में उल्टा बहाव जहरीले कीड़ों और मच्छरों के बीच अपनी भावनाएं और गुस्सा जाहिर करते सैकड़ों असहाय लोग।
वाह LG साहब। संवैधानिक पद पर रहते हुए विपक्ष के नेता जैसी राजनीतिक भाषा में आपकी बयानबाजी सुनकर तो बडे बडे नेता भी शरमा जाए।
उप राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने बुधवार शाम को निरीक्षण के दौरान पश्चिमी दिल्ली के मुंडका नांगलोई फिरनी रोड रोहतक रोड जैसे इलाकों में ये हालात देखे।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग दिल्ली नगर निगम दिल्ली जल बोर्ड तथा दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम जैसे संस्थाओं को दी गई जिम्मेदारी निभाने में विफलता अक्षम्य है।
उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इस कुप्रबंधन से सबसे अधिक प्रभावित वर्ग गरीब दिहाड़ी मजदूर रेहड़ी-पटरी वाले महिलाएं बुजुर्ग और बच्चे हैं।
इस कुप्रबंधन के लिए कौन जिम्मेदार है सारे अधिकार तो आपके पास है यह एलजी महोदय को कौन बताए। उन्होंने तो भाजपा नेता की तरह शायद दूसरों पर अंगुली उठाना ही जरूरी समझा।
उपराज्यपाल ने कहा था कि उन्होंने पहले भी कई बार मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया है। खासतौर लोगों की गंभीर स्थिति और इसके समाधान के लिए।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी दिल्ली के मुंडका नांगलोई फिरनी रोड रोहतक रोड जैसे इलाकों में कल शाम के निरीक्षण के बाद देर रात से ही सुधार का काम चल रहा है।
यानी आठ महीने पहले ही इन कामों का टेंडर पास हो चुका था लेकिन अब जब चुनाव सिर पर आ गए हैं तब आपके दौर के बाद काम शुरू हुआ है।
क्या इसका मतलब ये समझा जाए कि दिल्ली के विकास के काम भाजपा ने रूकवा रखे हैं और उसी की वजह से दिल्ली की जनता आपने अपने एक्स हैंडल पर जो बदहाली का रोना रोया है उसकी जिम्मेदार भाजपा और एलजी ही है।
इधर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि LG साहब इलाकों का दौरा कर अपना फोटो सेशन करा रहे हैं। दिल्ली की बदहाली की जिम्मेदार तो स्वयं केंद्र की BJP सरकार है। जिसने दिल्ली की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार के सारे अधिकार कानून बना कर हथिया लिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के उपर जाकर अध्यादेश लाए गए और फिर संसद से कानून पारित करा लिए गए।
पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली में पानी की समस्या पर मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा था जिस पर आतिशी ने कडी प्रतिक्रिया देते हुए एलजी के पत्र को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था और कहा था कि यह पत्र दिल्ली की चुनी हुई सरकार के लिए अपमान जैसा है।
उप राज्यपाल विपक्ष के नेता जैसा व्यवहार कर रहे हैं। उसी की तरह राजनीतिक दौरे कर रहे हैं और दिल्ली की बदहाली का दोष आम आदमी पार्टी की सरकार को दे रहे हैं। यहां तक कि एलजी अखबारों में लेख भी लिख रहे हैं जो किसी संवैधानिक पद पर बैठे गरिमामय मर्यादित शख्सीयत का नहीं पार्टी के नेता जैसा है। इस लिहाज से उपराज्यपाल ने तमाम मर्यादाओं को ताक पर रख कर खुलेआम सडक छाप नेता जैसा रूख अख्तियार कर लिया है।
यह देखकर ऐसा लगता है कि भाजपा के पास दिल्ली में कोई ऐसा नेता नहीं है जिसे चुनावों में दिल्ली की बागडोर सौंपी जा सके। ऐसा लगता है भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में एलजी साहब को ही सेनापति बना कर चुनावी मैदान में उतार दिया हो। अब जीत दिलाने की जिम्मेदारी मानो उन्हें सौंप दी हो।
क्या दिल्ली की जनता यह सब समझ नहीं रही है।
दिल्ली सरकार के अधिकारों पर BJP ने डाका डालने का काम किया जब केंद्र सरकार ने कानून बना कर दिल्ली सरकार के सारे अधिकार LG को सौंप दिए थे। 2021 से पहले दिल्ली के पास कई अधिकार थे। लेकिन भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच जबरदस्त जंग चलती रही। केंद्र सरकार ने LG के माध्यम से दिल्ली सरकार को तंग करना शुरू किया। LG इस अर्धराज्य का दर्जा प्राप्त सरकार के कामों में आए दिन अडंगा डालते दिखने लगे। तमाम फाइलें एलजी हाउस में मंवाई जाने लगीं। अधिकारियों के केंद्र सरकार ने बिना मुख्यमंत्री की सलाह लिए दिल्ली का मुख्य सचिव अपना आदमी बना कर भेजा। और भी उच्च पदों पर भाजपा-संघ विचारधारा वाले कई अधिकारी दिल्ली सचिवालय में बैठा दिए गए। जो दिल्ली सरकार की फाइलों पर कुंडली मार कर बैठ गए या कामों में नानुकुर करते रहे। इस पर दिल्ली सरकार अपने अधिकार स्पष्ट कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट गई। सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा व ट्रांसफर पोस्टिंग जैसे चंद कामों के अलावा अन्य सभी अधिकार दिल्ली सरकार को देने का फैसला सुनाया लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने तो आप सरकार को काम न करने देने की ठान रखी थी। लिहाज केंद्र सरकार ने पहले तो अध्यादेश लाकर और फिर संसद से कानून बना कर दिल्ली सरकार के हाथ काट दिए और सभी अधिकार उप राज्यपाल को सौंप दिए।
मुंडका की मुसीबत
इस वक्त दिल्ली की सबसे हॉट सीट मुंडका विधानसभा काफी चर्चित हैं। कारण यह है कि दो दिन पहले उप राज्यपाल महोदय ने इस क्षेत्र का दौर करके खुद ही यहां की बदहाली को जगजाहिर कर दिया। साथ ही ऐसा करके उन्होंने भाजपा को ही कठघरे में खडा किया।
दरअसल इस क्षेत्र में बारिश का पानी जमा होने सीवर की गंदगी सडकों पर गड्ढे कूडे की सडांध से मच्छरों की समस्या से यहां के लोगों का जीवन नरक में तब्दील हो गया है। लेकिन इलाके की ये समस्याएं भाजपा की खडी की हुई है। इलाके के रानीखेडा के जिस अंडरपास पुल में पानी जमा होने की बात की जा रही है वह भाजपा के समय का ही बनाया हुआ है।
यहां की समस्याओं का समाधान स्थानीय विधायक धर्मपाल लाकडा चाहते हुए भी भाजपा की अडंगेबाजी के कारण नहीं करवा पा रहे। अधिकारी कामों में बाधा ही नहीं डाल रहे फाइलों पर कुंडली मारे भी बैठे रहते हैं।


