Wednesday, October 9, 2024
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ग्रामीण क्षेत्रों से उठकर पहुँचा वैश्विक स्तर पर कबड्डी

खेल – कबड्डी भारत के प्राचीन खेलों की श्रेणी में सबसे लोकप्रिय खेल हैं। यह खेल प्रमुख रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में खेला जाता है। यह खेल उत्तर भारत में कबड्डी, दक्षिण भारत में चेडुगुडु व पूर्वी भारत में हु तू तू के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह खेल रामायण व महाभारत काल में भी प्रचलन में था। कबड्डी खेल की उत्पत्ति तमिलनाडु राज्य से मानी जाती हैं। परंतु वर्तमान कबड्डी का श्रेय महाराष्ट्र राज्य को दिया जाता हैं।

कबड्डी का स्वरूप

कबड्डी भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक लोकप्रिय है, क्योंकि ग्रामीण लोगों का कबड्डी के प्रति रुझान और उत्साह बहुत अधिक देखने को मिलता है। परन्तु शहरी लोगों को कबड्डी की तुलना में क्रिकेट में अधिक आनन्द आता हैं।परन्तु अब ऐसा नहीं हैं,दिन-प्रतिदिन अब यह स्थिति परिवर्तित होती जा रही हैँ। जिसका श्रेय हम प्रमुख रूप से प्रो कबड्डी लीग को दे सकते हैं।जिसने कबड्डी को एक नये मुकाम तक पहुँचाया हैं।इसी कारण कबड्डी की लोकप्रियता क्रिकेट की तरह बढती चली जा रही हैं।साथ नये व छोटे स्तर के खिलाङियों को खेलने के नये-नये अवसर प्राप्त हो रहे हैं। ग्रामीण लोगों ने इस खेल को अधिक महत्व दिया हैं।यह एक प्रमुख कारण है,जिसके परिणाम स्वरूप वर्तमान प्रो कबड्डी लीग व अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिताओं में अधिक ग्रामीण खिलाङियों ने अपना दबदबा बनाया हुआ ही हैं।मिट्टी के मैदान से लेकर कबड्डी के मेट तक ग्रामीण खिलाङियों ने उपस्थिति दर्ज कराई हैं।इन्हीं खिलाङियों ने भारत को कबड्डी विश्व कप का ताज पहनाया।क्रिकेट की तरह ही वर्तमान में कबड्डी भी अपनी लोकप्रियता हासिल करती जा रही हैं।क्योंकि क्रिकेट के आई पी एल की तरह प्रो कबड्डी लीग का आयोजन प्रतिवर्ष किये जा रहे हैं।साथ ही राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिताओं का सीधा प्रसारण की व्यवस्था कबड्डी की लोकप्रियता का विषय बनता जा रहा हैं।

कबड्डी का महत्व

प्राचीन काल में किसी भी प्रकार की जिम नहीं हुआ करती थी।शरीर को मजबूत व स्वस्थ्य रखने के लिए देशी अखाङों या कबड्डी का सहारा लेना पङता था। समय में परिवर्तन होने के साथ-साथ व्ययामशाला और कबड्डी का स्थान जिम ने ले लिया। शहरी क्षेत्रों में अखाङों व कबड्डी खेल विलुप्त हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों ने अखाङे व कबड्डी खेलने की परम्परा को जीवित रखते हुए इस परम्परा को वैश्विक स्तर पर ला खङा किया। जिसके परिणाम स्वरूप इन खेलों की लोकप्रियता और स्तर को प्रो कबड्डी लीग व अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगितोओं के रूप में देख सकते है।

कबड्डी क्यों खेले ?

