दीवाली के शुभ अवसर पर दिल्ली वालों को दीपावली के मौके पर दिल्ली मेट्रो ने एक तोहफा दिया। अब से दिल्ली के समयपुर बादली से सीधे गुडगाँव के हुड्डा सिटी सेंटर तक चलेगी मेट्रो। इससे लोगों को आने जाने की सुविधा तो होगी ही साथ ही उन्हें बसों और गाड़ियों में धक्के खाते हुए नहीं जाना होगा। बादली इलाके के लोगों को इस तोहफे से काफी ख़ुशी मिली है। पहले ये लाइन सिर्फ जहाँगीरपूरी तक थी अब इसे हैदरपुर बादली , रोहिणी सेक्टर 18 और समयपुर बादली तीन स्टेशन में बड़ोहतरी कर दी गई है समयपुर बादली पहले से उत्तर रेलवे का स्टेशन था और इसके पास ही अब समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन भी बन गया है मेट्रो रेल दिल्ली के परिवहन की एक महत्वपूर्ण कड़ी है इससे पहले परिवहन का सारा बोझ सड़क पर ही था।
यहाँ के लोग उतर रेलवे और मेट्रो दोनों में आवाजाहि का लुत्फ़ उठा पाएंगे। यह एक इंडसस्ट्रीयल एरिया भी है यहाँ रहने वाले सभी को इससे फायदा होगा एक तो उनके समय की बचत हो जाएगी दूसरा उनको सड़क परिवहन ढूंढने के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। यहाँ के लोगो को कई सालो से इस मेट्रो लाइन का इंतज़ार था और आज इनका इन्तजार खत्म हो गया है।
अब ये तीन मेट्रो स्टेशन बढने से लाखो लोगो को फायदा होगा। रोहिणी के कई सेक्टर और बादली लिबासपुर गाँवों के अलावा दर्जनों कालोनियो के लोग कुछ ही मिनट में यहाँ पहुंच सकेंगे। पहले लोगो को भारी जाम पार कर जहाँगीरपूरी जाना पड़ता था जिससे अब उनको निजात मिल सकेगी।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। अब जहांगीरपुरी-समयपुर बादली लाइन कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी की तरफ से भी हरी झंडी मिल गई और मेट्रो की आवाजाही शुरू हो गई। इस लाइन के शुरू होने के बाद यात्री समयपुर बादली से हुड्डा सिटी सेंटर तक बिना ट्रेन बदले यात्रा कर सकेंगे। लोगो ने दिल्ली मेट्रो के इस तोहफे की सहराना की तथा यहां के लोग ख़ुशी से झूम उठे।
दिल्ली मेट्रो की प्राम्भिक अवस्था में इसकी योजना 6 मार्गों पर चलने की थी जो दिल्ली के ज़्यादातर हिस्से जोड़ते थे इसके प्रारंभिक चरण को 2006 में पूरा किया गया और बाद में इसका विस्तार राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र से सटे शहरों से कर दिया गया जिसमें गाज़ियाबाद , फरीदाबाद , गुड़गांव ,और नोएडा शामिल है। मेट्रो परिवहन का भारत के दूसरे राज्यों में भी निर्माण किया जा रहा है इसमें कुछ राज्य है उत्तर प्रदेश , राजस्थान, महाराष्ट्र , आंध्र प्रदेश और कर्नाटक।
मेट्रो पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती जिसके चलते सितंबर 2011 में संयुक्त राष्ट्र ने ‘ स्वच्छ विकास तंत्र ‘योजना के तहत हरित ग्रह गैसों में कमी लेन के लिए दिल्ली मेट्रो को दुनिया का पहला ‘ कार्बन क्रेडिट ‘ दिया गया। जिसके अंतर्गत उसे सात सालों के लिए 95 लाख डॉलर मिलेंगे।