Friday, May 17, 2024
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एमसीडी उपचुनाव बन गया सभी दलों के नाक का सवाल

राजेंद्र स्वामी, संवाददाता

दिल्ली।। राजधानी में नगर निगमों की पांच सीटों के लिए हो रहे उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के अतिरिक्त बहुजन समाजवादी पार्टी भी मैदान में है। कोई अपनी जमीन तलाशने में जुटी है तो कोई अपनी स्थिति को मजबूत करने का मंसूबा लिए हुए है। सभी को लगता है इस चुनाव की जीत से उनकी तरफ से लागों में उनकी लोकप्रियता का अच्छा संदेश जाएगा। इसक लाभ उन्हें अगले साल होने वाले एमसीडी के चुनाव में मिल सकता है।


सवाल यह है कि जहां चुनाव हो रहे हैं वहां के लोगों पर इसका क्या फर्क पड़ेगा? क्या लोगों की परेशानियों में कमी आएगी? क्या उन्हें बुनियादी सुविधाएं मिल पाएंगी? क्या क्षेत्र के विकास में चली आ रही बाधाएं दूर हो पाएंगी? इसका जवाब संभवतः न तो किसी उम्मीदवार के पास है और न ही उनके दलों के पास। कारण कायदे से देखें तो पाएंगे कि यह चुनाव मुद्दा विहीन लड़ा जा रहा है। उम्मीदवारों के पास क्षेत्र के विकास और असुविधाओं को दूर करने के लिए कोई ठोस खाका नहीं तैयार किया है। उन्होंने अपने-अपने दलों की नीतियों और उनके दिग्गज नेताओं के बयानों के आधार पर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की है।


राजनीतिक दलों में एमसीडी पर करीब डेढ़ दशकों से काबिज भाजपा से लेकर परंपरागत वोटों की दावेदार कांग्रेस और आज की विकास को नया नजरिया देने वाली पार्टी आम आदमी पार्टी ने वार्डों की समस्याओं से हटकर एक-दूसरे को ही आड़े हाथों लिया है। भाजपा के स्थानीय नेता हों या फिर केंद्रीय नेताओं में उनके सांसद, सभी आप की दिल्ली सरकार पर एमसीडी के वकाए फंड और उससे संबंधित दूसरी खामियां ही गिनवाने का काम किया है। इसके जवाब में आप के नेताओं ने पलटवार करते हुए भाजपा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।


इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक शामिल हैं। यह अलग बता है कि आप द्वारा दिल्ली में विकास माॅडल की तरह बड़े प्रोजेक्ट के वादे किए गए हैं। चुनावी जनसभाओं में भी उनके बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला बना रहा। कांग्रेस ने भी चुनाव प्रचार में दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा। उसके नेताओं ने भाजपा और आप के कामकाज पर उंगली उठाई। साथ ही अपने कार्यकाल में बेहतर काम की प्रशांसा की और खुद को गरीबों का हितैषी करार देते हुए केंद्र सरकार पर  पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम बढ़ने पर निशाना साधा। इनके अतिरिक्त बसपा ने तीनों दलों के खिलाफ आवाज उठाई।

 

कुल मिलाकर देखों तो पाएंगे कि चुनाव प्रचार के दरम्यान जो बातें क्षेत्र के विकास के बारे में की जानी चाहिए थी उनमें कहीं न कहीं कमी रह गई। दिग्गज स्टार प्रचारकों के रोड शो और जनसभाओं में की गई घोषणाओं से अगर प्रत्याशी हासिए पर चले गए, तो मतदाता भी सही उम्मीदवार का चयन करने की दुविधा से घिर गए। बहरहाल, उपचुनाव के बहाने से भाजपा, कांग्रेस, आप और बसपा ने अपनी धार तेज करने की ही कोशिश की है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि किसे कितनी सफलता मिलती है।

पत्नी की कर दी पीटी—पीटकर हत्या

पत्रिका संवाददाता

नई दिल्ली।  रोहिणी जिले के विजय विहार थाने के अंतर्गत बुध विहार में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की लकड़ी की बेंच से पीट—पीटकर ह्त्या कर दी। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है। प्राप्त जानकारी के दिल्ली के बुद्धविहार इलाके में 27 फरवरी को एक शख्स ने अपनी पत्नी की पीट-पीट कर ह्त्या कर दी। घर में फर्श पर फैले खून को देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि उसे किस कदर बेरहमी से पीटा गया होगा। हुआ भी ऐसा ही था।  उसे इतनी बेहरमी से पीटा गया था कि उसकी चीखों ने पड़ोसियों को दहला दिया था। ड़ोसियों ने महिला के घर वालों को फ़ोन कर इसकी सूचना दी। घर वाले पहुंचे तो देखा कि उनकी बेटी गीता को लकड़ी की बेंच से पीटा गया है। पति चेतन प्रकाश भी लगभग अचेत अवस्था में है। आस पास के लोगों ने इसी बीच थाना पुलिस के बीट स्टाफ को भी इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गीता को रोहिणी के अम्बेडरकर हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उसे ब्रॉड डेड घोषित कर दिया। 