कबड्डी ऎसा खेल है, जिसके माध्यम से शरीर में रक्त व उर्जा का संचार ठीक से होता है, साथ ही शरीर के प्रत्येक अंग की गतिशीलता तीव्र होती है।

2.इस खेल के माध्यम से शारीरिक की तीन गतिविधियाँ पूर्ण की जा सकती है:-

रनिगं, जम्पिगं और पावर।

3.ये खेल मानसिक विकास के लिए भी अतिआवश्यक है। जैसे:-

  1. योजना निर्माण करने का बोध
  2. समूह कार्य करने की क्षमता
  3. बोध निर्णय लेने का बोध इत्यादि।

 

 

भारत खरीदेगा रूस से एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल

देश – भारत और रूस के बीच एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली खरीदने का समझौता हो सकता है। यह समझौता करीब 40,000 करोङ का आँका जा रहा है।

क्या है एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली ?

यह रूस की अल्माज़ सेंट्रल डिजाइन ब्यूरो द्वारा निर्मित एक प्रकार का अत्याधुनिक एंटी एयरक्राफट हथियार है जिसकी सबसे अधिक मारक क्षमता 400 किलोमीटर है। यह जमीन से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर आ रही मिसाईल को हवा में ही ध्वस्त करने की क्षमता रखती है। अतः एय़र बेस को सुरक्षा प्रदान करती है।

कब तक आ सकती है एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली ?

सूत्रो के अनुसार यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली का समझौता, प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अक्टूबर में होने वाली वार्षिक शिखर बैठक से पहले हो सकता है।

क्या है फायदा?

इस समझौते से भारत और चीन के बीच बनी 4,000 किलोमीटर लंबी सीमा को और बहुत अधिक सुरक्षा प्राप्त होगी। चीन का रव्वईया हमेशा से ही धोखा देने वाला रहा है इसलिए एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली से भारत अपनी हवाई रक्षा प्रणाली को अत्याधिक सशक्त करना चाहता है। जिससे भविष्य़ में किसी भी प्रकार के हमले से बचाव एवं जवाबी कार्यवाही की जा सके।

आ सकती है यह अङचने?

रूस और अमरीका के बीच चल रहे मतभेदों की वजह से इस समझौते पर बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

अमरीका का सीएएटीएसए कानून जिसमें उसने अपने सभी दुश्मन देशों पर प्रतिबंध लगाया है इस साल जनवरी से शुरू हो चुका है। इस कानून के दायरे में भारत का एस 400 हवाई रक्षा मिसाईल प्रणाली समझौता भी आ सकता है। जिससे भारत को भी अमरीकी प्रतिबंधो का सामना करना पङ सकता है।

 

 

 

 

बढ़ते अपराधों से परेशान देश की राजधानी

देश में भारतीय दंड संहिता के अनुसार दिल्ली पुलिस ने 15 अप्रैल 2017 से 15 अप्रैल 2018 तक कुल 67,298 आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। इनमें 1,770 जघन्य अपराध कि श्रेणी में शामिल हैं जिनमें हत्या, लूट और रेप जैसे संगीन जुर्म शामिल हैं।

किशोर अवस्था के बच्चे कर रहे हैं अपराध

आपराधिक गतिविधियों को देखें तो गौर करने वाली बात यह है कि अपराध करने में 16 साल से 18 साल की उम्र के बच्चे शामिल हो रहे हैं। जो अपराध करने के बाद कुछ समय में ही जेल से बाहर आ जाते हैं। वहीं ऊपर बैठे सरगना कुछ पैसों का लालच देकर उनका इस्तेमाल करते हैं। इलाके में उनका रसूख और लोगो में ङर बन जाता है जिससे नाबालिक अपराध की ओर आकर्षित होते हैं। माँ बाप का बच्चो पर ध्यान न देना, आस पास का माहौल और अशिक्षा का एक बङा करण है। बाहरी दिल्ली से सटे इलाकों मे आपराधिक गतिविधियां अधिक देखने को मिलती हैं। अपराधियों को इन इलाकों से बचकर निकलना आसान है और बॉडर होने के कारण गैर कानूनी हथियारों का लेन देन भी आसानी से हो जाता है। खुले आम नशीले प्रदार्थ बेचना, सट्टे चलना तो दिल्ली में आम बात पहले से है।

आपराधिक गतिविधियां बढने के ये हैं कारण

बढ़ते अपराधों के पीछे व्यवसाय के घटते अवसरों को भी एक बड़ा कारण माना जा सकता है। वहीं बढती जनसंखया भी इसका एक उदाहरण है। दूसरी ओर कानून व्यवस्था दुरुस्त होनी बहुत जरूरी है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए अन्यथा यह समस्या देश कि प्रगति में बाधा बनी रहेगी।

पुलिस और प्रशासन नाकाम क्यों ?

