अगले साल फरवरी में होने वाले Delhi Vidhansabha चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की आज बैठक हुई. आप की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था पीएसी की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal करते हैं. PAC की बैठक पार्टी कार्यालय में हुई, जिसमें चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने 11 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. विधानसभा चुनाव के लिए ये आम आदमी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों की पहली लिस्ट है.
पहली लिस्ट में किसे कहां से मिला टिकट
छतरपुर- ब्रह्मा सिंह तंवर किराड़ी- अनिल झा विश्वास नगर- दीपक सिंगला रोहताश नगर- सरिता सिंह लक्ष्मी नगर- बीबी सिंह बदरपुर- राम सिंह नेताजी सीलमपुर- जुबैर चौधरी सीमापुरी- वीर सिंह धीगा नघोंडा- गौरव शर्मा करावल नगर- मनोज त्यागी मटियाला- सोमेश शौकीन
देश की राजधानी दिल्ली में लगातार अपराधी घटनाएं बढ़ती जा रही है दिन पर दिन अपराधियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं उनके अंदर पुलिस और कानून का कोई खौफ़ नहीं रह गया है आपको बता दें दिल्ली के पीतमपुरा में कुछ ऐसा हुआ जिससे आसपास के लोग काफी डरें हुए हैं .
मंगलवार को दिल्ली पुलिस को एक पीसीआर कॉल प्राप्त होती है जिसमें यह बोला जाता है कि मदर डेयरी पीतमपुरा में एक युवक के पेट में चाकू लगा है वह इंजर्ड हैं .
मौके पर पहुंचने के बाद दिल्ली पुलिस को पता लगता है की दो व्यक्ति इंजर्ड हैं जिसमें से एक का नाम मनीष पुत्र छेदीलाल उम्र 21 साल है तथा दूसरे का नाम हिमांशु पुत्र रामनरेश है जिसकी उम्र 18 साल है ।
यह दोनों ही पीतमपुरा की योगियों में रहते हैं पुलिस ने देखा मनीष जिसकी उम्र 21 साल है उसको किसी अनजान व्यक्ति ने चाकू मार दिय दिया है जिससे उसकी पेट की आते बाहर निकल गई है , बेहोशी की हालत में पुलिस ने उसको भगवान महावीर हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया ।
वही दूसरा व्यक्ति हिमांशु जिसकी उम्र 18 साल है उसकी गर्दन पर चाकू से दो बार वार किया गया था उसका भी उपचार भगवान महावीर हॉस्पिटल में चल रहा है .
दिल्ली पुलिस ने बताया संबंधित आरोपी को ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया गया है जिसका नाम विकास S/o रमेश बताया जा रहा है GP ब्लॉक पीतमपुरा में रहता है उसकी उम्र महज़ 18 साल है मामूली कहां सुनी में उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया पुलिस ने BNS की की धारा 103(1) / 109(1) के तहत केस दर्ज कर लिया है तथा आगे की कार्रवाई कर रही है .
‘हड़ताल’ एक ऐसा शब्द हैं जिसे सुन सरकारों के कान खड़े हो जाते हैं साथ ही आम पब्लिक को सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है . राजधानी दिल्ली में पिछले कई दिनों से “DTC कर्मचारी एकता यूनियन” के बैनर तले कई DTC डिपो में हड़ताले की गई , साथ ही कई डिपो में बसों का भी संचालन किया गया. हमने जब वजीरपुर डिपो पहुंच कर हड़ताल के बारे में जानना चहां तो वहां एक अलग ही प्रकार की तस्वीर सामने आयी जो कहीं ना कहीं DTC कर्मचारियों के एकता पर सवाल या निशान उठाते हैं. वजीरपुर डिपो में बसो का संचालन तो हो रहां था परंतु फर्जीवाड़े के तहत .
