Thursday, October 3, 2024
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इस साल बॉलीवुड के ये सितारे बंध गए शादी के बंधन में – सफर 2017

साल 2017 में कई मशहुर हस्तियां शादी के बंधन में बंध गई। कुछ ने गुपचुप शादी रचाई तो किसी का ग्रैंड सेलिब्रेशन हुआ। चाहे वो बॉलीवुड के सितारें हो या क्रिकेट जगत के मशहूर खिलाड़ी। यह साल बॉलीवुड के लिए कई मायनों में अच्छा रहा। आइए डालते हैं एक नजर उन मशहूर हस्तियों पर जो इस साल शादी के बंधन में बंध गए।

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा

साल 2017 की सबसे बड़ी और चर्चित शादी हर किसी के जुबान पर है। अनुष्‍का शर्मा और भारतीय क्रिकेट कप्‍तान विराट कोहली ने 11 दिसंबर को इटली में सात फेरे लिये थे। दोनो ने बिना किसी को बताए शादी की। हालांकि शादी के बाद खुद ये बात सोशल मीडिया पर दोनों ने शेयर की।

भारती सिंह और हर्ष लिंबाच्या

इस साल मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और हर्ष लिंबाच्या शादी के बंधन में बंधे। इन दोनों ने धूमधाम से शादी की और पूरी शादी चर्चा में रही। हर्ष पेशे से स्क्रिप्ट राइटर हैं और दोनों एक-दूसरे को करीब 8 साल से डेट कर रहे हैं। उम्र में भारती हर्ष से बड़ी हैं। दोनों में तकरीबन 7 साल का अंतर है।

नील नितिन मुकेश और रुक्‍म‍िणी सहाय

एक्‍टर नील नितिन मुकेश और रुक्‍म‍िणी सहाय शादी के बंधन में बंधे हैं। रुक्‍म‍िणी सहाय एविएशन इंडस्ट्री से हैं और दोनों का परिवार काफी समय से एक दूसरे को जानता है।

जहीर खान और सागरिका घाटगे

टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान और बॉलीवुड एक्‍ट्रेस सागरिका घाटगे विवाह बंधन में बंध गए। अचानक इंटरनेट पर आई इनकी सगाई की फोटो ने सबको हैरान कर दिया था। ये कपल इंटरनेट पर छाया रहा।

नागा चैतन्य और सामंथा रूथ प्रभु

साउथ के सुपरस्टार नागार्जुन के बेटे नागा चैतन्य की हमसफर साउथ फिल्मों की खूबसूरत एक्ट्रेस सामंथा रूथ प्रभु बनी हैं। दोनों ने अक्टूबर में गोवा में शादी रचाई। दोनों एक-दूसरे के साथ साल 2009 से काम कर रहे थे और 2014 में रिलेशनशिप में आए।

आशका गोराडिया और ब्रेंट ग्लोब

2016 में टीवी एक्ट्रेस आशका ने ब्रेंट को डेट करना शुरू किया था। ब्रेंट आशका से 4 साल छोटे हैं. ब्रेंट एक योग इंस्ट्रक्टर हैं। आशका और ब्रेंट ने मशहूर डांस रियलिटी शो ‘नच बलिए 8’ में भी हिस्सा लिया था।

 

इस साल कई बार डावांडोल हुई धरती, पढ़ें कितनी बार भूकंप ने दी दस्तक – सफर 2017

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जानकारी : इस साल देश से लेकर विदेश तक कई बार धरती डामा होल हुई। भूकंप के कारण जान माल का भारी नुकसान हो गया। आगे बढ़ने से पहले जानते है कि भूकंप आने का कारण क्या है। धरती की प्लेटों के टकराने से। हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा। पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेटें इसी लावे पर तैर रही हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है जिसे भूकंप कहते हैं।

आखिर क्यों ये प्लेट टकराती हैं। 
दरअसल ये प्लेंटे बेहद धीरे-धीरे घूमती रहती हैं। इस प्रकार ये हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कभी-कभी ये टकरा भी जाती हैं।