पुलिस और प्रशासन कि नाक के नीचे चल रहे गैर कानूनी काम से आम जनता परेशान है। यह भी कई बार देखा गया है कि खूंखार अपराधी जेल से ही अपने आतंक का कारोबार चला रहे हैं। पुलिस के पास सभी प्रकार के अत्यधुनिक हथियार और उपकरण होने के बावजूद लुटेरे व बदमाश आसानी से भाग निकलते हैं। इन सबसे पुलिस और प्रशासन का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है।

मुंबई इंडियंस vs आरसीबी, दो दिग्गजों की टक्कर

मुंबई इंडियंस से मिली करारी हार का हिसाब बराबर करने मैदान पर उतरेगी आर.सी.बी

IPL सीजन 2018 के 31वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस और आरसीबी की टीमें आमने-सामने होंगी। इससे पहले इस सीजन में आर.सी.बी की टीम को मुंबई इंडियंस के हाथों 46 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। अब आर.सी.बी के नजरें अपने होम ग्राउंड चिन्नास्वामी स्टेडियम में हिसाब बराबर करने पर होंगी।

सात मैचों में से केवल दो मुकाबले ही जीत पाई है दोनों टीमें

दोनों टीमों की इस IPL सीजन परफॉर्मेंस पर नजर डालें तो दोनों ही टीमों ने अपने फैंस को नाराज किया है, अभी तक दोनों टीमें 7-7 मुकाबले खेल चुकी हैं और केवल दो मैचों में ही जीत दर्ज कर पाई है। दोनों ही टीमों के लिए यह मुकाबला बेहद महत्वपूर्ण है इसलिए कांटे की टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है।

आंकड़ों पर नजर डालें तो मुंबई इंडियंस का पलड़ा भारी

मुंबई इंडियंस और आर.सी.बी के आंकड़ों की बात करें तो मुंबई इंडियंस का पलड़ा भारी नजर आता है। अब तक दोनों के बीच खेले गए 22 मुकाबलों में मुंबई इंडियंस ने 14 में जीत दर्ज की है वही आर.सी.बी 8 मुकाबले ही जीत पाई है।

रोहित शर्मा साबित हुए हैं बेहतर कप्तान

दोनों टीमों के खिलाड़ियों की बात करें तो कप्तान के रूप में मुंबई इंडियंस के पास रोहित शर्मा वही आर.सी.बी के पास विराट कोहली है। कप्तानी में भी तुलना करें तो यहां भी मुंबई इंडियंस का पलड़ा ही भारी नजर आता है। रोहित शर्मा जहां मुंबई इंडियंस को दो बार खिताब दिला चुके हैं वही विराट कोहली आर.सी.बी के कप्तान के रूप में कोई करिश्मा दिखाने में सफल नहीं हुए हैं, हालांकि व्यक्तिगत रूप से लगातार अच्छी बैटिंग विराट ने की है।

इन खिलाड़ियों के कंधों पर होगा सारा दारोमदार

आने वाले मुकाबले के लिए की प्लेयर्स की बात करें तो मुंबई की नजरें रोहित शर्मा, किरण पोलार्ड, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और अकिला धनंजय के प्रदर्शन पर होगी, वही आर.सी.बी के लिए विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, टीम साऊदी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी।

 

Ghaziabad – NH-24 पर बना है मौत का नाला ! SHOCKING !

गाजियाबाद में मौत के नाले में गिरकर लोग जान गवा रहे हैं। लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। ताजा मामला गाजियाबाद के विजय नगर थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे 24 के किनारे बसी बागू कॉलोनी का है। जहां पर डेढ़ साल का मासूम खुले नाले में गिर गया ।और अपनी जान गवा बैठा। घटना के बाद मासूम के घर में मातम पसरा हुआ है।