मुंडका के लोगों को पता है कि भाजपा क्षेत्र के विकास के कामों में जानबूझ कर अडंगा डाल कर गंदी राजनीति का खेल खेल रही है।
यह केवल मुंडका की जनता ही नहीं समूची दिल्ली समझ रही है तभी भाजपा को नगर निगम बुरी तरह गंवाना पडा। भाजपा का निगम होते हुए भी उसने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को बदनाम करने के लिए दिल्ली को कूडे के ढेर में तब्दील कर दिया था। इसका उसे भारी नुकसान उठाना पडा। अब भी भाजपा विधानसभा चुनावों में चुनावी लाभ उठाने के लिए कामों में बाधाएं पैदा कर रही हैं लेकिन ऐसा करके वह खुद अपने पैरों पर कुल्हाडी मार रही है। आगामी चुनावों में भी जनता उसे उसकी इस विकास विरोधी राजनीति का गहरा सबक सिखाएगी।

“ऐसी सफाई से ही DElHI डूबती है .”

Delhi l बीते शुक्रवार का दिन गोकुलपुरी के लिए बेहद ख़ास रहा जब एलजी वीके सक्सेना इलाके का दौरा करने पहुंचे . LG वीके सक्सेना के निरिक्षण से पहले सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग , Delhi नगर निगम , पीडब्ल्यूडी समेत कई विभागों के अधिकारी मशीनरी लेकर सुबह ही गोकुलपुरी के नाला रोड पर पहुंच गए.

LG के इस दौरे ने वो कर दिखाया जो पिछले दो सालो में नहीं हो पाया . LG के निरिक्षण से पहले ही सड़को के सारे गढ़ों को भर दिया गया. शाम को LG ने गोकुलपुरी थाने पास सांसद मनोज तिवारी के साथ सफाई का जायजा लिया . यह नाला वज़ीराबाद रोड से होते हुए शिव विहार जा रहा है. जो कि करीब 10 किलोमीटर लम्बा है. गोकुलपुरी के नाला रोड पर यातायात काफी व्यस्त रहता है.

निरिक्षण के दौरान LG ने उन समस्याओं को महसूस किया जिससे वहां के आम लोग परेशान रहते है. नाले के किनारे पड़ा कचड़ो का ढेर देख कर LG ने कहा कि, “यह किस तरह की सफाई है , ऐसी ही सफाई से बारिश के समय पर दिल्ली डूब जातीं है.

-अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी

शार्क टैंक के Ashneer Grover के रिश्तेदार हुए गिरफ्तार

दिल्ली l दिल्ली पुलिस की टीम ने शार्क टैंक के जज और भारतपे के पूर्व प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के रिश्तेदार दीपक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है . बताया जा रहा है कि दीपक के ऊपर फिटनेस कंपनी के पैसो का दुरूपयोग करने के आरोप लगे है. ईओडब्ल्यू की जांच में पता चला है कि दीपक गुप्ता ने कंपनी के संसाधनों का कथित तौर पर व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत इस्तेमाल किया .