अब बात करते है इस साल देश में आए भूकंपों के बारे में …

त्रिपुरा में भूकंप: 2017 शूरू हुए तीन ही दिन हुए थे कि त्रिपुरा में एक भूकंप आया जिसकी तीव्रता 5.7 थी। इस भूकंप ने 50 घरो को तबाह कर दिया साथ ही एक की जान ले ली।

6 फरवरी 2017: उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोलने लगी। भूकंप के इन झटको ने पूरे देश को 2013 की तबाही की याद दिला दी। इस भूकंप की तीव्रता 5.1 थी हालांकि इस भूकंप में किसी के हताहत होने की कोई खबरें नहीं आई थीं।

2 मार्च 2017: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता 3.8 मापी गई थी। यह झटके धरती के 15 किलोमीटर नीचे आए थे।

6 दिसंबर 2017: दिल्ली एनसीआर में भूकंप दिल्ली और आस-पास के इलाक़ों में भूकंप की झटके महसूस किए गए। इसके बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई थी। इंडियन मीटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने कहा है कि भूकंप का केंद्र उत्तराखंड का रूद्रप्रयाग ज़िला था।

अमरीका में भूंकप पर नज़र रखने वाली एजेंसी यूएसजीएस ने कहा है कि उत्तराखंड के पीपल कोटी गांव के उत्तर पश्चिम से 34 किलोमीटर दूर भूकंप का केंद्र था। अमरीकी एजेंसी के अनुसार इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।

17 दिसंबर 2017: असम के धिमाजी में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल 4.2 मापी गई।

11 दिसंबर 2017: जम्मू-कश्मीर में सोमवार 11 दिसंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई, जिसका केंद्र जमीन से 33 किलोमीटर नीचे था। भूकंप भोर में 4.29 बजे आया, इससे किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई थी।

23 दिसंबर 2017: भारत-म्यांमार सीमा पर भूकंप के झटके महसूस किए गए है। भूकंप की तीव्रता 4.9 थी। हालांकि जान माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई थी।

अंडमान-निकोबार द्वीप: अंडमान एंड निकोबार में  16 सितंबर को 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे पहले 6 सितंबर को अंडमान सागर में 5.4 की तीव्रता के भूकंप के झटके को महसूस किए गए थे। इससे पोर्ट ब्‍लेयर के दक्षिण पश्‍चिम में 162 किमी तक का क्षेत्र प्रभावित रहा।

10 अक्टुबर ओडिसा: ओडिसा के कंधमाल इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल 3.2 बताई गई थी।

फरवरी 2017 नेपाल: नेपाल में फरवरी 27 में भूकंप ने तांड़वा किया।  रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.0 मापी गई थी। ये झटके काठमांडो घाटी में भी महसूस किए गए।

इराक और ईरान (13 नवंबर 2017): ईरान और इराक सीमा भीषण भूकंप आया जिसमें लगभग 207 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। भूकंप की तीव्रता 7.3 थी।  इसे भूकंप से इरान के आठ गांव तबाह हो गए।

ईरान 21 दिसंबर 2017: ईरान की राजधानी तेहरान के निटकवर्ती शहरों में 5.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया है। सबसे तेज झटका तेहरान से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित मेशकिन्दश्त में महसूस किया गया था। हालांकि इस भूकंप में जान माल के नुकासन की कोई जानकारी नहीं थी।

20,सितंबर, 2017 मैक्सिको: मैक्सिको में भूकंप ने फिर से भयंकर तबाही मचाई। मैक्सिको सिटी के नजदीक 7.1 तीव्रता के भूकंप में  224 लोगों की मौत हुई। इस भूकंप में  करीब 44 इमारतें मलबे में बदल गईं। भूकंप का केंद्र पुएब्ला प्रांत में 52 किमी नीचे था। ठीक इससे 12 दिन पहले मैक्सिको में भूकंप आया था।

