Saturday, January 18, 2025
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अब Child Porn देखना होगा अपराध

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Delhi . बीते सोमवार को Supreme Court ने एक बहुत बड़ा फैसला देते हुए कहा कि, “Child Porn सामग्री डाउनलोड करना, देखना, संग्रह करना बाल यौन उत्पीड़न संरक्षण कानून (POCSO ) और Information Technology कानून के तहत अपराध है. अदालत ने Child पोर्नोग्राफी को अपराध मानने वाले POCSO और IT कानून के विभिन्न प्राविधानों का ज़िक्र करते हुए मद्रास हाई कोर्ट का वो आदेश रद्द कर दिया जिसमे High Court ने कहा था कि , “Child Porn सामग्री सिर्फ Download करना व देखना POCSO और IT कानून के तहत अपराध नहीं है .”

  • – Court का सुझाव

अदालत ने 200 पन्नों के फैसले में Sex Education व POCSO कानून के प्रति जागरूकता पर बल देते हुए कुछ सुझाव दिए और केंद्र सरकार को इस सम्बन्ध में ज़रूरी कदम उठाने को कहा. Supreme Court ने POCSO कानून में ‘Child Pornography ‘ शब्द का प्रयोग पर आपत्ति जताते हुए संसद को सुझाव दिया है कि वो POCSO कानून में संशोधन कर ‘Child Pornography ‘ कि जगह ‘बाल यौन उत्पीड़न और शोषणकारी सामग्री’ शब्द प्रयोग करने पर गंभीरता से विचार करे ताकि ऐसे अपराधों की वास्तविकता को सटीकता से प्रदर्शित किया जा सके. Court ने केंद्र सरकार को कहा कि तब तक के लिए वह अध्यादेश जारी कर इस सम्बन्ध में संशोधन लाने पर विचार करे.

अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी

खुद को खड़ाऊ CM कह कर Atishi ने खड़ा किया विवाद

Delhi की नवनियुक्त CM Aatishi ने सीएम का पद को संभाल कर एक नया विवाद खडा कर दिया है। आतिशी ने अपनी बगल में रखीें सीएम की असली कुर्सी को खाली छोड दिया। और कहा कि यह कुर्सी Arvind Kejriwal की है। चुनावों के बाद वही सीएम की इस कुर्सी पर बैठेंगे।
आतिशी सोमवार सुबह 12 बजे सीएम ऑफिस पहुंचीं थीं और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सीएम ऑफिस में एक खाली कुर्सी छोड़ दी और खुद दूसरी कुर्सी पर बैठीं।

Atishi

उन्होंने कहा कि जैसे राम के वनवास जाने के बाद भरत ने खड़ाऊं रखकर अयोध्या का सिंहासन संभाला…मैं उसी तरह दिल्ली के सीएम की कुर्सी संभालूंगी। 4 महीने बाद दिल्ली के लोग केजरीवाल को फिर से इसी कुर्सी पर बैठाएंगे। तब तक ये कुर्सी इसी कमरे में रहेगी और केजरीवाल जी का इंतजार करेगी।
आतिशी के ऐसा करने पर देश भर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विपक्ष ने आतिशी समेत केजरीवाल को घेरा है।

Atishi ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा के साथ ही दिल्ली की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई-वीरेंद्र सचदेवा


Atishi के बयान पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि इस हरकत से Atishi ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की गरिमा के साथ ही दिल्ली की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। यह कोई आदर्श नहीं हैं। सीधी भाषा में चापलूसी है।
सचदेवा ने केजरीवाल से ही सवाल पूछ लिया कि वे बताएं… क्या सरकार रिमोट कंट्रोल से चलाएंगे।

बयान मानसिक दासता का प्रतीक


Atishi के इस बयान की आलोचना हो रही है। असल में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सीएम की कुर्सी पर न बैठकर उसे खाली रखना उस संविधान का अपमान है जिसकी शपथ ली गई। यह मानसिक दासता का प्रतीक है।
यह सही है कि लोगों ने अरविंद केजरीवाल के प्रति अपना दुलार जताया था लेकिन उसके नेता जनता के लिए काम की बात न करके अपने नेता की चरणवंदना….महिमा गान करते दिखे तो यह संकेत अच्छा नहीं हैं।

