Friday, October 4, 2024
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सामने आया अंकित की हत्या वाला वीडियो

दिल्ली – पिछले हफ्ते दिल्ली में  हुए अंकित सक्सेना हत्याकांड में  14 सेकंड का एक वीडियो सामने आया है।ये वीडियो उस वक्त का है जब अंकित को बेरहमी से मारा जा रहा है।इस वीडियो में अंकित की मां अपने बेटे की हत्या को देखकर तमाशबीन बने लोगों से अंकित को बचाने के लिए बार बार मदद की गुहार लगाते हुए नजर आ रही हैं।इस वीडियो को पुलिस ने  कब्जे में ले लिया है और जांच  की प्रक्रिया जारी  है। लेकिन , इस  वीडियो में अधिकतर हिस्सा धुंधला है और इस विडियों में  भीड़ भी  दिखाई दे रही है। वीडियो में ‘मार डाल.. मार डाल..’ की आवाज  भी साफ सुनाई दे रही है और चीखों  की आवाजें भी  साफ सुनी जा सकती हैं।पुलिस का कहना है कि वीडियो में सुनाई दे रही आवाज आरोपियों की है. वो अंकित से पूछ रहे हैं कि बता “लड़की कहां है”। इसके बाद अंकित की आवाज आती है “मुझे क्या पता”। इसके बाद अंकित की मां वीडियो में दौड़ते हुए दिखाई देती है।इस वीडियो के पहले एक दूसरा वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कत्ल से कुछ देर पहले अंकित सड़क के किनारे टहलते हुए दिखाई दे रहा था।रात तकरीबन 8 बजकर 5 मिनट पर अंकित की किसी से फोन पर बात चल रही थी। बताया जा  रहा है कि अंकित उस समय उसी लड़की से बात कर रहा था जिसकी वजह से ये पूरा मामला हुआ।बता दें कि राजधानी दिल्ली के ख्याला इलाके में गुरुवार की देर शाम सरेआम एक युवक की चाकू मारकर हत्या किए जाने से हड़कंप मच गया।भीड़भाड़ वाले बाजार में चार लोगों ने घेरकर एक युवक की चाकुओं से गोंदकर हत्या कर दी। बाद में मामला प्रेम प्रसंग का निकला।दरअसल, मृतक युवक का नाम अंकित था।उसकी उम्र करीब 23 साल थी। उसका एक मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम प्रसंग था। लड़की के माता-पिता इस बात खासे नाराज थे। अब इस वारदात के बाद लड़की भी अपने घरवालों से अपनी जान को खतरा बता रही हैरघुवीर नगर के आरजी फ्लैट में रहने वाले अंकित और उक्त लड़की एक दूसरे से प्यार करते थे, जिसके चलते अंकित की हत्या कर दी गई।हत्या का आरोप लड़की के घरवालों पर है।

महाशिवरात्रि 2018: क्या आप भी करते है ऐसी गलतीयां जिससे भोलेनाथ हो जाते हैं नाराज़