24, नवंबर, 2017 जापान: जापान एक बार फिर से भूकंप की चपेट में आया। जापान में 5.6 तीव्रता वाला भूकंप आया। इससे पहले भी  जापान के होक्काइदो प्रांत में रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता के हिसाब से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

चीन:  उत्तर पश्चिम चीन के शिंजियांग की जिंघे काउंटी में  6.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए। इससे पहले  सिचुआन प्रांत के झांग्झा शहर में जियुझागु पर्यटक स्थल पर भूकंप आया था जिसमें कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 164 अन्य घायल हो गए थे।

दिल्ली में पूरे साल रेप का शिकार होती रहीं महिलाएं – सफर 2017

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आंकड़े : घर हो या सड़क दिल्ली में महिलाएं इस साल भी लगातार हैवानियत का शिकार होती रहीं। भले ही इस साल जघन्य वारदातों में कमी आई हो, लेकिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म व छेडख़ानी के मामलों में कोई कमी नहीं है। 2016 की तुलना में इस साल रेप के मामले में सिर्फ 0.84 प्रतिशत की कमी आई है, जो दिल्ली पुलिस के दावों की पोल खोल कर रख दी है।वर्ष 2017 में रेप के 1894 मामले दर्ज हुए,जबकि वर्ष 2016 में 1910 मामले दर्ज हुए थे। दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2016 की तुलना में दिल्ली में जघन्य वारदातों में कमी आई है। डकैती, लूटपाट, फिरौती के लिए अपहरण, दंगे जैसे वारदात में 20 फीसदी से लेकर 40 फीसदी तक कमी दर्ज की गई। जबकि हत्या, हत्या की कोशिश जैसे मामलो में मामूली कमी   दर्ज  की गई है। हत्या के मामलों में सिर्फ 5.29 फीसदी और हत्या की कोशिश के मामले में महज 2.25 प्रतिशत की कमी आई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक वर्ष 2016 की तुलना में वर्ष 2017 में करीब 24.04 प्रतिशत जघन्य मामले कम दर्ज हुए हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ही आम अपराध में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। खासकर वाहन चोरी की घटनाएं सबसे अधिक हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2017 में कुल आम अपराध के मामले में 12.76 प्रतिशत अधिक दर्ज हुए। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने यह भी दावा किया है कि  वर्ष 2016 की तुलना में 2017 में अधिक मामले सुलझाएं गए हैं।इस साल पुलिस ने डकैती और फिरौती के लिए अपहरण जैसे मामले को 100 फीसदी तक सुलझाया गया है। वर्ष 2016 में जघन्य अपराध के सिर्फ 68.98 मामले ही सुलझे थे,जबकि इस वर्ष 85.49 मामले सुलझे हैं। वर्ष 2016 में आम अपराध के सिर्फ 24.57 फीसदी ही मामले सुलझे थे,जबकि इस वर्ष 32.65 फीसदी मामले सुलझे हैं।

दिल्ली की सड़कों पर हुई कम मौतें

दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली की सड़कों पर लगातार सड़क हादसे में मौत होने की घटना कम हुई है। इसके साथ ही सड़क हादसे की घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2016 तुलना में इस वर्ष सड़क हादसे में करीब साढ़े पांच फीसदी मौते कम हुई है। जबकि करीब 11.06 फीसदी कम दुर्घटनाएं हुई। वर्ष 2016 में सड़क हादसे में 1373 लोगों ने जान गंवाया था। जबकि इस वर्ष यह आंकड़ा घटकर 1299 हो गया। यही हाल सड़क दुर्घटना की है,इस वर्ष 4575 सड़क हादसे हुए। वही 2016 में 5144 दुर्घटनाएं हुई थी।

अदालत के इन फैसलों ने कहीं दिखाई इंसानियत तो कहीं खड़े किए कई सवाल – सफर 2017

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सफर 2017, अंशुल त्यागी – वर्ष 2017 में देश की उच्च अदालत से लेकर कई अदालतों ने बड़े फैसले सुनाए जिन्होंने कई जिंदगियों के लिए बड़ा कदम उठाया। कोर्ट के इन फैसलों के जरिए ये जाना जा सकता है कि कोर्ट की छवि पर क्या असर पड़ा है। आइये, साल के अंत से शुरूआत तक जानते हैं, इस साल कोर्ट द्वारा सुनाए गए कई अहम फैसले