फर्जीवाड़े ऐसा जिसे सुन सरकारें भी हैरान हो जाएगी आपको बता दे वजीरपुर डिपो के पास स्थित बस स्टैंड पर खड़े कई यात्रियों ने ये आरोप लगायें की बस डिपो से निकालकर खाली बसों को सड़को पर घुमाया जा रहा है. या फ़िर उन्हें Depo से कहीं बाहर ले जाकर खड़ा कर दिया जाता है और ठीक 1 से 2 घंटे के बाद वापस डिपो में लाकर खड़ा कर दिया जाता है| जिससे यह दर्शाने का प्रयास किया जाता है की DTC की बसे सड़कों पर चल रही है परंतु वास्तविकता में यह महज़ अपनी ड्यूटी को निभाने की एक कला है जिससे कहीं ना कहीं लोगों को ठगा और परेशान भी किया जा रहा है।
बस स्टैंड पर मौजूद एक यात्री ने आरोप लगाते हुए कहां कि अगर DTC वालों को हड़ताल करनी ही है तो पूरी तरीके से हड़ताल क्यों नहीं करते ?वह लोग खाली बस सड़कों पर क्यों चला रहे हैं ? कई बस चालक यात्रियों को बिठाते भी हैं उनका टिकट भी काट देते हैं फिर 5-10 मिनट के बाद उनको आगे जाकर बिना किसी बस स्टैंड के उतार दिया जाता है यह कहकर की हड़ताल चल रही है, बस आगे नहीं जाएगी फिर उसी खाली बस को डिपो में लाकर खड़ा कर दिया जाता है । इन सब तस्वीरों को देखने के बाद एक ही बात जाहिर होती है की हड़ताल में भी घोटाला किया जा रहा है | हालांकि वहां पर उपस्थित लोगों ने डीटीसी कर्मचारियों की मांग को सही बताते हुए उनका सपोर्ट भी किया और वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप भी लगायें । लोगों ने कहां वर्तमान सरकार महज़ बोलने का काम करती है वास्तविक रूप में धरातल पर काम नहीं हो रहा है । कर्मचारियों को उनके समान वेतन का अधिकार मिलना चाहिए साथ ही उनको मेडिकल फैसिलिटी भी मिलनी चाहिए.
आंदोलन की शुरुआत कैसे हुई ?
आपको बता दें तत्कालीन दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली में ‘सखी बस डिपो’ का शुभारंभ किया था जहां पर सिर्फ महिलाओं के द्वारा बस का पूर्ण संचालन किया जा रहा था कंडक्टर भी महिलाएं थी और ड्राइवर भी महिलाएं थी। उनकी यह मांग थी कि हमें परमानेंट किया जाए साथ ही हमारे वेतन को लेकर समान नीति अपनाई जाएं . वास्तविक रूप में बस संचालकों की हड़ताल वहीं से प्रारंभ हो गई थी इसके बाद और डिपो भी उन महिलाओं के समर्थन में आए जिसे दिल्ली के कई क्षेत्र प्रभावित होने लगे .
“15 दिन सरकार के 16 वां हमारा“
बीती रात दिल्ली सरकार और डीसी कर्मचारीयों के बीच बातचीत हुई जिसमें मुख्यमंत्री आतिशी ने सभी कर्मचारियों को यह आश्वासन दिया की 15 दिन के अंदर उनके सभी मांगों को मान लिया जाएगां वह डीटीसी कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि 15 दिन सरकार के हैं 16 वां दिन हमारा होगा और हम इस बार पूरी सिटी स्ट्राइक करेंगे .
देश की राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे इलेक्शन की तारीख नजदीक आती जा रही हैं ठीक उसी प्रकार से नेताओं की राजनीति की गति भी बढ़ती जा रही है . 19 Nov 1917 में देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री तथा आयरन लेडी के नाम से विख्यात इंदिरा गांधी जी का जन्म हुआ था कांग्रेस पार्टी ने इंदिरा गांधी जी के जन्मदिन को नारी न्याय दिवस के रूप में मनाते हुए दिल्ली के विश्वास नगर में एक विशाल महिला रैली का आयोजन किया .