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दिल्ली –  मंगलवार,13 फरवरी महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। भगवान शिव आसानी से प्रसन्न होने वाले देवता हैं जो अपने भक्तों की मनोकामना जल्दी से पूरी कर देते हैं इसलिए उन्हें भोले नाथ भी कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार हर दिन भगवान शिव 24 घंटे शिवलिंग में विराजमान रहते है। महाशिवरात्रि का त्योहार शिवभक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण रखता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर पूरे मन से भगवान शिव की आराधना की जाए तो भक्तों की मनोकामना जरूर पूरी होती है। वहीं अगर किसी कारण से पूजा करते समय कोई भूल हो जाए तो भोलेनाथ क्रोथित भी हो जाते हैं। शिवपुराण में कुछ काम ऐसे बताए गए हैं जिसको पूजा करते समय नहीं करना चाहिए।हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व होता है। भगवान विष्णु को तुलसी बहुत ही प्रिय होती हैं  विष्णुजी की पूजा में इनका इस्तेमाल जरूर होता है। लेकिन शिवपुराण के अनुसार शिवजी की पूजा में तुलसी के पत्तों से पूजा करना वर्जित माना जाता है।शिवजी की पूजा में हल्दी से पूजा करना अच्छा नहीं माना जाता है इसलिए भूलकर भी शिवरात्रि पर शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए।शिवरात्रि पर आपको सादा भोजन करना चाहिए यानि मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन जीव हत्या से बचना चाहिए। तभी आपकी पूजा पूरी मानी जाएगी।अगर आप चाहते है कि इस शिवरात्रि को भगवान शिव आपके ऊपर विशेष कृपा  बरसाएं तो सुबह ही शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। पूजा के लिए सुबह का समय उपयुक्त होता है। शिवरात्रि के दिन देर से उठना अशुभ माना जाता है।  इस शिवरात्रि भोले भण्डारी की कृपा पाने के लिए क्रोध का त्याग करें यानि कि शिवरात्रि में व्रत रखने के दौरान किसी से बिना वजह लड़ाई झगड़ा न करें। शांत मन से पूरे दिन ओम नम: शिवाय के  मंत्रों का जप करें।शिवजी की पूजा में शास्त्रों द्वारा बताए गए बर्तनों का उपयोग करना चाहिए। पूजा में भूलकर भी लोहे,स्टील और प्लास्टिक के बर्तन का उपयोग नहीं करना चाहिए। शिवरात्रि के दिन पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। इस दिन  शांत और शुद्ध मन से शिव-पार्वती की पूजा करना चाहिए।शिवरात्रि के दिन कभी भी किसी को कठोर शब्द नहीं कहना चाहिए अन्यथा आपकी पूजा स्वीकार्य नहीं होगी। शिवरात्रि पर इस बात का विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए घर में किसी सदस्य से या फिर बाहर झगड़ा नहीं करना चाहिए।भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाया जाना चाहिए।अक्षत का मतलब होता है अटूट चावल, यह पूर्णता का प्रतीक है। इसल‌िए श‌िव जी को अक्षत चढ़ाते समय यह देख लें क‌ि चावल टूटे हुए तो नहीं है।शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को यदि प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस दिन काले रंग के कपड़े ना पहनें। कहा जाता है की भगवान शिव को काला रंग पसन्द नहीं है, जिसके कारण इस दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

कई वारदात को अंजाम देने वाला शाहदरा का मिर्ची गैंग पुलिस की हिरासत में

 दिल्ली– दिल्ली में अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे है। ऐसे में एक बड़ा मामला सामने आया।हाली में शाहदरा जिले में एक मिर्ची गैंग को पुलिस ने पकड़ा है। दरअसल  शाहदरा जिले में पुलिस ने मिर्ची गैंग के दो शातिर बदमाशों को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर ही लिया है। ये बदमाश लोगों की आंख में मिर्ची झोंक कर उन्हें लूट लिया करते थे। पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने दो तमंचे, मिर्ची पाउडर और चोरी की हुई स्कूटी बरामद की है।

शाहदरा इलाके में पिछले कुछ दिनों में आंखों में मिर्च झोंक कर लूट के बाद फरार होने वाले मामले सामने आए थे। इसके बाद इन बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई थी। इस टीम ने गैंग के कुछ बदमाशों की पहचान भी कर ली थी।इस बीच सोमवार की सुबह फर्श बाजार पुलिस को खबर मिली थी कि इलाके में मिर्ची गैंग के दो बदमाश वारदात को अंजाम देने पहुंचे हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम उन्हें पकड़ने निकल पड़ी।

पुलिस टीम ने जैसे ही बदमाशों को देखा और उन्हें रुकने को कहा उन बदमाशों ने सरेआम पुलिस टीम पर ही गोली चला दी और भागने लगे। लेकिन पुलिस ने इलाके की घेरबंदी कर रखी थी, जब बदमाश पीछे की टीम पर गोली चला रहे थे ठीक उसी समय सामने से एक पुलिस वाले ने अपने बाइक से उनकी स्कूटी में टक्कर मार कर दोनो बदमाशों को गिरा दिया। गनीमत इतनी रही कि बदमाशों की गोली किसी को लगी नहीं, इसके बाद पुलिस ने उन दोनो को दबोच लिया।दोनों के नाम मुकेश और विशाल हैं।

बीजेपी कर रही है उतर प्रदेश संगठन में फेरबदल की तैयारी

दिल्ली – बीजेपी मिशन 2019 की तैयारी में जुट गई है।उत्तर प्रदेश में बीजेपी संगठन की तैयारी हो गयी है। पार्टी के प्रेदश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय 9 फरवरी को अपनी टीम का ऐलान कर सकते हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी की इस नई टीम में कई नए चेहरे देखने को मिलेंगे। संगठन के फेरबदल की लिस्ट तैयार होकर अमित शाह के पास भेजी जा चुकी है।