23 दिसंबर, 2017: चारा घोटाले में लालू यादव दोषी करार

बिहार के चारा घोटाला मामले से जुड़े एक और मामले में लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराया गया है। यह फैसला रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने सुनाया। यह मामला देवघर ट्रेजरी से 97 लाख रुपए की अवैध निकासी से जुड़ा है। इसमें लालू प्रसाद यादव समेत 15 आरोपियों को दोषी करार दिया गया जबकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र समेत 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया। अदालत 3 जनवरी को लालू यादव को सजा सुनाएगी। कोर्ट में दोषी करार दिए जाने के तुरंत बाद लालू को रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल ले जाया गया।

20 दिसंबर, 2017: इंडियाज मोस्ट वांटेड शो के एंकर को पत्नी की हत्या के जुर्म में उम्रकैद

इंडियाज मोस्ट वांटेड शो के एंकर को दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने 17 साल बाद पत्नी अंजू इलियासी की हत्या का दोषी माना। यह मामला पिछले 17 साल से अदालत में लंबित था। इलियासी को दोषी ठहराए जाने के बाद उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। अदालत ने कहा कि अभियोजन द्वारा पेश साक्ष्यों से स्पष्ट है कि अंजू के शरीर पर चाकू से कई वार किए गए थे। इन गहरे जख्मों की वजह से ही उसकी उपचार के दौरान मौत हुई।

21 दिसंबर, 2017: 2 जी मामले में सभी आरोपी बरी

टू जी घोटाले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट ने पूर्व दूर संचार मंत्री ए राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपों के समर्थन में पुख्ता सबूत नहीं पेश कर सका और आरोप सिद्ध करने में नाकाम रहा। कोर्ट ने कहा कि रिकॉर्ड और ऐसा कोई सबूत नही है जो आरोपियों के अपराध को किसी भी तरह से साबित करता हो।

1 दिसंबर, 2017: जज घूस मामला, कहा- प्रधान न्यायाधीश ही ‘रोस्टर के मास्टर हैं

शीर्ष अदालत के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश जे चेलामेश्वर द्वारा प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के प्रशासनिक कार्यों में अतिक्रमण का मुद्दा न्यायाधीशों के बीच उठ गया। न्यायमूर्ति चेलामेश्वर ने एक मामले की सुनवाई के लिये पीठ गठित करने का आदेश उस समय दिया था जब प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ अन्य मामलों की सुनवाई कर रही थी।इस घटना के बाद पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ गठित हुई जिसने न्यायमूर्ति चेलामेश्वर के निर्णय को गलत करार देते हुये कहा कि प्रधान न्यायाधीश ही ‘रोस्टर के मास्टर हैं।’ यह मसला सुर्खियों में छाया रहा क्योंकि एक सामाजिक कार्यकर्ता वकील और एक गैर सरकारी संगठन ने एक मेडिकल कालेज के मामले में अपने पक्ष में आदेश प्राप्त करने के लिये  न्यायाधीशों के नाम पर रिश्वत लेने का मसला उठाया।

27 नवंबर, 2017: केरल लव जिहाद केस, ISIS से जुड़ा था शादी करने वाला व्यक्ति

इस दौरान केरल में एक महिला के जबरन धर्मान्तरण  के मसले को ‘लव जिहाद’ से जोड़े जाने के मामले में केन्द्र एक विवाद में पड़ा। इस मामले में न्यायालय में राष्ट्रीय जांच एजेन्सी ने आरोप लगाया कि 25 वर्षीय महिला का विवाह इस अवधारणा का बेतरीन नमूना है। उसका कहना था कि इस युवती से शादी करने वाला व्यक्ति कथित रूप से आईएसआईएस समूह से जुड़ा है।