पार्टी के लिए आत्मघाती कदम


मुख्यमंत्री इस समय जब दिल्ली विधानसभा के चुनाव सामने हो तब जनता के लिए काम की बात न करने की बजाय स्वयं को खड़ाऊ मुख्यमंत्री के रूप में पेश करें तो यह आम आदमी पार्टी के लिए आत्मघाती कदम जैसा है।
चुनावों के वक्त मतदाता किसी भी नेता की भक्ति ….उसका महिमा गान…….पसंद नहीं करते।
आतिशी की यह हरकत व्यक्ति पूजा की श्रेणी में आती है जिसका गलत संदेश जनता के बीच जाता है। आतिशी को अरविंद केजरीवाल के प्रति इतनी परम भक्ति……..आस्था जतानी ही थी तो वह कह सकती थीं कि मैं अरविंद केजरीवाल का साया बन कर काम करूंगी…उनके कदमों पर चल कर दिल्ली की जनता के अधूरे कामों को पूरा करूंगी।
खड़ाऊं राज का मतलब तो होता है……..निष्क्रिय राज………बगैर राजा के राज। राम जब वनवास में थे तो भरत खड़ाऊ राजा माने गए। यानी ऐसा शासन जो असली राजा के बिना चलाया जाए। आप समझ सकते हैं बिना राजा के राज कैसा होता है।

Delhi Airport पर चलेगी फ्री Air Train

Delhi Airport

नई दिल्ली। हवाई यात्रियों की असुविधा को देखते हुए Delhi International Airport Limited (DIAL) ने एक फ्री Air Train चलाने का निर्णय लिया है। Delhi Airport इसके लिए टेंडर जारी कर दिए है। हालांकि 7.7 किलोमीटर लंबी दूरी के लिए इस ट्रेन के संचालन में समय लगेगा। बताया गया है कि 2027 में यह शुरू होगी।
जानकारी के अनुसार दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने दिल्ली हवाई अड्डे पर भारत की पहली एयर ट्रेन या ऑटोमेटेड पीपल मूवर बनाने के लिए टेंडर जारी किया है। यह Air Train T1 और T2 व T3, Aero city और cargo city में रूकेगी।


हवाई यात्रियों को फिलहाल एक टर्मिनल से दूसरे पर पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पडता है। ट्रैफिक जाम के कारण कई बार यात्रियों की Flights मिस हो जाती हैं।
इस सुविधा से दिल्ली एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्रियों को बहुत फायदा होगा। खासकर उन लोगों को जो एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल जाना चाहते हैं। यात्रियों को अभी तक डीटीसी बसों से जाना पड़ता है जो काफी समय लेती है।

नई Air Train से यह सफर कुछ मिनटों Delhi Airport


नई Air Train से यह सफर कुछ मिनटों में पूरा होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए Dial ने टेंडर जारी कर दिया है और उम्मीद है कि अगले दो महीने तक बोली लगनी शुरू हो जाएगी। प्रोजेक्ट की कुल लागत का अंदाजा अभी नहीं लगाया जा सका है लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह करीब 2000 करोड़ रुपये तक हो सकती है।

पूनम कोरी दिल्ली दर्पण

Delhi के Khalsa College में धक्का-मुक्की के बीच गिरी सिख छात्र की पगड़ी, FIR दर्ज

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Delhi . Delhi University के Shri Guru Teg Bahadur Khalsa College में प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर छात्रों के दो गुटों की झड़प का मामला सामने आया है. इस दौरान एक छात्र की पगड़ी नीचे
गिरने का मामला भी सामने आया है. यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है.

छात्रों के बीच झड़प तब हुई, जब College के अधिकारियों ने उनसे कहा कि वे कॉलेज की मूल संस्था दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (DSGMC) के निर्देशों के बाद 27 सितंबर को होने वाले Delhi University छात्र संघ (DUSU) के चुनावों में भाग नहीं लेंगे.

