दिल्ली की राजनीति इन दिनों एक सनसनीखेज घटना के चलते सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ हमला अब कई सवाल खड़े कर रहा है। यह हमला महज़ एक जुनूनी युवक की हरकत थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित राजनीतिक साजिश? यही बात राजधानी की सियासत में चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है।
घटना कैसे हुई?
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता एक कार्यक्रम के बाद जब लोगों से मुलाकात कर रही थीं, तभी अचानक एक शख्स ने उन पर हमला कर दिया। सुरक्षा बलों ने तुरंत आरोपी को काबू में कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी गुजरात का रहने वाला है और खुद को “डॉग लवर” बताता है।
‘डॉग लव’ थ्योरी
आरोपी की सोशल मीडिया प्रोफाइल और शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि वह आवारा कुत्तों से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय था। माना जा रहा है कि आवारा कुत्तों के खिलाफ प्रशासन की सख्ती को लेकर वह नाराज़ था और इसी गुस्से में उसने यह हमला किया। इस थ्योरी के समर्थकों का कहना है कि यह किसी राजनीतिक साजिश से ज़्यादा एक व्यक्तिगत जुनून और मानसिक असंतुलन का नतीजा है।
साजिश की गंध?
वहीं, दूसरी ओर इस हमले को लेकर राजनीतिक हलकों में कई सवाल उठ रहे हैं। कुछ नेताओं का दावा है कि यह सिर्फ़ “डॉग लव” का मामला नहीं है बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को कमजोर और असुरक्षित दिखाने के लिए विपक्ष या फिर अंदरूनी खेमेबाज़ी के तहत इस तरह की वारदात करवाई गई है।
विपक्ष की चुप्पी और आरोप
दिल्ली के कई नेताओं ने इस घटना की निंदा की है, लेकिन विपक्ष ने अब तक इस मुद्दे पर कोई सीधा बयान नहीं दिया। ruling पार्टी के नेताओं का आरोप है कि विपक्ष मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से परेशान है और इस तरह के हमलों के पीछे उनका हाथ हो सकता है।
जांच जारी
फिलहाल पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और उसके फोन, सोशल मीडिया अकाउंट्स और संपर्कों की जांच की जा रही है। प्रशासन ने भी स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी साजिश के कोण को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा।
जनता की चिंता
इस घटना के बाद आम लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि राजधानी के सबसे सुरक्षित चेहरे – मुख्यमंत्री तक पर अगर हमला हो सकता है, तो आम जनता कितनी सुरक्षित है? वहीं, सोशल मीडिया पर लोग लगातार यह बहस कर रहे हैं कि यह मामला जानलेवा साजिश है या एक जुनूनी “डॉग लवर” की हरकत।