12 अक्टूबर, 2017: आरुषि-हेमराज हत्याकांड में तलवार दंपती बरी

देश के चर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए आरुषि के माता-पिता नूपुर तलवार और राजेश तलवार को सभी आरोपों से बरी कर दिया। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि दोनों को संदेह का लाभ मिलना चाहिए क्योंकि निचली अदालत का फैसला ठोस सबूतों पर नहीं बल्कि हालात से उपजे सबूतों के आधार पर था।

11 अक्टूबर, 2017: नाबालिग पत्नी से संबंध बनाना होगा बलात्कार के समान

सुप्रीम कोर्ट ने 18 साल से कम उम्र की पत्नी के साथ शारीरिक संबंध बनाने को बलात्कार की श्रेणी में रखने की बात कही, इसके साथ शर्त यह है कि नाबालिग पत्नी को एक साल के भीतर इसकी शिकायत करनी होगी। इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की तमाम दलीलों को ठुकराया। कोर्ट ने कहा कि संसद ने ही कानून बनाया कि 18 साल से कम उम्र की बच्ची न तो कानूनन शादी कर सकती है न ही सेक्स के लिए सहमति दे सकती है। संसद ने ही कानून के जरिये बाल विवाह को अपराध बनाया तो ऐसे में अगर किसी बच्ची का बाल विवाह हो जाए और पति जबरन सेक्स करे तो वो अपराध क्यों नहीं? ये बिलकुल बेतुका और असंवैधानिक है।

9 अक्टूबर, 2017: पटाखों पर लगी रोक

दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर में दिवाली से ठीक पहले पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि सांस लेने का अधिकार सबको है। दीवाली के मौके पर होने वाली आतिशबाजी की वजह से राजधानी और एनसीआर के अन्य शहरों में प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। कोर्ट ने सारे स्थायी और अस्थायी लाइसेंस तत्काल प्रभाव निलंबित कर दिये। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये बैन 1 नवंबर 2017 तक बरकरार रहेगा।

28 अगस्त, 2017: राम रहीम को सजा का एलान

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को अगस्त में रेप के आरोप में सजा सुनाई गई। CBI की विशेष अदालत ने रेप के दो मामलों में 10-10 साल की सजा सुनाई। इसके अलावा कोर्ट ने डेरा प्रमुख पर 30 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। इसमें से दोनों पीड़िताओं को 14-14 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया।

24 अगस्त, 2017: निजता का अधिकार, आधार का मसला

नौ सदस्यीय संविधान पीठ ने निजता के अधिकार को संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों के तहत इसे अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार और व्यक्तित स्वतंत्रता का हिस्सा करार दिया। आधार के मसले में निजता के अधिकार का सवाल उठने पर इस संविधान पीठ ने यह व्यवस्था दी। हालांकि अब पांच सदस्यीय संविधान पीठ यह निर्णय करेगी कि क्या आधार कार्ड से निजता के अधिकार का हनन होता है। पीठ ने यह भी साफ किया है कि विभिन्न सेवाओं और कल्याणकारी योजनाओं को आधार से जोड़ने की अनिवार्यता 31 मार्च, 2018 तक लागू नहीं की जायेगी।

22 अगस्त, 2017: तीन तलाक देना होगा गैरकानूनी

पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने मुस्लिम समाज में 1400 साल से चली आ रही एक बार में तीन तलाक की प्रथा को पवित्र कुरान के मूल सिद्धांत और शरियत के खिलाफ घोषित कर दिया। इस पर संसद में बिल पास करने के लिए बहस चल रही है, जिसमें 3 साल की सजा का प्रावधान किया गया है।

9 मई, 2017: जस्टिस कर्णन को सुनाई छह महीने जेल की सजा

न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार शीर्ष अदालत के सात वरिष्ठतम न्यायाधीशों ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के पीठासीन न्यायाधीश सी एस कर्णन को अवमानना का दोषी ठहराते हुये उन्हें छह महीने की सजा सुनाई। न्यायमूर्ति कर्णन ने अनेक पीठासीन और सेवानिवृत्त न्यायाधीशों पर गंभीर आरोप लगाये थे।