College में हुई इस झड़प का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि बाकी छात्र प्रिंसिपल के दफ्तर के बाहर खड़े हैं और उनमें से कुछ अधिकारियों से बात करते हुए भी नजर आ रहे हैं. थोड़ी देर बाद कुछ छात्र कॉलेज के गेट की ओर भागते हुए नजर आते हैं. जिस छात्र की पगड़ी झगड़े के दौरान गिर गई, उसने घटना की शिकायत दर्ज कराई है.

  • – College आयोजित करेगा चुनाव

इससे पहले, College के प्रिंसिपल गुरमोहिंदर सिंह ने Delhi University प्रशासन को पत्र लिखकर कहा था कि College स्वयं के छात्र चुनाव आयोजित करेगा. उन्होंने कहा था कि यह निर्णय DSGMC के निर्देशों के बाद लिया गया. DSGMC Delhi University के Shri Guru Teg Bahadur Khalsa College, Shri Guru Nanak Dev Khalsa College और Shri Guru Govind Singh College Of Commerce को नियंत्रित करता है, जो सभी DUSU से संबद्ध हैं. हालांकि, DSGMC के तहत एक अन्य कॉलेज, माता सुंदरी कॉलेज फॉर विमेन, DUSU से संबद्ध नहीं है.

अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी

RSS से 5 सवाल पूछने के पीछे क्या है Arvind Kejriwal की मंशा

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Aam Admi Party के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद BJP से हिसाब-किताब बराबर करने के मूड में नजर आ रहे हैं। Arvind Kejriwal एक तीर से कई निशाने लगाना चाहते हैं। लगता तो यही है।
कल उन्होंने जंतर-मंतर पर पहुंच कर जनता की अदालत में खुद को पाक साफ बताया और BJP को कठघरे में खडा करने के मकसद से RSS से 5 सवाल पूछे।
Arvind Kejriwal RSS से सवाल पूछ कर क्या चाहते हैं? उनकी मंशा क्या है? इस पर हम आगे बात करेंगे, पहले जानते हैं Arvind Kejriwal ने जंतर मंतर पर क्या कहा।
उन्होंने जनता की अदालत में खुद को ईमानदार बताया और भाजपा द्वारा उन्हें भ्रष्टाचार मामले में फंसाने को झूठ करार दिया। Arvind Kejriwal ने कहा कि अगर जनता को लगता है कि वह ईमानदार हैं तभी उन्हें वोट दें।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से वे Delhi में ईमानदारी से काम कर रहे थे जब BJP को लगा वह हमसे चुनाव नहीं जीत सकती तो हमारे खिलाफ साजिश रची और एक-एक नेता को जेल भेज दिया। हमारे उपर झूठे मुकदमे लगाए गए।
मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार का दाग लेकर कुर्सी पर नहीं बैठ सकता। इस्तीफा देकर मुझे सरकारी आवास छोडना हैं। मेरे पास रहने के लिए घर नहीं हैं। मुझे लोग कहते हैं कि तू कैसा आदमी है 10 साल सीएम रहकर भी घर नहीं बनवा पाया। मेरे पास लोगों के फोन आ रहे हैं कि आ जाओ हमारे घर में रहो।
अब हम मुद्दे की बात पर आते हैं। Arvind Kejriwal ने RSS से जो 5 सवाल पूछे हैं उनमें पहला सवाल है,
जिस तरह पीएम मोदी देश भर में लालच देकर या ED, .CBI का डर दिखाकर दूसरी पार्टी के नेताओं को तोड़ रहे हैं, सरकारें गिरा रहे हैं. क्या ये देश के लोकतंत्र के लिए सही है? क्या आप नहीं मानते ये भारतीय जनतंत्र के लिए हानिकारक है?
दूसरा सवाल, देश भर में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी नेताओं को पीएम मोदी ने अपनी पार्टी में शामिल करवाया। जिन नेताओं को कुछ दिन पहले उन्होंने खुद सबसे भ्रष्टाचारी बोला, जिन नेताओं को अमित शाह ने भ्रष्टाचारी बोला, कुछ दिन बाद उन्हें भाजपा में शामिल करवा लिया। क्या आपने ऐसी भाजपा की कल्पना की थी? क्या इस प्रकार की राजनीति पर आपकी सहमति है?

