मजदूर बिकता है !
हर गली हर चौराहा खुद से पूछता है,
क्यातुम्हारेमुल्कमेंभी
कोई मजदूर बिकता है
तुम्हारे मुल्क में रोटी इतनी सस्ती क्यों,
कि थाली का जूठन
हमारे पेट का निवाला बनता है !-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…