बीजेपी की नई टीम में महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, क्षेत्रीय प्रभारी और कई जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। बीजेपी के प्रभारी सुनील बंसल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुहर के बाद संगठन में बदलाव किए जा रहे हैं। इसके तहत बकायदा संगठन में जातीय संतुलन का विशेष ध्यान रखते हुए संगठन में फेरबदल किया जा रहा है।2019 के लोकसभा चुनाव में महज 14 महीने बचे हैं ऐसे में पार्टी का फोकस मोदी और योगी सरकार की योजनाओं को जनता के बीच ले आना है। इसके लिए संगठन को अमलीजामा पहनाया जाना है। ताकि समय से पार्टी और सरकार की नीतियों के जनता के बीच आसानी से पहुंचाकर 2019 की सियासी जंग आसानी से फतह की जा सके।बता दें कि पिछले साल उत्तर प्रदेश में बीजेपी की बहुमत वाली सरकार बनने के बाद से तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के हटने के बाद अगस्त 2017 में पार्टी ने अनुभवी महेंद्र नाथ पांडेय को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।पांडेय यूपी की चंदौली सीट से सांसद हैं। पार्टी ने दो वर्ष बाद होने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है।संगठन महामंत्री सुनील बंसल और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडेय इस सम्बंध में मुख्यमंत्री योगी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से परामर्श कर चुके हैं। संगठन में फ़ेरबदल होने जा रहा है लिहाजा सभी की निगाहें इस फेरबदल के संकेतों पर भी नजर है।

पहले भारती जिन्होंने डिजिटल एल्बम रिकॉर्ड किया था जगजीत सिंह

मनोरंजन -जगजीत सिंह संगीत की दुनिया में का ऐसा नाम हैं जिनकी कमी शयद ही कोई भर पायेगा.. उन्होंने कई फिल्मों में अपने मधुर संगीत दिया है. लेकिन बाद में गज़ल गायकी में ही रम गए. उन्होंने गज़ल को एक ऐसे अंदाज़ में गया जो की लोगो के दिल पर रहा गया . इसके लिए उनकी आलोचना हुई और आरोप लगा कि जगजीत ने गज़ल के शास्त्रीय अंदाज की अनदेखी की. लेकिन जगजीत ने ऐसे आरोपों नजर अंदाज़ किया.. बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी, वो कागज की कस्ती, तुम इतना जो मुस्करा रहे हो, जैसे तमाम गज़ल-गीत संगीत की दुनिया को जगजीत की तरफ से एक अनमोल भेंट हैं.

जगजीत सिंह जब मुंबई आये तो उनके पास कोई काम नहीं था. शुरू-शुरू में वो पार्टियों में गाना गाया करते थे. इसके लिए उन्हें दो से ढाई सौ रुपये मिला करता था. बहुत कम लोगों को पता है कि जगजीत से शादी करने वाली चित्रा सिंह ने कभी जगजीत की गायकी को खारिज कर दिया था. क्युकी चित्रा खुद भी बहुत बेहतरीन गायिका थीं.चित्रा और जगजीत की जोड़ी ने कई सारे म्यूजिक एल्बम साथ में किए है. दोनों की ये जुगलबंदी लोगो के दिलो पर राज़ कर गयी.बता दें जगजीत पहले भारतीय थे जिन्होंने 1987 में डिजिटल एल्बम रिकॉर्ड किया था.

आइए बता दे आपको कि जगजीत को एक गुजराती फिल्म में एक्टिंग करने का ऑफर भी मिला था. लेकिन उन्होंने सिर्फ इसलिए फिल्म करने से मना कर दिया कि वो सिर्फ गाने गाना चाहते हैं. उन्होंने उस फिल्म में एक्टिंग तो नहीं कि लेकिन एक भजन जरूर गाया.

जगजीत के निधन के बाद भारत सरकार ने उनके नाम पर स्टांप जारी किया है. उनका निधन 10 अक्टूबर 2011 को हुआ था. उन्हें पद्म भूषण और साहित्य अकादमी से भी नवाजा गया है.