यह मामला भारतपे के वित्तीय प्रबंधन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच सामने आया है, जहां कंपनी की संचालन विधियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. दीपक गुप्ता को आज साकेत कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां ईओडब्ल्यू आगे की पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करेगी. यह गिरफ्तारी भारतपे के लिए एक और कानूनी चुनौती पेश करती है, जो पहले से ही विभिन्न विवादों का सामना कर रही है.

अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी

क्या राहुल गांधी और प्रणीति शिंदे के कदम विवाह मंडप की ओर बढ रहे हैं

आजकल सोशल मीडिया में तेजी से रीलें वायरल हो रही हैं जिनमें बताया जा रहा है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और सोलापुर महाराष्ट्र की सांसद पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीती शिंदे विवाह बंधन में बंधने जा रहे है।
फिल्मी गानों को बैकग्राउंड में देकर वायरल हो रही रीलें इतनी मजेदार ढंग से बनाई गई हैं कि बात मंडप से होकर सुहागरात तक भी पहुंच रही है।

बता दें कि राहुल गांधी और प्रणीति शिंदे दोनों ने ही अभी तक शादी नहीं की है। प्रणीति 44 साल की है जबकि राहुल गांधी 54 वसंत पार कर चुके है।
सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी और प्रणिती शिंदे नवंबर में शादी करने जा रहे हैं हालांकि कांग्रेस के कई नेता इस खबर का खंडन कर रहे हैं लेकिन सोशल मीडिया में दावा है कि इन दोनों की शादी के लिए राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी और प्रणिती शिंदे के पिता सुशील कुमार शिंदे ने हामी भर दी है। यहां तक कि दोनों की शादी की तारीख भी तय कर दी गई है।

दावा किया गया है कि राहुल गांधी और प्रणिती शिंदे एक दूसरे को करीब 9 साल से जानते हैं और भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दोनों की नजदीकियां काफी बढ़ गई थी। भारत यात्रा के दौरान दोनों हाथ में हाथ डाले चले रहे थे।

वायरल वीडियो देख कर लोग खुश है और उन्हें एक तरह की आत्मसंतुष्टि मिल रही हैं। काफी समय से देश के युवा राहुल गांधी से सवाल कर रहे थे कि वे शादी कब कर रहे हैं। वे जहां भी जाते सबसे पहले उनसे यही सवाल पूछा जाता। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि वे जल्दी ही शादी कर रहे हैं।
ते क्या राहुल गांधी ने अब शादी करने का फैसला कर लिया है। लोगों में उनकी शादी को लेकर बडी जिज्ञासा है। क्या गांधी परिवार उस जिज्ञासा को अब हमेशा के लिए शांत कर देंगे। यह जानना बडा दिलचस्प होगा।

दिल्ली में अब नहीं दिखेगा कूड़े का पहाड़

  • अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी

दिल्ली l दिल्ली की तीनों लैंडफिल साईट्स भलस्वा लैंडफ़िल साइट, गाज़ीपुर लैंडफ़िल साइट और ओखला लैंडफ़िल साइट को जल्द ही ख़त्म करने की तैयारी चल रही है जिसके बाद दिल्ली में ये तीनो कूड़े के पहाड़ नहीं दिखेंगे. पहले फेज के काम ख़त्म होने के बाद एमसीडी दुसरे फेज में कूड़े को ख़त्म करने का काम शुरू करने वाली है .

आपको बता दे कि दो साल बाद यहाँ से करीब 70 फीसदी गन्दगी ख़त्म हो जायेगी और बाकी की 30 फीसदी गंदगी इसके अगले साल ख़त्म हो जायेगी .
दिल्ली से कचरा ख़त्म करने के लिए एमसीडी अपनी क्षमता बढ़ा रही है .

दिल्ली के गाजीपुर, भलस्वा व ओखला सैनेटरी लैंडफिल साइट पर दो साल पहले तक कूड़े के पहाड़ साल-दर साल ऊंचे होते जा रहे थे. एक अनुमान के अनुसार, इनमें करीब 280 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ था. वहीं, हर साल करीब 15 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त कूड़ा डाला जा रहा था. और इसी बीच एमसीडी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्र सरकार से मिल रहे फंड से तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट को कूड़ा मुक्त बनाने की योजना तैयार की. जिसे तीन फेज में पूरा होना है.

दो साल के पहले फेज में एमसीडी ने करीब 150 लाख मीट्रिक लाख टन कूड़ा उठवाने की योजना तैयार की. इस योजना के तहत अब तक 146 लाख मीट्रिक टन कूड़ा उठ चुका है. अब तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट पर करीब 160 लाख मीट्रिक टन कूड़ा रह गया है. दरअसल, बीते साल तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट पर करीब 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा डल गया और अगले तीन साल के दौरान 40 लाख मीट्रिक टन कूड़ा और डलने की संभावना है. इस बीच एमसीडी ने अब तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट से 120 लाख मीट्रिक टन कूड़े उठवाने की योजना बनाई है. स्थायी समिति का गठन होते ही इस योजना के तहत कूड़ा उठाने का कार्य शुरू हो जाएगा . यह कूड़ा करीब दो साल में उठ जाएगा. इसके बाद तीसरे फेस में बचे हुए करीब 80 लाख मीट्रिक टन कूड़े को खत्म किया जाएगा.