आपको बताते चलें कांग्रेस पार्टी अपने वजूद को बचाने के लिए देश के अंदर साथ ही राजधानी में भी लगातार संघर्ष करते हुए नजर आ रही है ।इसी के तहत वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली के देवेंद्र यादव ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तर्ज पर दिल्ली के अंदर भी मतदाताओं से सीधा संबंध स्थापित करने हेतु दिल्ली न्याय यात्रा का शुभारंभ किया तथा दिल्ली न्याय यात्रा का दूसरा चरण प्रारंभ होते ही दिल्ली के 30 से अधिक विधानसभा को कवरेज करने के साथ ही कांग्रेस के दिल्ली नया यात्रा आज विश्वास नगर विधानसभा में पहुंची जहां कांग्रेस पार्टी ने एक विशेष रणनीति के तहत देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के जन्म दिवस को नारी न्याय यात्रा के रूप में मनाते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही मंच से बोलते हुए देवेंद्र यादव ने कहां कि आज भारत को हर वार्ड से एक इंदिरा गांधी की आवश्यकता है मैं अपने महिला नेत्रियों से कहना चाहूंगा कि वह इतना प्रयास करें जिससे हमारा यह संकल्प पूर्ण हो सके .कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे साथ ही अलका लांबा जो कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस प्रेसिडेंट भी हैं वह भी इस यात्रा में शामिल हुई और सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहां आज आज हम जहां भारत की प्रथम प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के जन्म दिवस को मना रहे हैं वहीं हम इस यात्रा के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के संदेश को भी साफ तौर से समाज को देना चाहते हैं । हम इस यात्रा को पूर्ण रूप से भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को समर्पित करते हैं आज दिल्ली के अंदर हर महिला को न्याया की तकरार है .
कार्यक्रम में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित ने भी इंदिरा गांधी को याद करते हुए किस्सा सुनाया जिसके माध्यम से उन्होंने बताया किस प्रकार जब वह बचपन में छोटे थे तो इंदिरा गांधी उन्हें उनके जन्मदिन पर चॉकलेट देकर उन्हें विश करती हैं उन्होंने यह किस्सा सुनाते हुए लोगों को यह संदेश देना चाहा कि इंदिरा गांधी उस वक्त देश के हर एक नागरिक की प्रधानमंत्री थी देश के हर एक नागरिक को वह जानती और पहचानती थी साथी उन्होंने इंदिरा गांधी जी की विदेश नीति की तारीफ़ की और कहां कि जब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी तो उन्होंने पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग करने के साथी ही अन्य पड़ोसी देशों को भी हमेशा साथ में लेकर आगे बढ़ी तथा तथा समय-समय पर उन देशों को कड़ा संदेश देने का भी प्रयास किया .
संदीप दीक्षित ने जोर देते हुए कहा इन सभी बातों को मैं आपके सामने आज इसलिए रख रहा हूं क्योंकि हम चाहते हैं कांग्रेस पार्टी के अंदर एक नई इंदिरा उभर कर आए और हमारा एवं हमारे पार्टी का यह प्रयास है कि हर वार्ड , हर जिले में से इंदिरा गांधी जैसी नेता उभरकर सामने आए जो महिला होने के साथ ही नेतृत्व की भी अच्छी क्षमता रखती हो जिससे कि समाज में सकारात्मक सुधार लाया जा सके ।वहीं कार्यक्रम के अंत में दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने वर्तमान सरकार तथा भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के नारा को कोट करते हुए कहां कि यह लोग महिला के नाम पर सिर्फ राजनीति करते हैं इन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ किया नहीं हैं ।किसी तरह के कोई सख्त कानून आज तक पारित नहीं किया इसी का नतीजा है कि देश की राजधानी दिल्ली में हर दिन तीन रेप की घटनाएं सामने आती हैं तथा सर्वाधिक मेट्रो सिटी में दिल्ली ऐसी मेट्रो शहर है जिसमें अन्य शहरों के मुताबिक 30% अधिक महिलाओं के प्रति हिंसात्मक घटनाओं की सूचना प्राप्त होती है इससे साफ हो जाता है कि देश के अंदर केंद्र सरकार साथ ही दिल्ली सरकार भी देश की राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा करने में असक्षम है .