5 मई, 2017: निर्भया केस में फांसी की सजा बरकरार रखी गई

पूरे देश को झकझोर देने वाले निर्भया गैंगरेप केस (16 दिसंबर 2012) में सुप्रीम कोर्ट ने दोषी अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और मुकेश की फांसी की सजा को बरकरार रखा। चारों दोषियों ने हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी। कोर्ट ने माना कि दोषियों को पता है कि उन्होंने कितनी वहशियाना हरकत की थी। अदालत ने कहा कि इस वारदात की वजह से देश में ‘शॉक की सूनामी’ आ गई थी। दिल्ली में साकेत स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इन चारों को गैंगरेप और हत्या के लिए दोषी करार देते हुए 13 सितंबर, 2013 को फांसी की सजा सुनाई थी और कोर्ट ने मामले को रेयरेस्ट ऑफ रेयर माना था। इसके बाद हाईकोर्ट ने भी इनकी फांसी की सजा को बरकरार रखी थी।

19 अप्रैल, 2017: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में 13 नेताओं पर चलेगा मुकदमा

न्यायालय ने 25 साल पहले अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने और विवादित भूमि के मालिकाना हक से संबंधित अपीलों पर सुनवाई की। न्यायालय ने विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और अन्य के खिलाफ आपराधिक मुकदमे की रोजाना सुनवाई का जहां मार्ग साफ किया, वहीं मालिकाना हक से संबंधित अपीलों पर 2019 के आम चुनाव के बाद सुनवाई करने का सुन्नी वक्फ बोर्ड जैसी संस्थाओं का अनुरोध ठुकरा दिया।

29 मार्च 2017: देश भर में 1 अप्रैल से BS-3 गाड़ियों की बिक्री पर लगी रोक

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण से चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती करते हुये कहा कि व्यावसायिक हितों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण नागरिकों का स्वास्थ्य है। न्यायालय ने इसके साथ ही उन वाहनों के निर्माण और बिक्री पर एक अप्रैल से प्रतिबंध लगा दिया जो बीएस-चार के मानकों के अनुरूप नहीं हैं।

14 फरवरी, 2017: शशिकला पर फैसला, चार साल की जेल

न्यायालय के फैसले के बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला बेंगुलूरू की जेल में चार साल की सजा काट रही हैं इस साल तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता के भ्रष्टाचार के मामले में सुनाये गये फैसले में उनकी निकट सहयोगी शशिकला नटराजन को सजा सुनायी गयी। इस फैसले ने राज्य की राजनीति में जबर्दस्त उथल पुथल मचा दी और वर्चस्व को लेकर छिड़ी लड़ाई में अन्नाद्रमुक में दो फाड़ हो गयी।

11 जनवरी, 2017: बिरला-सहारा डायरी केस में पीएम मोदी समेत अन्य नेताओं के खिलाफ जांच नहीं होगी

वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी उस समय बड़ी राहत मिली जब सुप्रीम कोर्ट ने बिड़ला-सहारा डायरी प्रकरण की स्वतंत्र जांच के लिये दायर याचिका खारिज कर दी। इस मामले में आरोप था कि डायरी में राजनीतिक व्यक्तियों को कथित रूप से दी गयी रिश्वत का विवरण है।

2 जनवरी, 2017: धर्म के नाम पर वोट मांगना गैरकानूनी

सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में तीन प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर, जगदीश सिंह खेहड और दीपक मिश्रा को न्यायपालिका के मुखिया के रूप में देखा, ने चुनाव के दौरान धर्म और जाति के इस्तेमाल को भ्रष्ट आचरण घोषित करते हुये महत्वपूर्ण फैसला सुनाया।

2 जनवरी, 2017: सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से अनुराग ठाकुर को हटाया

न्यायालय ने 2016 की तरह ही इस साल भी बीसीसीआई के कामकाज को लेकर सख्त रुख अपनाये रखा और इसके सुधारों की राह में अड़ंगा डाल रहे बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को पद से भी हटाया।