नई दिल्ली, 03 जुलाई 2025: चांदनी चौक से सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रवीण खंडेलवाल ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष संवीक्षण (Special Intensive Revision) को लेकर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे भारत निर्वाचन आयोग की संवैधानिक और नियमित प्रक्रिया बताते हुए कांग्रेस के विरोध को उसकी हार की घबराहट करार दिया।
खंडेलवाल ने अपने बयान में कहा कि यह संवीक्षण न केवल बिहार, बल्कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और असम जैसे राज्यों में भी शुरू किया गया है, जहां अभी चुनाव दूर हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस को केवल बिहार में ही इस प्रक्रिया पर आपत्ति क्यों है? उनके अनुसार, “कांग्रेस को अपनी हार साफ नजर आ रही है। वे लोकतंत्र की रक्षा नहीं, बल्कि अपनी तयशुदा पराजय का बहाना गढ़ रहे हैं।”
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह बार-बार जनता से ठुकराए जाने के बाद व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करती है। पहले ईवीएम पर सवाल उठाए गए और अब मतदाता सूची संवीक्षण पर हमला किया जा रहा है। खंडेलवाल ने कहा, “बिहार में कांग्रेस के पास न संगठन है, न नेतृत्व और न ही जनाधार। यह पार्टी अब सिर्फ किराए के गठबंधन और ट्विटर की चीख-पुकार पर निर्भर है।”
सांसद ने कांग्रेस से स्पष्ट करने की मांग की कि क्या वह पश्चिम बंगाल और केरल में भी ऐसी ही मतदाता सूची संवीक्षण प्रक्रिया का स्वागत करेगी, या उनकी लोकतंत्र की चिंता केवल उन राज्यों तक सीमित है जहां वे पहले से कमजोर हैं।
खंडेलवाल ने जोर देकर कहा कि भाजपा हर उस वैधानिक और पारदर्शी प्रक्रिया का समर्थन करती है जो लोकतंत्र को मजबूत करती है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग को स्वतंत्र रूप से काम करने देने की वकालत करते हुए कांग्रेस पर राजनीतिक प्रपंच का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग को अपना काम करने देना चाहिए, न कि ऐसी पार्टी के दबाव में आना चाहिए जिसने हार को अपनी आदत बना लिया है।”