मृतका के बारे में पड़ोसी ने बताया कि मृतक 30 वर्षीय गीता की एक पांच साल के बेटी भी है। जांच में पता चला है कि गीता और उसके पति 35 वर्षीय चेतन प्रकाश के बीच आये दिन छोटी—छोटी बातों पर झगड़ा होता था। बीती रात भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें पति ने गीता की पीट—पीट  ह्त्या कर दी। चेतन भी घायल हालत में अस्पताल में भर्ती है पुलिस ने उसे हिरासत में दिया है। इससे पहले बुराड़ी और भलस्वा इलाके में भी पति द्वारा पत्नी की पीट—पीट कर ह्त्या कर देने का मामला सामने आया था। इस तरह की घटनाओं का सामने आना न केवल पारिवारिक ताने—बाने के कमजोर होने की और इशारा कर रहा है, बल्कि घरेलु हिंसा और समाज में बढ़ते गुस्से को भी सामने रख रहा है।

ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाने वाले दो शातिर ठगों को साइबर सेल ने किया गिरफ्तार

मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता

दिल्ली एनसीआर।। देश मे लगभग 1000 लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना चुके है। दो शातिर ठगों ने फरीदाबाद की साईबर सेल ने गिरफ्तार करने में सफलता हाँसिल की है।गौरतलब है कि आरोपी फरीदाबाद के भी 3 लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके थे। जिसपर कारवाही करते हुए साईबर सैल की टीम नो दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर 30000 नगद ,2 मोबाईल फोन और सिम बरामद की है।

साईबर सैल की गिरफ्त में दिखाई दे रहे यह दोनों वही आरोपी है जो फरीदाबाद सहित पूरे देश मे लगभग 1000 लोगों को ऑनलाईन ठगी में अपना शिकार बना कर अबतक लोगों से लाखों की ठगी कर चुके है। मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी हैडक्वार्टर अर्पित जैन ने बताया कि आरोपी दिल्ली के रहने वाले है दोनों ही आरोपी पिछले एक डेढ़ साल से ऑनलाइन ठगी करने में सक्रिय थे। अर्पित जैन ने बताया कि आरोपी लोगों को RBL बैंक कर्मी बनकर क्रेडिट कार्ड पर खरीददारी करने पर 10/10 हजार के कैश गिफ्ट बाउचर निकलने की बात कहकर अपने अपने झांसे में लेकर ऑनलाइन ठगी करते थे।

डॉक्टर जैन ने बताया कि फरीदाबाद में मिली ऑनलाइन ठगी की 3 शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए साईबर सेल को बड़ी कामयाबी मिली है जिसमे दो साईबर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर करेगी और पूछताछ।वहीं उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कच्चे लालच में न फसें ऑनलाइन कोई भी लिंक खोलते समय सावधान रहें किसी को अपना ओटीपी न बताएं तभी साईबर ठगों से बचा जा सकता है।

वार्ड 62 से कांग्रेस प्रत्याशी ममता के समर्थन में निकाली गई विशाल मोटर साइकिल रैली

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

दिल्ली।। आदर्श नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरी किशन जिंदल ने बताया कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार शालीमार बाग वार्ड 62 से कांग्रेस प्रत्याशी ममता आर्य के समर्थन में विशाल मोटर साइकिल रैली का आयोजन किया गया।

मोटर साइकिल रैली में कांग्रेस नेताओ के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने उत्साह व जोश के साथ पु्रे शालीमार बाग में कांग्रेस प्रत्याशी ममता आर्य के समर्थन मे नारे लगाये और उनको आने वाली 28 तारीख को हाथ के पंजे पर बटन दबाकर भारी वोटों से जिताने की अपील की।

जिन्दल ने कहा कि मोटर साइकिल रैली से शालीमार बाग में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बन रहा है और वह भारी बहुमत से जीतेंगी।