आपको बताते चलें विश्वास नगर में आयोजित हुए नारी न्याय दिवस कार्यक्रम को बीचों-बीच सड़कों पर आयोजित किया गया जहां पर जाम की भी समस्या देखी गई हालांकि मौके पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे साथी ही इस कार्यक्रम के मंच के दोनों तरफ कुछ ऐसा देखने को मिला जो कहीं ना कहीं महिलाओं के सम्मान के साथ ठेस पहुंचाने वाली तस्वीरें थी ।रैली में जिस मंच पर प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव , पूर्व कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित एवं अलका लांबा साथी ही सैकड़ो की संख्या में महिलाएं मौजूद थी उनके दोनों तरफ ही शराब की दुकान भी मौजूद थी इस तस्वीर से एक बात साफ हो जाती है किसी भी पार्टी की कोई भी राजनीतिक रैली क्यों ना हो वहां पर लोगों के मान-सम्मान को ध्यान में नहीं रखा जाता है ना ही लोगों की समस्याओं के प्रति देखरेख की जाती है ?
Delhi NCR में बढ़ते प्रदुषण के स्तर से अभी तक राहत नहीं मिली है. स्तिथि दिन पर दिन बिगड़ती ही जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों से पता चला है कि Delhi के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में है. वहां AQI 500 के करीब पहुंच गया है.
Dwarka Sector 8 में जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 दर्ज किया गया. Najafgarh में सूचकांक 497 रिकॉर्ड किया गया. वहीं अशोक विहार, बवाना, मुंडका, और पंजाबी बाग में यह 495 तक पहुंच गया. इसी तरह नेहरू नगर, रोहिणी, वजीरपुर, आया नगर, डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, मंदिर मार्ग और पटपड़गंज में वायु गुणवत्ता का स्तर 490 के पार रहा. कुछ ऐसी ही स्थिति दिल्ली के अन्य इलाकों में रही, जहां एक्यूआई 450 से ऊपर बना हुआ है.
वहीं 17 नवंबर 2024 को जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 441 रिकॉर्ड किया गया. वहीं पिछले दिन से तुलना करें तो इसमें 24 अंकों का इजाफा दर्ज किया गया है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है. इसके चलते Delhi में गैस चैम्बर जैसे हालात पैदा हो गए हैं और लोगों के लिए सांस लेना तक दुश्वार हो गया है.
Aatishi की Press Conference
Delhi की मुख्यमंत्री Atishi ने सोमवार को Press Conference में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि पराली जलाने के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब स्थिति में है, जिससे बुजुर्ग और बच्चे खास तौर पर प्रभावित हो रहे हैं.
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण पर Supreme Court के कमेंट पर Atishi ने कहा कि इसका फैसला वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQAM) लेता है. दिल्ली सरकार तो केवल उन पाबंदियों को लागू करती है. उन्होंने कहा कि हम नियमों के तहत काम कर रहे हैं और केंद्र से इस मुद्दे पर कार्रवाई की उम्मीद है. Press Conference के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पराली जलाने पर जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो उत्तर भारत में स्वास्थ्य आपातकाल जैसी स्थिति बनी रहेगी. उन्होंने केंद्र से प्रदूषण रोकने के लिए तत्काल उपाय करने की मांग की.
Vijendra Gupta का Reaction
वायु प्रदूषण को लेकर दूसरी तरफ दिल्ली Vidhan Sabha में नेता प्रतिपक्ष Vijendra Gupta ने राजधानी में बिगड़ते प्रदूषण पर Kejriwal सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के कारण स्थिति भयावह और चिंताजनक है. यह दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है, और इसकी जिम्मेदारी Kejriwal सरकार की है. Vijendra Gupta ने केजरीवाल सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार को यह बताना होगा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए उन्होंने क्या ठोस कदम उठाए. उन्होंने कहा कि Kejriwal सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर केवल प्रचार किया, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस बदलाव नहीं हुआ. अब उन्हें 10 साल का हिसाब देना होगा.