अब सवाल नंबर 3, भाजपा RSS की कोख से पैदा हुई है। कहा जाता है कि ये देखना RSS की जिम्मेदारी है कि भाजपा पथभ्रष्ट न हो। क्या आप आज की BJP के कदमों से सहमत हैं? क्या आपने कभी पीएम मोदी से ये सब न करने के लिए कहा?
सवाल नंबर 4, जेपी नड्डा ने चुनाव के दौरान कहा कि BJP को RSS की जरूरत नहीं है। RSS भाजपा की मां समान है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया है कि मां को आंखें दिखाने लगा है। जिस बेटे को पाल-पोस कर बड़ा किया, प्रधानमंत्री बनाया, आज वो अपनी मातातुल्य संस्था को आंखें दिखा रहा है। जब जेपी नड्डा ने ये कहा तो आपको दुख नहीं हुआ? क्या RSS के हर कार्यकर्ता को दुख नहीं हुआ?

अब आखरी सवाल,Arvind Kejriwal

RSS-BJP ने मिलकर ये कानून बनाया था कि 75 वर्ष का होने पर किसी भी व्यक्ति को रिटायर होना पड़ेगा। इस कानून के तहत लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं को भी रिटायर कर दिया गया। अब अमित शाह कह रहे हैं कि वो नियम पीएम मोदी पर लागू नहीं होगा। क्या आप इससे सहमत हैं कि जो नियम आडवाणी पर लागू हुआ वो पीएम मोदी पर लागू नहीं होगा?
आइए,अब जानते हैं कि Arvind Kejriwal ने RSS से ये सवाल क्यों पूछे। वह क्या चाहते हैं?
असल में RSS इस देश का वो संगठन है जो सरकार, शासन और समाज में ईमानदारी, शुचिता, नैतिकता और धर्म की वकालत करता आया है। लेकिन RSS के इन उच्च सिद्धांतों को उसके सहयोग से चुनकर आई सरकार और नेताओं ने पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोडी।
पिछले लोकसभा के चुनावों में तो RSS ने भाजपा को पूरी तरह से समर्थन देने में हाथ पीछे खींच लिए। वह आधे-अधूरे मन से BJP के साथ रहा। यह सभी ने देखा, महसूस किया। लोकसभा चुनावों के नतीजों ने भी यह बता दिया।
आपको मालूम होगा, चुनावों के दौरान जे पी नड्डा ने कहा था कि BJP को RSS की जरूरत नहीं है। इसका मतलब पार्टी की संघ से अंदरूनी नाराजगी चल रही थी। इसीलिए नड्डा को इतनी बडी बात कहनी पडी। नड्डा को लगा कि अब चारों ओर मोदी का चमत्कार चल रहा है..मोदी का डंका बज रहा है…मोदी जी तो अब अवतारी पुरूष बन गए हैं…उन्होंने भारत को विश्व गुरू बना दिया..इसलिए उन्हें कौन हरा सकता है।
आपने देखा, जब लोकसभा चुनावों के नतीजे आए तो भाजपा अर्श से फर्श पर आ गई। उसे पूरा बहुमत भी नहीं मिला……..सहयोगी दलों की सीटें मिला कर वह बहुमत पूर्ण कर पायी।
जे पी नड्डा ने RSS को चुनावों के वक्त जो आंखें दिखाई थी…….Arvind Kejriwal अब RSS को वही याद दिला कर BJP से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं और खुद उसका समर्थन पाना चाहते है।
आपको याद होगा……अन्ना आंदोलन के दौरान RSS का उसे पूरा समर्थन हासिल था। Arvind Kejriwal खुद संध की उपज है। विपक्षी Congress तो उन्हें गाहेबगाहे संघी और BJP की बी पार्टी कहती आई है।
ऐसे मेे सवाल यह है कि क्या Arvind Kejriwal द्वारा BJP को संध के सिद्धांतों के खिलाफ चलने वाली………उसे आंखें दिखाने वाली…….पापी……बेईमान……..भ्रष्टों को पार्टी में शामिल करने वाली……पार्टी साबित कर क्या खुद आगामी चुनावों में उसका समर्थन हासिल करने की मंशा रखते हैं……। इतना पक्का है……वह संघ को BJP के समर्थन से दूर जरूर रखना चाहते है।