रैली में  AICC – जनरल सेक्रेट्री, इंचार्ज दिल्ली (सांसद) शक्ति सिंह गोहिल, पुर्व सांसद रमेश कुमार, जिलाध्यक्ष हरी किशन जिंदल, चाँदनी चौक जिलाध्यक्ष मो. उस्मान, प्रदेश उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल, अभिषेक दत्त, जयकिशन, पूर्व विधायक हरी शंकर गुप्ता, अनिल भारद्धाज, पूर्व विधायक प्रत्याशी जे एस नेयोल, ब्लॉक अध्यक्ष प्रदुमन सिंह के अलावा तमाम ब्लाक अध्यक्ष, कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता व हजारों की संख्या में लोग मोटर साइकिल व स्कूटी के साथ शामिल हुए।

चोरी की गाड़ियों को काटकर कबाड़ में बेचा, चार बाइक समेत हुआ गिरफ्तार

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

रोहिणी। दिल्ली के रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने बाइक चोरी की एक वारदात की जांच करते हुए ऐसे शातिर वाहन चोरी तक पहुंची, जो गाड़ियां चोरी कर उन्हें काटकर ठिकाने लगता था। पुलिस ने इस गिरोह को गिरफ्तार कर वाहन चोरी की 27 वारदातों को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी की 4 बाइक और 23 बाइक के इंजन बरामद किये हैं। आरोपी 50 वर्षीय प्रदीप डबास उर्फ़ बॉबी नाम का यह शख्स मंगोल पूरी कलां  का रहने वाला है।

रोहिणी साउथ थाना पुलिस को 24 फरवरी को बाइक चोरी की कॉल मिली थी। इस कॉल को पीएसआई गुरदीप सिंह हवाले कर मामला दर्ज़ किया और जांच शुरू की। रोहिणी में वाहन चोरी की बढ़ती वारदातों की रोकथान और धर-पकड़ के लिए रोहिणी साउथ पुलिस ने इसके लिए खास तौर पर टीम का गठन किया। इस टीम एसीपी रोहिणी प्रक्षय सिंह की सघन निगरानी और थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय कुमार की निगरानी में गठित इस टीम के सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह, हवलदार प्रदीप, राजू पल्वे, कुल भूषण, सिपाही बलजीत,आशीष ने जांच शुरू की और इस शातिर चोर को दबोच लिया। प्रदीप डबास उर्फ़ बॉबी के साथ दो शख्स और भी थे।

साउथ थाना पुलिस के प्रयास और तकनिकी सहायता से पुलिस मंगोलपुर कलां गांव में पहुंची। वहीं कुछ बाइकें खड़ी थीं। पुलिस ने पाया कि वहां काफी संख्या में बाइक के इंजन, कई नंबर प्लेट और स्पेयर पार्ट भी रखे हुए थे। इतने सारे इंजन और गाड़ियों के कबाड़ देखकर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने इनके बारें में जब पूछताछ की तो प्रदीप डबास उर्फ़ बॉबी कोई संतोष जनक जबाब नहीं दे सका। पुलिस ने ज़िप नेट से नंबर प्लेट और इंजन नम्बरों को चेक किया तो ये सभी ऐसी बाईक के थे जो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से चोरी की गयी थी। पुलिस को समझते देर नहीं लगी कि वहां खड़ी सभी बाइकें चोरी की थीं।

प्रदीप डबास नाम का यह आरोपी पर दो मामले एनडीपीएस एक्ट और एक आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज़ है। प्रदीप से पूछताछ में सामने आया कि यह और सुल्तान पूरी के रहने वाले इसके दो अन्य साथी रामा और गंजा विनोद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से वाहन चोरी करते थे। पुलिस प्रदीप डबास को पुलिस हिरासत में लेकर उसके साथियों की धरपकड़ और चोरी के वाहनों की बरामदगी का प्रयस कर रही है।

आरोपी प्रदीप डबास आठवीं तक पढ़ा है। गरीबी और गलत संगत के चलते यह नशा करने लगा। पेशे से मैकेनिक होने के चलते यह चोरी की गाड़िओं के स्पेयर पार्ट्स बेचने लगा। मैकेनिक होने के कारन इस पर कोइ शक भी नहीं करता था। वह कुछ हज़ार में चोरी की बाइक खरीद लेता और उसके पुर्जे और कबाड़ को बेचकर अच्छी कमाई कर लेता था। लेकिन अब यह पुलिस के शिंकजे में है।

दिल्ली में बड़े पैमाने पर गाड़ियां और दुपहिया वाहन चोरी हो रही है, लेकिन पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद पुलिस चोरी की गाड़ियां बरामद नहीं कर पाती। ऐसे में पुलिस को इलाके में इस तरह मैकेनिक और गाड़ियौं के कबाड़ का काम करने वालों पर ख़ास नजर रखने की जरूरत है। यदि इन पर ध्यान रखा जाए तो वाहन चोरी की वारदातों में तो कमी आ सकती है साथ ही बरामदगी भी ज्यादा हो सकती है।